- जिस समय डेमेट्रियस और मिनान्डर भारत विजय में संलग्न थे, उनके अपने देश बैक्ट्रिया में उनके विरुद्ध क्रान्ति हो गई, और युक्रेटीदस (Eukratides) नामक एक सेनापति ने बैक्ट्रिया के राजसिंहासन पर अपना अधिकार कर लिया।
- टार्न के अनुसार यह युक्रेटीदस, सम्भवतः सीरियन सम्राट, एण्टियोकस चतुर्थ का भाई था।
- जब डेमेट्रियस को यह समाचार मिला तो वह तुरन्त भारत से बैक्ट्रिया वापस गया, पर उसे युक्रेटीदस के विरुद्ध युद्ध में सफलता नहीं मिली।
- अब डेमेट्रियस और मिनान्डर का बैक्ट्रिया के साथ कोई सम्बन्ध नहीं रह गया था, और वे उत्तर - पश्चिमी भारत में ही दो स्वतंत्र राजाओं के समान शासन करने लगे। इन दोनों यवन राजाओं के राज्यों में कौन - कौन से प्रदेश इनके अधीन थे, यह निश्चित रूप से नहीं कहा जा सकता है।
- डेमेट्रियस के समान बैक्ट्रिया के नए यवन राजा युक्रेटीदस ने भी भारत पर आक्रमण किया।
- ग्रीक विवरणों के अनुसार उसने भी भारत में बहुत से नगरों को जीतकर अपने अधीन किया था।
- सम्भवतः युक्रेटीदस ने उत्तर - पश्चिमी भारत के कुछ प्रदेशों को जीत लिया था, और उसके आक्रमणों के कारण डेमेट्रियस और मिनान्डर के हाथ से पश्चिमी पंजाब और गान्धार के प्रदेश निकल गए थे।
- पर युक्रेटीदस देर तक अपने जीते हुए राज्य का उपभोग नहीं कर सका।
- ग्रीक लेखक जस्टिन के अनुसार उसके पुत्र हेलिओक्लीज़ ने उत्तर - पश्चिमी भारत के कुछ प्रदेशों को जीत लिया था।
- युक्रेटीदस का घातक था, इस विषय में भी ऐतिहासिकों में मतभेद है। श्री स्मिथ ने उसके घातक का नाम 'अपोलोडोटस' लिखा है।
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