श्याम सरन नेगी

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श्याम सरन नेगी
श्याम सरन नेगी
श्याम सरन नेगी
पूरा नाम श्याम सरन नेगी
जन्म 1 जुलाई, 1917
जन्म भूमि कल्पा, किन्नूर, हिमाचल प्रदेश
मृत्यु 5 नवम्बर, 2022
मृत्यु स्थान कल्पा, किन्नूर, हिमाचल प्रदेश
कर्म भूमि भारत
कर्म-क्षेत्र शिक्षा
विद्यालय हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय

पंजाब विश्वविद्यालय नेशनल स्कूल ऑफ़ ड्रामा

प्रसिद्धि स्वतंत्र भारत के प्रथम मतदानकर्ता
नागरिकता भारतीय
अन्य जानकारी साल 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले गूगल ने श्याम सरन नेगी पर एक फिल्म 'प्लेज टू वोट' भी बनाई थी। 2015 में आई बॉलीवुड फिल्म 'सनम रे' में भी वह नजर आए थे।
अद्यतन‎

श्याम सरन नेगी (अंग्रेज़ी: Shyam Saran Negi, जन्म- 1 जुलाई, 1917; मृत्यु- 5 नवम्बर, 2022) हिमाचल प्रदेश के एक सेवानिवृत्त स्कूल शिक्षक हैं। सन 1951 में हुए स्वतंत्र भारत के पहले आम चुनाव में उन्होंने सबसे पहला मतदान किया था। सन 1947 में ब्रिटिश शासन के अंत के बाद देश के पहले चुनाव हालांकि फरवरी 1952 में हुए, किंतु सर्दी के मौसम में भारी बर्फबारी की संभावनाओं के कारण हिमाचल प्रदेश के निवासियों को पांच महीने ही पहले ही वोट डालने का अवसर दिया गया। श्याम सरन नेगी ने 1951 के बाद से हर आम चुनाव में मतदान किया है। उन्हें भारत का सबसे पुराना मतदाता माना गया है। श्याम सरन नेगी ने हिंदी फिल्म 'सनम रे' में भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई थी।

परिचय

आधिकारिक रिकॉर्ड के अनुसार, सेवानिवृत्त स्कूल शिक्षक श्याम शरण नेगी का जन्म 1 जुलाई, 1917 को हुआ था। 106 साल की उम्र में न‍िधन से पहले उन्‍होंने ह‍िमाचल चुनाव में वोट डाला। उन्होंने पहली बार जब वोट किया था, तब वह 33 साल के थे। तब से लेकर अपनी मृत्यु से पहले तक उन्होंने कभी भी अपना वोट बेकार नहीं किया। किन्नौर के कलपा कस्बे के रहने वाले श्‍याम शरण नेगी स्कूल से शिक्षक के पद से 51 साल पहले सेवानिवृत्त हुए थे। पहली बार वह 1951 में वोटिंग का हिस्सा बने थे।[1]

प्रथम मतदाता

दरअसल, भारत का पहला चुनाव फरवरी 1952 में हुआ, लेकिन हिमाचल प्रदेश में सुदूर आदिवासी इलाकों में खराब मौसम के कारण सर्दियों के दौरान मतदान कराना असंभव था। ऐसे में वहां मतदान 23 अक्टूबर 1951 को पांच महीने पहले हो गया। तब श्याम शरण नेगी स्कूल अध्यापक थे और चुनावी ड्यूटी पर थे। इसके कारण वे अपना वोट डालने सुबह सात बजे किन्नौर में कल्पा प्राथमिक स्कूल में अपने मतदान केंद्र पर पहुंच गए। श्याम शरण नेगी वहां पहुंच कर मतदान करने वाले पहले व्यक्ति थे। इसके बाद उन्‍हें बताया गया कि इलाके में कहीं भी सबसे पहले वोट डालने वाले व्यक्ति वे ही हैं। श्याम सरन नेगी ने पहली बार 1951-52 के चुनाव में ह‍िस्‍सा ल‍िया था, जो देश का पहला चुनाव था। जीवन के 106 बसंत देखने वाले श्याम सरन नेगी ने वर्ष 2022 में 34वीं बार मतदान किया था।

साल 2007 में चुनाव आयोग ने पहले वोटर की पहचान करने का काम शुरू किया था। उस समय मनीषा नंदा हिमाचल की मुख्य चुनाव अधिकारी थीं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जब पहले वोटर की पहचान करने का काम शुरू हुआ तो इलेक्टोरल रोल खंगाले गए। मनीषा नंदा ने उस समय बताया था कि उनकी नजर नेगी की एक तस्वीर पर पड़ी। तब उनकी उम्र 90-91 साल लिखी हुई थी। मनीषा नंदा ने किन्नौर की तत्कालीन डीसी सुधा देवी को नेगी से मिलने को कहा। सुधा देवी ने नेगी का इंटरव्यू भी लिया था। इसके बाद नेगी के दावे की पड़ताल की गई और सामने आया कि वो सही कह रहे थे। सारे दस्तावेजों की पड़ताल करने के बाद साबित हुआ कि नेगी ही पहले वोटर थे। 2010 में तब के मुख्य चुनाव अधिकारी नवीन चावला नेगी से मिलने भी गए थे। चावला ने नेगी को सम्मानित किया था। 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले गूगल ने नेगी पर एक फिल्म 'प्लेज टू वोट' भी बनाई थी। 2015 में आई बॉलीवुड फिल्म 'सनम रे' में भी नेगी नजर आए थे।[2]

मृत्यु

देश के प्रथम मतदानकर्ता श्याम सरन नेगी का निधन 5 नवम्बर, 2022 को किन्नूर, हिमाचल प्रदेश में हुआ। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आजाद भारत के पहले मतदाता 106 वर्षीय श्याम सरन नेगी के निधन पर शोक व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया, 'स्वतंत्र भारत के पहले मतदाता और किन्नौर के रहने वाले श्याम सरन नेगी जी के निधन की खबर सुनकर दु:ख हुआ।'


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शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. देश के पहले वोटर श्याम सरन नेगी का न‍िधन (हिंदी) navbharattimes.indiatimes.com। अभिगमन तिथि: 05 नवंबर, 2022।
  2. स्वतंत्र भारत के पहले वोटर श्याम सरन नेगी के जीवन से जुड़ी खास बातें (हिंदी) aajtak.in। अभिगमन तिथि: 05 नवंबर, 2022।

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