दुआर अथवा 'दोआर' पूर्वोत्तर भारतीय क्षेत्र है, जो पश्चिमी असम में हिमालय की तलहटी में स्थित है। संकोस नदी इसके 8,800 वर्गमील क्षेत्रफल को पश्चिमी व पूर्वी दुआर में विभाजित करती है।[1]
- भारत के पड़ोसी देश भूटान के आसपास पूर्वोत्तर भारत में बाढ़ के मैदान पूर्वी हिमालय की तलहटी को कहते हैं।
- 'दुआर' का मतलब नेपाली, असमिया, मैथिली, भोजपुरी, मगही और बंगाली भाषाओं में दरवाज़ा होता है और यह क्षेत्र भारत से भूटान के लिए प्रवेश द्वार के रूप में इस्तेमाल किया जाता है।
- पुराने ज़माने में भूटान के लोग मैदानी इलाकों में रहने वाले लोगों के साथ 18 मार्ग या द्वार के माध्यम से संपर्क कर सकते थे।
- भूटान युद्ध (1864-1865 ई.) की समाप्ति पर भूटान ने पश्चिमी व पूर्वी, दोनों दुआरों को अंग्रेज़ों को सौंप दिया था।
- पश्चिमी असम स्थित पूर्वी दुआर में समतल मैदान है, जो अनेक नदियों द्वारा विच्छेदित है और और वहां की जनसंख्या बहुत कम है।
- पश्चिमी दुआर पश्चिम बंगाल राज्य के उत्तरी भाग में स्थित है और यह मैदानी इलाक़े व हिमालय से जुड़े निम्न भूमि क्षेत्र, तराई का एक हिस्सा है।
- यह दुआर चाय के उद्योग का महत्त्वपूर्ण केंद्र है।
- 'दुआर' नाम (मूलत: 'द्वार') अनेक दर्रों पर पड़ा है, जो इस क्षेत्र से लघु हिमालय को जाते हैं।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ भारत ज्ञानकोश, खण्ड-3 |लेखक: इंदु रामचंदानी |प्रकाशक: एंसाइक्लोपीडिया ब्रिटैनिका प्राइवेट लिमिटेड, नई दिल्ली और पॉप्युलर प्रकाशन, मुम्बई |संकलन: भारतकोश पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 47 |