"जय": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
No edit summary
No edit summary
 
(3 सदस्यों द्वारा किए गए बीच के 7 अवतरण नहीं दर्शाए गए)
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
{{शब्द संदर्भ लघु
{{शब्द संदर्भ लघु
|हिन्दी=विजय- जैसे-युद्ध में जय प्राप्त हुई, जीत, संयम, संग्रह, जैसे इन्द्रिय जय, [[इन्द्र]] का पुत्र जयन्त, लाभ, [[बृहस्पति]]-युग के साठ संवत्सरों में से एक, एक वृक्ष, अरणी, अग्निमन्थ, जयन्ती, [[विष्णु]] का एक द्वारपाल
|हिन्दी=विजय, युद्ध में जय प्राप्त हुई, जीत, संयम, संग्रह, जैसे इन्द्रिय जय, [[इन्द्र]] का पुत्र जयन्त, लाभ, [[बृहस्पति ऋषि|बृहस्पति]]- युग के साठ संवत्सरों में से एक, एक वृक्ष, अरणी, अग्निमन्थ, जयन्ती, [[विष्णु]] का एक द्वारपाल, जीत।
|व्याकरण=पुल्लिंग [स॰ जि+अच्] जीत, विलोम-पराजय
|व्याकरण=पुल्लिंग
|उदाहरण=अयोध्या की प्रजा [[राम|रामजी]] की जयजयकार करती थी।
|उदाहरण=अयोध्या की प्रजा [[राम|रामजी]] की '''जय''' जयकार करती थी।
|विशेष=परस्पर मिलने पर 'जय राम जी', 'जय श्री राम', 'जय गोपाल' या 'जय जिनेन्द्र' आदि कहना सांस्कृतिक धार्मिक शिष्टाचार में 'नमस्ते/प्रणाम' के समान प्रचलित है।  
|विशेष=परस्पर मिलने पर 'जय राम जी', 'जय श्री राम', 'जय गोपाल' या 'जय जिनेन्द्र' आदि कहना सांस्कृतिक धार्मिक शिष्टाचार में 'नमस्ते/प्रणाम' के समान प्रचलित है।
|पर्यायवाची=ग़लबा, ज़फ़र, जयलक्ष्मी, जयश्री, जिति, जीत, जैत्र, फ़तह, लाभ, विजय, सफलता, सर, सिद्धि
|विलोम=पराजय
|संस्कृत=जयः [जि+अच्] जीत, विजयोत्सव, विजय, सफलता, जीतना (युद्ध में खेल में या मुक़दमे में), संयम, दमन, जीतना- जैसा कि 'इन्द्रियजय' में, [[सूर्य देवता|सूर्य]] का नाम, इन्द्र का पुत्र जयन्त, [[पाण्डव]] राजकुमार [[युधिष्ठर]], विष्णु का सेवक, [[अर्जुन]] का विशेषण, [[दुर्गा]], दुर्गा का सेवक, एक प्रकार का झण्डा
|पर्यायवाची=ग़लबा, ज़फ़र, जयलक्ष्मी, जयश्री, जिति, जीत, जैत्र, फ़तह, लाभ, विजय, सफलता, सर, सिद्धि।
|संस्कृत=[जि+अच्] जीत, विजयोत्सव, विजय, सफलता, जीतना (युद्ध में खेल में या मुक़दमे में), संयम, दमन, जीतना- जैसा कि 'इन्द्रियजय' में, [[सूर्य देवता|सूर्य]] का नाम, इन्द्र का पुत्र जयन्त, [[पाण्डव]] राजकुमार [[युधिष्ठर]], विष्णु का सेवक, [[अर्जुन]] का [[विशेषण]], [[दुर्गा]], दुर्गा का सेवक, एक प्रकार का झण्डा।
|अन्य ग्रंथ=
|अन्य ग्रंथ=
}}
}}
__INDEX__

07:52, 12 फ़रवरी 2011 के समय का अवतरण

शब्द संदर्भ
हिन्दी विजय, युद्ध में जय प्राप्त हुई, जीत, संयम, संग्रह, जैसे इन्द्रिय जय, इन्द्र का पुत्र जयन्त, लाभ, बृहस्पति- युग के साठ संवत्सरों में से एक, एक वृक्ष, अरणी, अग्निमन्थ, जयन्ती, विष्णु का एक द्वारपाल, जीत।
-व्याकरण    पुल्लिंग
-उदाहरण   अयोध्या की प्रजा रामजी की जय जयकार करती थी।
-विशेष    परस्पर मिलने पर 'जय राम जी', 'जय श्री राम', 'जय गोपाल' या 'जय जिनेन्द्र' आदि कहना सांस्कृतिक धार्मिक शिष्टाचार में 'नमस्ते/प्रणाम' के समान प्रचलित है।
-विलोम    पराजय
-पर्यायवाची    ग़लबा, ज़फ़र, जयलक्ष्मी, जयश्री, जिति, जीत, जैत्र, फ़तह, लाभ, विजय, सफलता, सर, सिद्धि।
संस्कृत [जि+अच्] जीत, विजयोत्सव, विजय, सफलता, जीतना (युद्ध में खेल में या मुक़दमे में), संयम, दमन, जीतना- जैसा कि 'इन्द्रियजय' में, सूर्य का नाम, इन्द्र का पुत्र जयन्त, पाण्डव राजकुमार युधिष्ठर, विष्णु का सेवक, अर्जुन का विशेषण, दुर्गा, दुर्गा का सेवक, एक प्रकार का झण्डा।
अन्य ग्रंथ
संबंधित शब्द
संबंधित लेख

अन्य शब्दों के अर्थ के लिए देखें शब्द संदर्भ कोश