बी. सत्य नारायण रेड्डी
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पूरा नाम | बी. सत्य नारायण रेड्डी |
जन्म | 21 अगस्त, 1927 |
जन्म भूमि | अन्नारम गांव, आन्ध्र प्रदेश |
मृत्यु | 6 अक्टूबर, 2012 |
मृत्यु स्थान | हैदराबाद, आंध्र प्रदेश |
नागरिकता | भारतीय |
पद | राज्यपाल (उत्तर प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल) |
कार्य काल | 12 फ़रवरी 1990 से 25 मई 1993 तक |
शिक्षा | एल. एल. बी |
विद्यालय | निजाम कॉलेज, हैदराबाद, उस्मानिया विश्वविद्यालय |
जेल यात्रा | निजाम सरकार द्वारा सन 1948 में तथा 1 अगस्त, 1975 को इमरजेन्सी के दौरान ‘‘मीसा’’ के तहत अठ्ठारह माह तक बंदी बनाये गए। |
अन्य जानकारी | रेड्डी एक जाने माने स्वतंत्रता सेनानी थे, जो गांधी जी के विचारों से प्रभावित होकर केवल चैदह वर्ष की अल्प अवस्था में सन 1942 के ‘‘भारत छोड़ो आन्दोलन’’ में कूद पड़े थे। |
अद्यतन | 17:50, 19 अक्टूबर 2016 (IST)
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बी. सत्य नारायण रेड्डी (अंग्रेज़ी: B. Satya Narayan Reddy जन्म- 21 अगस्त, 1927, अन्नारम गांव, आन्ध्र प्रदेश; मृत्यु- 6 अक्टूबर, 2012, हैदराबाद, आंध्र प्रदेश) एक स्वतंत्रता सेनानी, समाजवादी नेता और उत्तर प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल थे।[1]
परिचय एवं शिक्षा
बी. सत्य नारायण रेड्डी का जन्म आन्ध्र प्रदेश में महबूब नगर ज़िले के शादनगर अन्नारम गांव में एक कृषक परिवार में हुआ। इनकी प्रारम्भिक शिक्षा रंगारेड्डी ज़िले के एडुलाबाद गांव में तथा उसके बाद कायस्थ पाठशाला, नागपल्ली स्कूल एवं केशव मैमोरियल स्कूल, हैदराबाद में ग्रहण की। हाईस्कूल की शिक्षा विवेकवर्धनी हाईस्कूल, हैदराबाद में तथा बी.ए. के डिग्री निजाम कॉलेज, हैदराबाद से ग्रहण करने के पश्चात् विख्यात उस्मानिया विश्वविद्यालय, हैदराबाद से एल.एल.बी. (क़ानून) की डिग्री हासिल की।
स्वतंत्रता सेनानी
रेड्डी एक जाने माने स्वतंत्रता सेनानी थे, जो गांधी जी के विचारों से प्रभावित होकर केवल चैदह वर्ष की अल्प अवस्था में सन 1942 के ‘‘भारत छोड़ो आन्दोलन’’ में कूद पड़े तथा उस समय बंदी बना लिये गये जब वह गांधी जी की गिरफ़्तारी के विरुद्ध विद्यार्थियों के एक जुलूस का नेतृत्व कर रहे थे।
इन्होंने समाजवादी आन्दोलन में सक्रिय भूमिका निभाई। उन्होंने हैदराबाद स्टेट कांग्रेस कमेटी के तत्कालीन अध्यक्ष, श्री स्वामी रामानन्द तीर्थ के नेतृत्व में छात्र नेता के रूप में सन 1947 के ‘‘हैदराबाद जन-आन्दोलन’’ में भाग लिया। इन्होंने गांधी जी, आचार्य नरेन्द्र देव, डॉ. राम मनोहर लोहिया एवं जय प्रकाश नारायण जैसी महान् विभूतियों से प्रेरणा प्राप्त की तथा डॉ. राम मनोहर लोहिया के प्रेरणापद नेतृत्व में ‘‘समाजवादी आन्दोलन’’ में भी सक्रिय भाग लिया। उनकी निजाम केे शासक के खिलाफ 'सत्याग्रह आन्दोलन' में भूमिका भी उल्लेखनीय है। सन 1947 में हैदराबाद रियासत के भारतीय संघ में विलय के लिये जो आन्दोलन चला, उसके फलस्वरूप तत्कालीन निजाम सरकार सन 1948 में इन्हें बन्दी बनाकर केन्द्रीय जेल, चंचलगुडा, हैदराबाद में डाल दिया गया, जहां ये छह माह तक रहे। जेल में रहते हुये इन्होंने उर्दू साप्ताहिक ‘‘पयाम-ए-नव’’ का सम्पादन किया जिसे ये अपने बन्दी साथियों में वितरित किया करते थे उससे पूर्व जब यह छठवीं कक्षा में पढ़ते थे तब हिन्दी पाक्षिक ‘‘मुकुल’’ का सम्पादन किया करते थे।
1 अगस्त, 1975 को आपात काल के दौरान इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया तथा ‘‘मीसा’’ के तहत अठ्ठारह माह तक बंदी बनाये रखा। रेड्डी ने आचार्य विनोबा भावे तथा जयप्रकाश नारायण के ‘‘भूदान-आन्दोलन’’ में भी सक्रिय भूमिका निभाई। .
राजनीतिक गतिविधियाँ
बी. सत्य नारायण रेड्डी को देश की राजनीति का गहरा अनुभव था। वर्ष 1947-1948 में हैदराबाद विद्यार्थी संगठन एक्षन कमेटी के अध्यक्ष रहे। तत्पश्चात् बार एसोसिएशन, सिटी सिविल कोर्ट, हैदराबाद के महासचिव रहे। वर्ष 1969-1971 के दौरान तेलंगाना प्रजा समिति के अध्यक्ष रहे। सोशलिस्ट पार्टी की कार्यकारिणी समिति के महासचिव रहे। जनता पार्टी, आन्ध्र प्रदेेश यूनिट के महासचिव रहे। तदोपरान्त, लोकदल (केन्द्रीय पार्टी) के महासचिव रहे। वर्ष 1975 में जय प्रकाश नारायण स्वागत समिति के आंध्र प्रदेष के संयोजक रहे। सोशलिस्ट पार्टी, समाजवादी युवा शाखा, नेशनल हाई स्कूल, समाजवादी युवजन सभा तथा जनता पार्टी के संस्थापक सदस्य रहे।
ये वर्ष 1978 में जनता पार्टी के मनोनीत सदस्य के रूप में राज्य सभा के लिये चुने गये। इन्होंने वर्ष 1983 में तेलगुदेशम पार्टी की सदस्यता ग्रहण की तथा इसी पार्टी के प्रत्याशी के रूप में वर्ष 1984 में पुनः राज्य सभा के लिये चुन लिये गये।
विदेश यात्रा
इन्होंने मलेशिया, सिंगापुर, रोम, लीबिया, नैरोबी (केन्या), लन्दन, चीन, हांगकांग, थाईलैन्ड,पश्चिमी जर्मनी, फ़्राँस, हालैंड, स्विट्जरलैंड, नीदरलैंड, नार्वे, आदि देशों का भ्रमण किया।
राज्यपाल
बी. सत्य नारायण रेड्डी 12 फ़रवरी, 1990 को उत्तर प्रदेश के राज्यपाल पद की शपथ ग्रहण की। राज्यपाल के रूप में इनका कार्यकाल 12 फ़रवरी 1990 से 25 मई 1993 तक रहा।
निधन
इनका निधन 85 वर्ष की आयु में हैदराबाद में 6 अक्टूबर 2012 को हो गया।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ श्री बी0 सत्यनारायण रेड्डी (हिंदी) upgovernor.gov.in। अभिगमन तिथि: 08 अक्टूबर, 2016।
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