श्रीनगर पर्यटन
श्रीनगर | श्रीनगर पर्यटन | श्रीनगर ज़िला |
श्रीनगर का जम्मू और कश्मीर के पर्यटन स्थलों में बहुत महत्त्वपूर्ण स्थान है। कश्मीर घाटी के मध्य में बसा श्रीनगर भारत के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से हैं। श्रीनगर एक ओर जहाँ डल झील के लिए प्रसिद्ध है वहीं दूसरी ओर विभिन्न मंदिरों के लिए विशेष रूप से प्रसिद्ध है। स्वच्छ झील और ऊँचे पर्वतों के बीच बसे श्रीनगर की अर्थव्यवस्था का आधार लम्बे समय से मुख्यतः पर्यटन है। शहर से होकर नदी के प्रवाह पर सात पुल बने हुए हैं। इससे लगे विभिन्न नहरों एवं जलमार्गों में शिकारे भरे पड़े हैं। श्रीनगर अपने मन्दिरों और मस्जिदों के लिए प्रसिद्ध है। शहर के पास ही गुलमर्ग, फुलों की घाटी 2,590 मीटर की ऊँचाई पर स्थित हैं। जहाँ से हिमालय के उच्चतम शिखरों में से एक, नंगा पर्वत (ऊँचाई 8,126 मीटर) और कश्मीर घाटी का नयनाभिराम दृश्य दिखाई देता है। श्रीनगर और आसपास के दर्शनीय स्थान
डल झील
- डल झील का प्रमुख आकर्षण केन्द्र तैरते हुए बग़ीचों हैं।
- 17 किमी क्षेत्र में फैली हुई यह झील जम्मू-कश्मीर की दूसरी सबसे बड़ी झील है।
- पाँच मील लम्बी और ढाई मील चौड़ी डल झील श्रीनगर की ही नहीं बल्कि पूरे भारत की सबसे ख़ूबसूरत झीलों में से एक है।
शंकराचार्य मंदिर
- शंकराचार्य मंदिर समुद्र तल से 1100 फीट की ऊंचाई पर स्थित है।
- शंकराचार्य मंदिर को तख्त-ए-सुलेमन के नाम से भी जाना जाता है।
- शंकराचार्य मंदिर कश्मीर स्थित सबसे पुराने मंदिरों में से एक है।
हज़रतबल मस्जिद
- हज़रतबल मस्जिद में पैग़म्बर मुहम्मद का एक बाल रखा होने के कारण विख्यात है।
- हज़रतबल मस्जिद श्रीनगर में स्थित प्रसिद्ध डल झील के किनारे स्थित है।
जामा मस्जिद
- मस्जिद की वास्तुकला काफ़ी अदभूत है।
- 15वीं शताब्दी में निर्मित जामा मस्जिद के बारे में कहा जाता है कि यह कश्मीर की सबसे बड़ी मस्जिद है।
- माना जाता है कि जामा मस्जिद की नींव सुल्लान सिकंदर ने 1398 ई. में रखी थी।
खीर भवानी मंदिर
- खीर भवानी मंदिर माता रंगने देवी को समर्पित है।
- श्रीनगर ज़िले के तुल्लामुला में स्थित खीर भवानी मंदिर यहाँ के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है।
चेत्ती पदशाही
- चेत्ती पदशाही कश्मीर के प्रमुख सिख गुरुद्वारों में से एक है।
- सिखों के छठें गुरु हरगोविन्द साहिब जी की याद में करवाया गया था।
सोनमर्ग
- सोनमर्ग का अर्थ सोने से बना घास का मैदान होता है।
- सोनमर्ग समुद्र तल से 3,000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।
बाग़
शालिमार बाग़, निशात बाग़ और चश्मा शाही श्रीनगर के मुग़ल बाग़ के नाम से जाने जाते हैं और ये अपनी सुंदर क्यारियाँ, संकरे गलियारे, मनमोहक फौवारे, डल झील का दृश्यावलोकन आदि के लिये विख्यात हैं। ये तीनों मुग़ल बाग़ पर्यटकों के लिये अत्यन्त प्रिय स्थान हैं और पर्यटक यहाँ आकर प्राकृतिक दृश्यों का अवलोकन करते हैं।
निशात बाग़
- श्रीनगर के मुग़ल बाग़ों में सबसे बड़ा बाग़ निशात बाग़ है।
- इस बगीचे को 1633 ई. में नूरजहाँ के भाई आसिफ़ खान ने बनवाया था।
- यह बगीचा डल झील के किनारे स्थित है।
शालिमार बाग़
- शालिमार बाग़ के चार मुख्य गलियारे हैं।
- शालिमार बाग़ को जहाँगीर ने अपनी मलिका नूरजहाँ के लिये सन् 1616 में बनवाया था।
- मखमली हरी-भरी क्यारियों, गलियारों, सुन्दर दृश्यों के लिये प्रसिद्ध यह एक अत्यन्त रमणीक स्थान है।
चश्मा शाही
- श्रीनगर के मुग़ल बाग़ों में सबसे छोटा बाग़ है।
- चश्मा शाही नेहरू मेमोरियल पार्क के ऊपर स्थित है।
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