सिक्किम की जलवायु
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सिक्किम बेसिन तिस्ता और उसकी सहायक नदियों, जैसे रंगित, रोंगनी चू, तालुंग व लाछुंग से अपवाहित है। इन नदियों ने पहाड़ों को काटकर गहरी घाटियों का निर्माण किया है। तिब्बत सीमा के निकट एक हिमनदी से निकली तिस्ता तेज़ी से नीचे उतरती है और रांगपो में लगभग 4,785 मीटर नीचे बहकर गंगा के मैदान में पहुँचने से पहले यह दार्जिलिंग पर्वतश्रेणी (2,134-2,438 मीटर) में एक दर्रा बनाती है।
दक्षिण में लगभग उष्णकटिबंधीय जलवायु से लेकर उत्तर से पर्वतीय जलवायु तक सिक्किम की जलवायु में भिन्नता है। ऊँचाई व खुलेपन पर निर्भर सालाना वर्षा 1,270 से 5,080 मिमी तक होती है। ज़्यादातर बारिश दक्षिण-पश्चिम मॉनसून (मई-जून) के दौरान होती है। भारी वर्षा और बर्फ़ गिरने से यहाँ अक्सर भूस्खलन और हिमस्खलन जैसी विनाशकारी घटनाएँ होती है।
सिक्किम की जलवायु ऑर्किड एवं अन्य फूलों के लिये बहुत ही उपयुक्त है। भारत से ऑर्किड का सबसे ज़्यादा निर्यात सिक्किम से ही किया जाता है। ये फूल सिक्किम राज्य के प्रवेश द्वार पर लगे हुए थे और मैंने उन्हें अपने कैमरे में बन्द कर लिया।
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