सत्या नडेला
सत्या नडेला
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पूरा नाम | सत्या नडेला |
जन्म | 19 अगस्त, 1967 |
जन्म भूमि | हैदराबाद, आंध्र प्रदेश |
अभिभावक | पिता- बी. एन. युगांधर |
पति/पत्नी | अनुपमा |
संतान | तीन |
कर्म भूमि | अमेरिका |
शिक्षा | बी.एस., एम.एस.बी.एस., एम.बी.ए. |
विद्यालय | शिकागो विश्वविद्यालय |
पुरस्कार-उपाधि | पद्म भूषण, 2022 |
प्रसिद्धि | माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ |
नागरिकता | भारतीय, अमेरिकी |
पूवाधिकारी | स्टीव बॉमर |
अन्य जानकारी | सत्या नडेला के बारे में माइक्रोसॉफ़्ट के संस्थापक व पूर्व चेयरमैन बिल गेट्स का कहना है कि बदलाव के दौर में माइक्रोसॉफ़्ट का नेतृत्व करने के लिए सत्य नडेला से बेहतर कोई व्यक्ति नहीं हो सकता। उन्होंने नडेला को इंजीनियरिंग एक्सपर्ट, बिजनेस माइंड वाला ऑफिसर बताया। |
अद्यतन | 11:37, 4 फ़रवरी 2022 (IST)
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सत्या नडेला अथवा 'सत्या नाडेला' (अंग्रेज़ी: Satya Nadella, जन्म: 19 अगस्त, 1967 हैदराबाद) विश्व की सबसे बड़ी सॉफ़्टवेयर कंपनी माइक्रोसॉफ़्ट के सीईओ हैं। उन्होंने पूर्व सीईओ स्टीव बालमर की जगह ली है। इससे पहले वह माइक्रोसॉफ़्ट के क्लाउड एंड इंटरप्राइज ग्रुप के कार्यकारी उपाध्यक्ष थे। सत्या नडेला माइक्रोसॉफ़्ट कंपनी के तीसरे सीईओ हैं। उन्होंने ऐसे समय में माइक्रोसॉफ़्ट की बागडोर सम्भाली, जब यह कंपनी उपकरणों और क्लाउड बुनियादी ढांचे पर ध्यान केंद्रित कर रही थी। भारत सरकार ने सत्या नडेला को वर्ष 2022 में 'पद्म भूषण' से सम्मानित किया है।
परिचय
सत्या नडेला का जन्म हैदराबाद, आन्ध्र प्रदेश में एक तेलुगु परिवार में हुआ। इनका परिवार आंध्र प्रदेश के कृष्णा ज़िले का रहने वाला है। इनके पिता बी.एन. युगांधर एक आईएएस अधिकारी हैं और 2004-2009 तक प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अध्यक्षता वाले योजना आयोग के सदस्य रहे हैं। आम भारतीय की तरह सत्या नडेला को भी शुरू से क्रिकेट का शौक़ रहा। वह कहते हैं, "क्रिकेट के कारण ही मुझमें टीम वर्क और ग्रुप लीड करने का गुण विकसित हुआ और मेरे करियर के दौरान मेरे साथ बना रहा।" नडेला टेस्ट क्रिकेट के फैन हैं। वह कहते हैं, "मैं इसे बेहद पसंद करता हूँ। इसमें कई सब-स्पॉट हैं और यह कमोबेश रूसी उपन्यास पढ़ने जैसा है।"
सत्या नडेला के बारे में माइक्रोसॉफ़्ट के संस्थापक व पूर्व चेयरमैन बिल गेट्स का कहना है कि बदलाव के दौर में माइक्रोसॉफ़्ट का नेतृत्व करने के लिए सत्य नडेला से बेहतर कोई व्यक्ति नहीं हो सकता। उन्होंने नडेला को इंजीनियरिंग एक्सपर्ट, बिजनेस माइंड वाला ऑफिसर बताया।[1]
शिक्षा
[कर्नाटक]] के मनिपाल इंजीनियरिंग कॉलेज से इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन में डिग्री हासिल करने से पहले सत्या नडेला ने बेगमपेट के हैदराबाद पब्लिक स्कूल में पढ़ाई की। इंजीनियरिंग में स्नातक के बाद नडेला ने अमेरिका के विस्कॉन्सिस यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग में मास्टर्स किया। इसके बाद उन्होंने बूथ स्कूल ऑफ बिजनेस, यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो से एमबीए की पढ़ाई की।
विवाह
सत्या नडेला 1992 में विवाह के बंधन में बंधे। उनकी शादी उनके पिता के बैचमेट केआर वेनुगोपाल की बेटी अनुपमा से हुई। इन दोनों के तीन बच्चे हैं। सभी वाशिंगटन में रहते हैं। सत्या नडेला को कविता पढ़ने के भी बेहद शौक़ है और वो अमेरिकी और भारतीय कविताओं को बहुत उत्साह से पढ़ते हैं।
माइक्रोसॉफ़्ट में योगदान
माइक्रोसॉफ़्ट की ऑनलाइन सर्विस में नडेला ने सीनियर वाइस प्रेसिडेंट रिसर्च एण्ड डेवलपमेंट (R&D) और माइक्रोसॉफ़्ट बिजनेस डिवीजन में वाइस प्रेसिडेंट के रूप में काम किया। इसके बाद उन्हें माइक्रोसॉफ़्ट के सर्वर एंड टूल बिजनेस का प्रेसिडेंट बना दिया गया। यहां इन्होंने क्लाइंट सर्विस से क्लाउड इन्फ्रास्ट्रक्चर एण्ड सर्विसेज पर ले जाकर कंपनी के बिजनेस का कायापलट कर दिया। माइक्रोसॉफ़्ट डेटाबेस, विंडो सर्वर और डेवलपर टूल्स को अज़ूर क्लाउड पर लाने का श्रेय नडेला को ही जाता है। उन्होंने 2011 में क्लाउट सर्विसेज ज्वॉइन किया था तब इसकी सालाना आमदनी 16.6 बिलियन डॉलर थी जो जून 2013 में बढ़कर 20.3 बिलियन डॉलर पर पहुंच गई। 2013 में नडेला की बेस सैलरी 6.7 मिलियन डॉलर थी, स्टॉक बोनस मिलाकर यह कुल 7.6 मिलियन डॉलर होती है। सीईओ बनाए जाने के बाद अपने एक बयान में नडेला ने कहा, "माइक्रोसॉफ़्ट के सामने बड़े अवसर हैं, लेकिन उनका दोहन करने के लिए हमें तेज़ी से, मेहनत से काम करना होगा और रूपांतरण जारी रखना होगा।"[1]
नौकरी के साथ शिक्षा
नडेला ने यूनिवर्सिटी ऑफ विस्कॉन्सिस से कंप्यूटर साइंस में मास्टर्स करने के बाद शिकागो यूनिवर्सिटी से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में भी मास्टर्स किया। उन्होंने 1992 में सन माइक्रोसॉफ़्ट से अपने करियर की शुरुआत की और जब वे बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन के कोर्स के लिए शिकागो जा रहे थे तभी उनके पास माइक्रोसॉफ़्ट से जॉब कॉल आया। कंपनी तब ऑपरेटिंग सिस्टम विंडोज एनटी बना रही थी और ऐसे लोगों की तलाश कर रही थी जिनकी यूनिक्स, और 32-बिट्स ऑपरेटिंग सिस्टम पर पकड़ हो। नडेला अपना मास्टर्स कोर्स भी पूरा करना चाहते थे और माइक्रोसॉफ़्ट का जॉब भी करना चाहते थे। उन्होंने अपने लगन से दोनों पूरा किया। वो बताते हैं, ‘मैं शुक्रवार की रात को हवाई जहाज से शिकागो जाता था, शनिवार को वहां क्लास करता था और वापस रेडमंड पहुंच कर पूरे हफ्ते काम करता था।’ ढ़ाई साल लगे, लेकिन अंततः उन्होंने यह कोर्स पूरा करके ही दम लिया।[1]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ 1.0 1.1 1.2 क्रिकेट के सुपर फैन भी हैं माइक्रोसॉफ़्ट के नए सीईओ सत्य नडेला (हिंदी) आजतक। अभिगमन तिथि: 5 फ़रवरी, 2014।
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