सरदुल सिंह कविशेर
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पूरा नाम | सरदुल सिंह कविशेर |
जन्म | 1866 |
जन्म भूमि | अमृतसर, पंजाब |
मृत्यु | 1963 |
नागरिकता | भारतीय |
विद्यालय | पंजाब यूनिवर्सिटी |
शिक्षा | स्नातक |
संबंधित लेख | असहयोग आन्दोलन, सुभाष चन्द्र बोस |
अन्य जानकारी | सरदुल सिंह को स्वाधीनता आन्दोलन में भागेदारी के कारण नौ बार जेल गये। |
अद्यतन | 04:31, 02 अप्रैल-2017 (IST) |
सरदुल सिंह कविशेर (अंग्रेज़ी: Sardul Singh Kavishar, जन्म- 1866, अमृतसर, पंजाब; मृत्यु- 1963) भारत के सुप्रसिद्ध राष्ट्रभक्त एवं क्रांतिकारी थे।[1]
परिचय
सरदुल सिंह कविशेर का जन्म 1866 को अमृतसर में हुआ था। सन 1909 में उन्होंने पंजाब यूनिवर्सिटी से स्नातक की डिग्री प्राप्त की। वे संसार के धर्मों में तुलनात्मक अध्ययन में जुटे हुए थे किन्तु उन्हें असहयोग आन्दोलन में भागीदारी के कारण गिरफ्तार कर लिया गया। सरदुल सिंह को स्वाधीनता आन्दोलन में भागेदारी के कारण नौ बार जेल गये।
कांग्रेस संगठन
सरदुल सिंह का कांग्रेस संगठन में महत्वपूर्ण स्थान था। सन 1920 में उन्हें कांग्रेस की पंजाब प्रान्त का अध्यक्ष चुना गया। सन 1928 में उन्हें कांग्रेस की कार्यकारिणी समिति के सदस्य के रूप में चुना गया। सुभाष चन्द्र बोस का कांग्रेस के साथ मतभेद होने के दौरान सरदुल सिंह कविशेर ने सुभाष का पक्ष लिया। सन 1939 में उन्हें सुभाषचन्द्र बोस द्वारा स्थापित 'फारवर्ड ब्लॉक' का अध्यक्ष बनाया गया। सरदुल सिंह एक प्रवीण रचनाकार थे।
मृत्यु
सरदुल सिंह कविशेर का निधन 1963 में हो गया।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ सरदुल सिंह कविशेर (हिंदी) क्रांति 1857। अभिगमन तिथि: 2 अप्रैल, 2017।
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