प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (अंग्रेज़ी: Pradhanmantri Mudra Yojana) एक ऐसी योजना है, जिसके अंतर्गत देश का कोई भी नागरिक अपना खुद का व्यवसाय शुरू कर सकता है या अपनी कारोबार को और आगे बढ़ा सकता है। इस योजना की स्थापना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 8 अप्रैल 2015 को की थी। पीएम मुद्रा योजना का प्रमुख उद्देश्य देश के पढ़े-लिखे नौजवान युवकों को रोजगार उपलब्ध कराना है। इस योजना के तहत सरकार उन्हें आसानी से लोन दे रही है।
उद्देश्य
देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का इस योजना को शुरू करने का प्रमुख उद्देश्य देश के जरुरतमंद नागरिकों को कम ब्याज दर पर लोन प्रदान करना है जिससे देश का प्रत्येक नागरिक अपना खुद का व्यवसाय कर सके और अपने लिए रोजगार जुटा सके। इस योजना के तहत प्रत्येक नागरिक बैंक से 10 लाख रुपये तक का लोन प्राप्त कर सकता है और अपने कारोबार को आगे बढ़ा सकता है।
श्रेणियाँ
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना यानि पीएमएमवाई (PMMY) में छोटे से लेकर बड़े रोजगार तक के लिए कर्ज दिया जाता है। रोजगार की स्थिति को देखकर इस योजना को तीन श्रेणियों में बांटा गया है[1]-
- पीएम मुद्रा शिशु योजना
- पीएम मुद्रा किशोर योजना
- पीएम मुद्रा तरुण योजना
आंकड़े
आंकड़े बताते हैं कि प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत वित्त वर्ष 2021-22 में अब तक 1,23,425.40 करोड़ रुपये तक के कर्ज दिए जा चुके हैं। पीएम मुद्रा शिशु योजना में 50 हजार रुपये तक का कर्ज, पीएम मुद्रा किशोर योजना में 50 हजार रुपये से 5 लाख रुपये तक का और पीएम मुद्रा तरुण योजना में 5 से 10 लाख रुपये तक कर्ज मिलता है। आंकड़ों को मुताबिक पीएम मुद्रा योजना के तहत वर्ष 2021-22 में अब तक 1.23 लाख करोड़ रुपये तक के लोन दिए जा चुके हैं।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ Pradhan Mantri Mudra Yojana (हिंदी) abplive.com। अभिगमन तिथि: 07 दिसम्बर, 2021।
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