वायु दाब
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
वायु दाब को प्रति इकाई क्षेत्रफल पर पड़ने वाले बल के रूप में मापते हैं। इसका स्पष्ट तात्पर्य है कि किसी दिए गए स्थान तथा समय पर वहां की हवा के स्तम्भ का सम्पूर्ण भार। इसकी इकाई ‘मिलीबार’ कहलाती है। वायु दाब के क्षैतिज वितरण को देखने पर धरातल पर वायु दाब की 4 स्पष्ट पेटियां पाई जाती है।
- भूमध्यरेखीय निम्न वायु दाब की पेटी - धरातल पर भूमध्य रेखा के दोनों ओर 50 अक्षांशों के बीच निम्न वायु दाब की पेटी का विस्तार पाया जाता है। शांत वातावरण के कारण इस पेटी को शांत पेटी या डोलझूम भी कहते हैं।
- उपोष्ण कटिबंधीय उद्य वायु दाब की पेटियां - भूमध्य रेखा से 300-350 अक्षांशों पर दोनों गोलार्द्धों में उद्य वायु दाब की पेटियों की उपस्थित पाई जाती है। उद्य वायु दाब वाली इस पेटी को ‘अश्व अक्षांश’ कहते हैं।
- उपध्रुवीय निम्न वायु दाब की पेटियां - दोनों गोलार्द्धों में 600 से 650 अक्षांशों के बीच निम्न वायु दाब की पेटियां पाई जाती हैं।
- ध्रुवीय उच्च वायु दाब की पेटियां - यह पेटियां ध्रुवों पर पाई जाती हैं। इन क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान के कारण ध्रुवीय उच्च वायु दाब की पेटियों का निर्माण होता है।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख