दक्षिणानी वेलायुधन
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दक्षिणानी वेलायुधन
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| पूरा नाम | दक्षिणानी वेलायुधन |
| जन्म | 4 जुलाई, 1912 |
| जन्म भूमि | कोचीन |
| मृत्यु | 20 जुलाई, 1978 |
| पति/पत्नी | आर. वेलायुधन |
| कर्म भूमि | भारत |
| विशेष योगदान | भारतीय संविधान को बनाने में सहयोग देने वाली महिलाओं में से एक। |
| नागरिकता | भारतीय |
| अन्य जानकारी | दक्षिणानी वेलायुधन साल 1946 में संविधान सभा के लिए चुनी गयी पहली और एकमात्र दलित महिला थीं। |
दक्षिणानी वेलायुधन (अंग्रेज़ी: Dakshayani Velayudhan, जन्म- 4 जुलाई, 1912; मृत्यु- 20 जुलाई, 1978) भारतीय संविधान को बनाने में सहयोग देने वाली महिलाओं में से एक थीं। भारत के संविधान को मूल रूप देने वाली समिति में 15 महिलाएं भी शामिल थीं। इन्होंने संविधान के साथ भारतीय समाज के निर्माण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। दक्षिणानी वेलायुधन इन्हीं में से एक थीं।
- दक्षिणानी वेलायुद्ध का जन्म 4 जुलाई, 1912 को कोचीन में बोल्गाटी द्वीप पर हुआ था। वह शोषित वर्गों की नेता थीं।
- साल 1945 में दक्षिणानी वेलायुधन को कोचीन विधान परिषद में राज्य सरकार द्वारा नामित किया गया था।
- वह साल 1946 में संविधान सभा के लिए चुनी गयी पहली और एकमात्र दलित महिला थीं।
- 32 वर्षीय दक्षिणानी वेलायुधन संविधान सभा की सबसे युवा सदस्य थीं।
- संविधान सभा की पहली बैठक में उन्होंने कहा था, "संविधान का कार्य इस बात पर निर्भर करेगा कि लोग भविष्य में किस तरह का जीवन जियेंगे। मैं आशा करती हूं कि समय के साथ ऐसा कोई समुदाय इस देश में न बचे जिसे अछूत कहकर पुकारा जाये"।
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