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10:53, 13 मार्च 2011 के समय का अवतरण


चित्र जानकारी
विवरण (Description) सिद्धार्थ की जन्मकुंडली तैयार करते हुए एक शाक्य राजलेखक, जिसके बाएं हाथ में जंघा पर पत्रों का संचय और दाएं हाथ में मूठ वाली लौह शलाका है
अन्य विवरण मानव जाति के इतिहास में लेखन-सामग्री ने बड़ी महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा की है। लेखन-सामग्री ने न केवल मानव संस्कृति व इतिहास को सुरक्षित रखने में योगदान दिया है, बल्कि लिपि, भाषा और मनुष्य की चिंतनधारा को भी काफ़ी गहराई से प्रभावित किया है। अतः प्राचीन लेखन-सामग्री को जानने का मतलब है, प्राचीन संस्कृति को ठीक से समझना।




चित्र का इतिहास

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दिनांक/समयअंगुष्ठ नखाकार (थंबनेल)आकारसदस्यटिप्पणी
वर्तमान08:46, 14 फ़रवरी 201108:46, 14 फ़रवरी 2011 के संस्करण का थंबनेल संस्करण500 × 614 (53 KB)फ़ौज़िया ख़ान (वार्ता | योगदान)

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