बेनो ज़ेफाइन (अंग्रेज़ी: Beno Zephine, जन्म- 17 अप्रॅल, 1990) भारत की पहली पूरी तरह से दृष्टिहीन आईएफ़एस अधिकारी हैं। वह तमिलनाडु से हैं।
- बेनो ज़ेफाइन की मां मैरी पद्मजा उन्हें किताबें पढ़कर सुनातीं और बेना की स्मृति में वह शब्द जमते जाते। मां के शब्दों और पिता के सहारे वेे हर चुनौती, हर परीक्षा पास करती गईं।
- देश की पहली पूर्ण दृष्टिहीन महिला भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) की अधिकारी बनने वाली तमिलनाडु की बेनो ज़ेफाइन अपनी नई भूमिका को लेकर काफी उत्साहित हैं। उनका कहना है कि वह दुनियाभर में घूमकर भारत का प्रतिनिधित्व करना चाहती हैं।
- उन्हें केंद्र सरकार की ओर से 60 दिन के भीतर रिपोर्ट करने का आदेश मिला था। 2014 में परीक्षा पास करने के बाद उन्हें विदेश मंत्रालय की ओर से पत्र भेजा गया।
- 100 फीसदी दृष्टिहीन व साहित्य से स्नातक बेनो ज़ेफाइन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि ‘मुझे बताया गया कि मैं आईएफएस के लिए योग्य हूं, हालांकि इससे पहले किसी भी 100 फीसदी दृष्टिहीन व्यक्ति को यह पद नहीं दिया गया है।’
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
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