डैग हैमरस्क्जोंल्ड

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डैग हैमरस्क्जोंल्ड
डैग हैमरस्क्जोंल्ड
डैग हैमरस्क्जोंल्ड
पूरा नाम डैग यल्मार अग्ने कार्ल हैमरस्क्जोंल्ड
जन्म 29 जुलाई, 1905
जन्म भूमि जोंकोपिंग, स्वीडन
मृत्यु 18 सितम्बर, 1961
मृत्यु स्थान उत्तरी रहोडेशिया (अब ज़ाम्बिया)
अभिभावक पिता- हजाल्मर हैमरस्क्जोंल्ड
नागरिकता स्वीडिश
प्रसिद्धि कूटनीतिक, स्वीडिश अधिकारी, लेखक
कार्य काल संयुक्त राष्ट्र महासचिव: 10 अप्रैल, 1953 से 18 सितम्बर, 1961
शिक्षा परास्नातक (दर्शनशास्त्र, 1930) और क़ानून की डिग्री
विद्यालय अपसला विश्वविद्यालय
पुरस्कार-उपाधि नोबेल शांति पुरस्कार (1961 में, मरणोपरांत)
अन्य जानकारी डैग हैमरस्क्जोंल्ड 1914 से 1917 तक स्वीडन के प्रधानमंत्री रहे हजाल्मर हैमरस्क्जोंल्ड के पुत्र थे। उनके पूर्वजों ने 17 वीं शताब्दी में स्वीडन पर राज किया था।

डैग हैमरस्क्जोंल्ड (अंग्रेज़ी: Dag Hammarskjold, जन्म- 29 जुलाई, 1905; मृत्यु- 18 सितम्बर, 1961) संयुक्त राष्ट्र के दूसरे महासचिव थे। वे एक कूटनीतिक, स्वीडिश अधिकारी, लेखक और नोबेल पुरस्कार विजेता थे। उनका पूरा नाम 'डैग यल्मार अग्ने कार्ल हैमरस्क्जोंल्ड' था। उम्मीदवारों की एक लंबी श्रृंखला के बाद जब कोई प्रतिनिधि नहीं चुना जा सका था, तब संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के द्वारा डैग हैमरस्क्जोंल्ड को विकल्प के रूप में चुना गया था, किन्तु वे दूसरी बार भी 1957 में निर्विरोध महासचिव चुन लिये गए थे।

परिचय

29 जुलाई सन 1905 को डैग हैमरस्क्जोंल्ड का जन्म स्वीडन के जोंकोपिंग में हुआ था। उनके बचपन का अधिकांश समय अपसला में बीता। सन 1914 से 1917 तक स्वीडन के प्रधानमंत्री रहे हजाल्मर हैमरस्क्जोंल्ड के वे पुत्र थे। उनके पूर्वजों ने 17 वीं शताब्दी में स्वीडन पर राज किया था। उन्होंने पहले कैथेड्रल स्कूल और फिर अपसला विश्वविद्यालय में अध्ययन किया। 1930 में उन्होंने दर्शन से परास्नातक की शिक्षा ग्रहण की और फिर क़ानून की डिग्री प्राप्त की।

संयुक्त राष्ट्र महासचिव

डैग हैमरस्क्जोंल्ड 1951 में पेरिस में संयुक्त राष्ट्र महासभा में स्वीडिश प्रतिनिधिमंडल के उपाध्यक्ष बनें। उसके बाद वे न्यूयॉर्क में महासभा के लिए 1952 में स्वीडिश प्रतिनिधिमंडल के अध्यक्ष बनाए गए। 20 दिसम्बर 1954 को स्वीडिश अकादमी में वे अपने पिता की ख़ाली सीट पर निर्वाचित हुये। 1953 से 1961 में अपनी मृत्यु तक वे संयुक्त राष्ट्र के सक्रिय महासचिव रहे। जब ट्रीगवी ली ने 1953 में संयुक्त राष्ट्र महासचिव के पद से इस्तीफा देकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से हैमरस्क्जोंल्ड की सिफारिश की तो समूचे विश्व को आश्चर्य हुआ। उम्मीदवारों की एक लंबी श्रृंखला के बाद जब कोई प्रतिनिधि नहीं चुना गया, तब संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के द्वारा डैग हैमरस्क्जोंल्ड को विकल्प के रूप में चुना गया, किन्तु वे दुबारा 1957 में निर्विरोध चुने गए।

सोवियत संघ उनके नेतृत्व में कांगो समस्या के दौरान गुस्से में आ गया था और सुझाव दिया था कि इस पद पर त्रिकोणीय उम्मीदवार का गठन किया जाये। इसका विरोध पश्चिमी देशों के द्वारा किया गया और सोवियत संघ ने उनका सुझाव मंजूर कर लिया। वे 31 मार्च को ग्यारह सुरक्षा परिषद के सदस्यों के बाहर 10 के बहुमत से चुन लिए गए थे। संयुक्त राष्ट्र महासभा में वे 7 अप्रैल से 10 अप्रैल के सत्र में 60 की तुलना में 57 मतों से चुने गए। इस चुनाव को राजनीतिक विचारों के बिना एक सक्षम टेक्नोक्रेट के रूप में देखा गया। 1957 में वह फिर से इस पद हेतु निर्वाचित हुये थे।

मृत्यु

डैग हैमरस्क्जोंल्ड का 18 सितंबर, 1961 को उत्तरी रहोडेशिया (अब ज़ाम्बिया) में हवाई दुर्घटना में उस समय निधन हो गया, जब वे कांगो के लिए एक शांति मिशन पर थे।

सम्मान व पुरस्कार

  1. 1961 में 'नोबेल शांति पुरस्कार' (मृत्यु पश्चात)। इस पुरस्कार के लिए डैग हैमरस्क्जोंल्ड का नामांकन उनकी मृत्यु से पहले ही कर लिया गया था।
  2. मानद डिग्रियाँ - ओटावा में कार्लटन विश्वविद्यालय ने 1954 में उन्हें डॉकटरेट की मानद उपाधि से सर्वप्रथम विभूषित किया।
  3. 6 अप्रैल 2011 को स्वीडन की बैंक ने घोषणा की कि 1000 के नोट पर डैग हैमरस्क्जोंल्ड की छवि का इस्तेमाल किया जाएगा।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

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