मार्मुगाओ बंदरगाह
मार्मुगाओ बंदरगाह
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विवरण | मार्मुगाओ बंदरगाह भारत के प्रमुख बंदरगाहों में से एक है। इसका पोताश्रय प्राकृतिक एवं सुरक्षित है। |
देश | भारत |
स्थान | मार्मुगाओ, गोआ |
स्वामित्व | भारत सरकार |
उद्घाटन | 1963 |
पृष्ठदेश | गोआ, कर्नाटक, महाराष्ट्र, दक्षिणी मध्य प्रदेश एवं पश्चिमी आंध्र प्रदेश राज्यों तक विस्तृत है। |
निर्यात | जटा का सामान, गिरि का तेल, खोपरा व नारियल, काजू, लौह अयस्क, मैंगनीज और कहवा हैं। |
अन्य जानकारी | इस बंदरगाह से निर्यात आयात की तुलना में अधिक होता है। |
अद्यतन | 05:11, 6 दिसम्बर-2016 (IST) |
मार्मुगाओ बंदरगाह (अंग्रेज़ी: Marmugao Port) गोआ के तट पर स्थित भारत के पश्चिमी तट पर प्रमुख बंदरगाह है। इसका पोताश्रय प्राकृतिक एवं सुरक्षित है।[1]
पृष्ठदेश
मार्मुगाओ बंदरगाह का पृष्ठदेश गोआ, कर्नाटक, महाराष्ट्र, दक्षिणी मध्य प्रदेश एवं पश्चिमी आंध्र प्रदेश राज्यों तक विस्तृत है। इसके पृष्ठदेश में लौह और मैंगनीज अयस्क, तथा खनिज नमक, केले, काजू, कॉफी, चावल, कपास, शक्कर, नारियल, तिलहन, दलहन आदि का विशेष उत्पादन होता है। यह रेल मार्ग द्वारा चेन्नई, बंगलुरू, पुणे तथा मुम्बई से सम्बद्ध है। यहां नौसेना का भी केंद्र है।
आयात एवं निर्यात
मार्मुगाओ बंदरगाह के प्रमुख निर्यात जटा का सामान, गिरि का तेल, खोपरा व नारियल, काजू, लौह अयस्क, मैंगनीज और कहवा हैं। आयात के अंतर्गत खनिज तेल, उर्वरक, रासायनिक पदार्थ, खाद्यान्न, मशीनें, दवाइयां और लौहे तथा इस्पात की वस्तुएं मुख्य हैं। इस बंदरगाह से निर्यात आयात की तुलना में अधिक होता है।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ भारत का भूगोल |लेखक: डॉ. चतुर्भुज मामोरिया |प्रकाशक: साहित्य भवन पब्लिकेशन्स, आगरा |पृष्ठ संख्या: 368 |