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विवरण (Description) | सिद्धार्थ की जन्मकुंडली तैयार करते हुए एक शाक्य राजलेखक, जिसके बाएं हाथ में जंघा पर पत्रों का संचय और दाएं हाथ में मूठ वाली लौह शलाका है |
अन्य विवरण | मानव जाति के इतिहास में लेखन-सामग्री ने बड़ी महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा की है। लेखन-सामग्री ने न केवल मानव संस्कृति व इतिहास को सुरक्षित रखने में योगदान दिया है, बल्कि लिपि, भाषा और मनुष्य की चिंतनधारा को भी काफ़ी गहराई से प्रभावित किया है। अतः प्राचीन लेखन-सामग्री को जानने का मतलब है, प्राचीन संस्कृति को ठीक से समझना। |
चित्र का इतिहास
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दिनांक/समय | अंगुष्ठ नखाकार (थंबनेल) | आकार | सदस्य | टिप्पणी | |
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वर्तमान | 08:46, 14 फ़रवरी 2011 | 500 × 614 (53 KB) | फ़ौज़िया ख़ान (वार्ता | योगदान) |
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