हेमंत करकरे
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हेमंत करकरे
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पूरा नाम | हेमंत करकरे |
जन्म | 12 दिसम्बर, 1954 |
जन्म भूमि | नागपुर, महाराष्ट्र |
मृत्यु | 26 नवम्बर, 2008 |
मृत्यु स्थान | मुम्बई, महाराष्ट्र |
कर्म भूमि | भारत |
कर्म-क्षेत्र | महाराष्ट्र पुलिस, आतंक विरोधी दस्ता |
पुरस्कार-उपाधि | अशोक चक्र (मरणोपरान्त) |
नागरिकता | भारतीय |
सेवा वर्ष | 1982-2008 |
अन्य जानकारी | रॉ के लिए ऑस्ट्रिया में सात साल तक अपनी सेवाएँ देने के बाद हेमंत करकरे महाराष्ट्र वापस लौटे थे। इसके बाद ही उन्हें एटीएस प्रमुख बना दिया गया था। |
हेमंत करकरे (अंग्रेज़ी: Hemant Karkare, जन्म- 12 दिसम्बर, 1954, नागपुर; शहादत- 26 नवम्बर, 2008, मुम्बई) 1982 बैच के आईपीएस अधिकारी थे। वे मुम्बई के आतंक विरोधी दस्ते के प्रमुख थे। हेमंत करकरे मुंबई में हुए श्रेणीबद्ध धमाकों और गोलीबारी का बहादुरी से सामना करते हुए शहीद हुए थे।
- हेमंत करकरे का जन्म 12 दिसम्बरसन्1954 में मुम्बई, महाराष्ट्र में हुआ था।
- वे 1982 बैच के आईपीएस अधिकारी थे। नागपुर के विश्वेश्वर रीजनल इंजीनियरिंग कॉलेज से इंजीनियरिंग की डिग्री लेने वाले हेमंत करकरे ने डॉ. के.पी. रघुवंशी से मुंबई एटीएस के प्रमुख का पदभार ग्रहण किया था।
- हेमंत करकरे ने चंद्रपुर के नक्सल प्रभावित क्षेत्र में भी काम किया था।
- नॉरकोटिक्स विभाग में तैनाती के दौरान उन्होंने पहली बार विदेशी ड्रग्स माफिया को गिरगांव चौपाटी के पास मार गिराने का कारनामा कर दिखाया था।
- 'रिसर्च एण्ड एनालिसिस विंग' (रॉ) के लिए ऑस्ट्रिया में सात साल तक अपनी सेवाएँ देने के बाद हेमंत करकरे महाराष्ट्र कैडर में वापस लौटे थे। इसके तत्काल बाद ही उन्हें एटीएस प्रमुख बनाया गया था।
- हेमंत करकरे स्वभाव से बेहद शांत और संयमी थे। पुलिस महकमे में वे अपनी ईमानदारी और निष्ठा के लिए जाने जाते थे।
- 26 जनवरी, 2009 को हेमंत करकरे को मरणोपरांत 'अशोक चक्र' से सम्मानित किया गया।
- ठाणे, वाशी और पनवेल के बम विस्फोटों की जांच हेमंत करकरे ने की थी। 29 सितम्बर, 2006 को मालेगांव में हुए विस्फोट की जांच से वे काफ़ी चर्चित हुए थे।
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