सज्जन कीर्ति सुधाकर
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सज्जन कीर्ति सुधाकर पूरी तरह से हिन्दी का प्रथम पत्र था। यह पत्र मेवाड़ के महाराणा सज्जनसिंह के नाम से निकाला गया था।
- इस पत्र से पूर्व राज्यों के सभी पत्र उर्दू और हिन्दी में प्रकाशित होते थे, किंतु उनमें उर्दू का ही स्थान प्रथम रहता था।
- सज्जन कीर्ति सुधाकर आगरा के पण्डित बंशीधर वाजपेयी के सम्पादन में 1879 ई. में प्रकाशित हुआ।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
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