जोगेश्‍वरी गुफ़ा मुंबई

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
(योगेश्वरी गुफ़ा से अनुप्रेषित)
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
जोगेश्‍वरी गुफ़ा मुंबई
जोगेश्‍वरी गुफ़ा, मुंबई
जोगेश्‍वरी गुफ़ा, मुंबई
विवरण जोगेश्वरी विशाल गुफ़ा मन्दिर है जो एलोरा के कैलाश मंदिर के अतिरिक्त भारत का सबसे विशाल गुहामंदिर माना जाता है।
राज्य महाराष्ट्र
ज़िला मुम्बई उपनगर
निर्माण काल 7वीं-8वीं शती
भौगोलिक स्थिति उत्तर- 19° 7' 12.00", पूर्व- 72° 51' 0.00"
मार्ग स्थिति जोगेश्‍वरी गुफ़ा, गोरेगाँव स्वामी विवेकानंद रोड से 7.5 किमी की दूरी पर स्थित है।
कैसे पहुँचें जलयान, हवाई जहाज़, रेल, बस आदि
हवाई अड्डा छत्रपति शिवाजी अंतर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र, नवी मुंबई अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र, जुहू हवाई अड्डा
रेलवे स्टेशन जोगेश्‍वरी रेलवे स्टेशन
यातायात साइकिल-रिक्शा, ऑटो-रिक्शा, मीटर-टैक्सी, सिटी बस और मेट्रो रेल
कहाँ ठहरें होटल, धर्मशाला, अतिथि ग्रह
एस.टी.डी. कोड 022
ए.टी.एम लगभग सभी
गूगल मानचित्र
संबंधित लेख हाजी अली, संजय गाँधी राष्ट्रीय उद्यान, एसेल वर्ल्‍ड मुंबई, ताजमहल होटल भाषा मराठी, हिन्दी, अंग्रेज़ी और गुजराती
अन्य जानकारी जोगेश्‍वरी गुफ़ा 1500 साल पुरानी है।

महाराष्ट्र के शहर मुंबई में गोरेगाँव स्टेशन से 21 मील दक्षिण में अंबोली ग्राम के निकट, जोगेश्वरी (जोगेश्वरी या योगेश्वरी) का विशाल गुफ़ा मन्दिर है जो एलोरा के कैलाश मंदिर के अतिरिक्त भारत का सबसे विशाल गुहामंदिर माना जाता है।

  • जोगेश्‍वरी की गुफ़ा तक पहुँचने के लिए चर्च गेट से 45 मिनट की यात्रा करनी होती है।
  • जोगेश्‍वरी की गुफ़ा मंदिर में विशाल केंद्रीय हॉल भी है।
  • इसके अतिरिक्त हनुमान, देवी माता जोगेश्‍वरी और गणेशजी की मूर्तियाँ भी यहाँ स्थित है।

इतिहास

जोगेश्‍वरी की गुफ़ा 1500 साल पुरानी है। इसका निर्माण काल 7वीं-8वीं शती ई. (उत्तर गुप्तकाल) है। गुफ़ा का अधिकांश भूगर्भ में बना है। इसका पत्थर भुरभरा है और इसी कारण अनेक मूर्तियाँ और गुहास्तंभ आदि समय के प्रवाह में नष्ट-भ्रष्ट हो गए हैं। गुहा में शिव आदि हिन्दू देवों की सुन्दर मूर्तियों से स्थापित किया जा सकता है। जोगेश्वरी की गुफ़ा में जलनिर्यात का सुन्दर प्रबंध किया गया था।[1]

जोगेश्‍वरी गुफ़ा, मुंबई


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. माथुर, विजयेन्द्र कुमार ऐतिहासिक स्थानावली, द्वितीय संस्करण-1990 (हिन्दी), राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर, 995।

संबंधित लेख