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{{सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी}}
{{सामान्य ज्ञान नोट}}
{| class="bharattable-green" width="100%"
|-
| valign="top"|
{| width="100%"
|
<quiz display=simple>
{[[अकबर]] की धात्री का नाम क्या था?
|type="()"}
-मरियम उ ज़्ज़मानी
-मरियम उ मक़ानी
+माहम अंगा
-जोधा


{[[मलिक अम्बर]] कहाँ का रहने वाला था?
|type="()"}
-तुर्किस्तान
+अबीसीनिया
-[[ईरान]]
-तूरान
{[[अश्वघोष]] किसके शासनकाल में हुआ?
|type="()"}
-[[अशोक]]
-[[हर्षवर्धन]]
+[[कनिष्क]]
-[[पुष्यमित्र शुंग]]
||विम के बाद कुषाण साम्राज्य का अधिपति कौन बना, इस सम्बन्ध में इतिहासकारों में बहुत मतभेद है। वैसे तो सभी कुषाण राजाओं के तिथिक्रम का विषय विवादग्रस्त है, और अनेक इतिहासकार [[कुजुल कडफ़ाइसिस|राजा कुजुल]] और [[विम कडफ़ाइसिस|विम]] तक को कनिष्क का पूर्ववर्ती न मानकर परवर्ती मानते हैं, पर अब बहुसंख्यक इतिहासकारों का यही मत है, कि कनिष्क ने कुजुल और विम के बाद ही शासन किया, पहले नहीं।{{point}} अधिक जानकारी के देखें:- [[कनिष्क]]
{[[कुषाण वंश]] वृक्ष का पता चलता है?
|type="()"}
+[[राबाटक लेख|राबाटक अभिलेख]] से
-रोसेटा अभिलेख से
-हाथी गुम्फ़ा अभिलेख से
-[[शोडाष]] अभिलेख से
||राबाटक शिलालेख [[अफ़ग़ानिस्तान]] के राबाटक स्थान के उत्खनन में 1993 में मिला था। यह यूनानी लिपि और बॅक्ट्रियन भाषा में है।{{point}} अधिक जानकारी के देखें:- [[राबाटक लेख]]
{'[[मिलिन्द]]' किस [[हिन्दी]] [[यूनानी]] राजा को कहा गया है?
|type="()"}
-मिरेकस
+[[मिलिंद (मिनांडर)|मिनांडर]]
-ड्रिमेटियस
-[[महापद्मनंद]]
||प्रथम पश्चिमी राजा जिसने [[बौद्ध धर्म]] अपनाया और [[मथुरा]] पर शासन किया। राज्य की सीमा- बैक्ट्रिया, [[पंजाब]], [[हिमाचल प्रदेश|हिमाचल]], [[जम्मू]] से [[मथुरा]]। [[डेमेट्रियस]] के समान मिनान्डर नामक यवन राजा के भी अनेक सिक्के उत्तर - पश्चिमी भारत में उपलब्ध हुए हैं। मिनान्डर की राजधानी शाकल (सियालकोट) थी।{{point}} अधिक जानकारी के देखें:- [[मिलिंद (मिनांडर)]]
{[[पाणिनि]] के व्याकरण में उल्लिखित अग्रश्रेणयः या [[अगलस्सोई]] ने किससे युद्ध किया था?
|type="()"}
-[[मुहम्मद गौरी]]
-[[मुहम्मद बिन क़ासिम]]
-[[राजवुल]]
+[[सिकन्दर]]
||सिकंदर महान मेसेडोनिया का ग्रीक प्रशासक था। वह एलेक्ज़ेंडर तृतीय तथा एलेक्ज़ेंडर मेसेडोनियन नाम से भी जाना जाता है। इतिहास में वह सबसे कुशल और यशस्वी सेनापति माना गया है। अपनी मृत्यु तक वह उस तमाम भूमि को जीत चुका था जिसकी जानकारी प्राचीन ग्रीक लोगों को थी। इसलिए उसे विश्वविजेता भी कहा जाता है। उसने अपने कार्यकाल में [[ईरान]], [[सीरिया]], [[मिस्र]], [[मेसोपोटेमिया]], [[फिनीशिया]], [[जुदेआ]], [[गाझा]], [[बैक्ट्रिया]] और [[भारत]] में [[पंजाब]] तक के प्रदेश पर विजय हासिल की थी। सिकन्दर के पिता का नाम फ़िलिप था।{{point}} अधिक जानकारी के देखें:- [[सिकन्दर]]
{सम्राट [[अशोक]] की पत्नी का नाम क्या था?
|type="()"}
-आम्रपाली
+देवी
-कोषा
-[[कम्बोजिका]]
{[[शेरशाह]] के बाद और [[अकबर]] से पहले [[दिल्ली]] पर हिन्दू राजा का नाम क्या था?
|type="()"}
-[[पृथ्वीराज चौहान|पृथ्वीराज]]
+[[हेमू]]
-[[भोज]]
-[[पुष्यमित्र शुंग|पुष्यमित्र]]
||हेमू के पिता राय पूरनमल [[राजस्थान]] के अलवर ज़िले से आकर रेवाड़ी के कुतुबपुर में बस गए थे। हेमू तब छोटे ही थे। बड़े होने पर वे भी पिता के व्यवसाय में जुट गए। वे [[शेरशाह|शेरशाह सूरी]] की सेना को शोरा सप्लाई करते थे। शेरशाह उनके व्यक्तित्व से काफ़ी प्रभावित था।{{point}} अधिक जानकारी के देखें:- [[हेमू ]]
{'आर्य' शब्द का शाब्दिक अर्थ है?
|type="()"}
-वीर या योद्धा
+श्रेष्ठ या कुलीन
यज्ञकर्ता या पुरोहित
-विद्धान
{इनमें से किस फ़सल का ज्ञान वैदिक काल के लोगों को नहीं था?
|type="()"}
-जौ
-[[गेहूँ]]
-[[चावल]]
+तम्बाकू
{वैदिक गणित का महत्त्वपूर्ण अंग है?
|type="()"}
-[[शतपथ ब्राह्म]]
-[[अथर्ववेद]]
+शुल्व सूत्र
-[[छांदोग्य उपनिषद]]
{किस [[वेद]] में प्राचीन वैदिक युग की संस्क़ृति के बारे में सूचना दी गई हैं?
|type="()"}
+[[ऋग्वेद]]
-[[यजुर्वेद]]
-[[अथर्ववेद]]
-[[सामवेद]]
||ऋग्वेद सबसे प्राचीनतम है। 'ॠक' का अर्थ होता है छन्दोबद्ध रचना या श्लोक। ॠग्वेद के सूक्त विविध [[देवता|देवताओं]] की स्तुति करने वाले भाव भरे गीत हैं। इनमें भक्तिभाव की प्रधानता है। यद्यपि ॠग्वेद में अन्य प्रकार के सूक्त भी हैं, परन्तु देवताओं की स्तुति करने वाले स्त्रोतों की प्रधानता है। ॠग्वेद में कुल दस मण्डल हैं और उनमें 1,029 सूक्त हैं और कुल 10,580 ॠचाएँ हैं। ये स्तुति मन्त्र हैं।{{point}} अधिक जानकारी के देखें:- [[ऋग्वेद]]
{वेदों की संख्या कितनी है?
|type="()"}
-दो
-तीन
+चार
-आठ
{[[भारत]]  के राजचिह्न में प्रयुक्त होनेवाले शब्द 'सत्यमेव जयते'  किस उपनिषद से लिए गए हैं?
|type="()"}
+मुण्डक उपनिषद
-कठ उपनिषद
-ईश उपनिषद
-वृहदारण्यक उपनिषद
{ऋग्वैदिक आर्यों का मुख्य व्यवसाय क्या था?
|type="()"}
-[[कृषि]]
+पशुपालन
-शिक्षा
-व्यवसाय
{भारतीय [[संगीत]] का आदिग्रंथ कहा जाता है?
|type="()"}
-[[ऋग्वेद]]
-[[यजुर्वेद]]
-[[अथर्ववेद]]
+[[सामवेद]]
||‘साम‘ शब्द का अर्थ है ‘गान‘। सामवेद में संकलित मंत्रों को देवताओं की स्तुति के समय गाया जाता था। सामवेद में कुल 1875 ऋचायें हैं। जिनमें 75 से अतिरिक्त शेष [[ऋग्वेद]] से ली गयी हैं। इन ऋचाओं का गान सोमयज्ञ के समय ‘उदगाता‘ करते थे।{{point}} अधिक जानकारी के देखें:- [[सामवेद]]
{प्रथम विधि निर्माता कौन हैं?
|type="()"}
+मनु
-[[चाणक्य]]
-[[चन्द्रगुप्त मौर्य|चन्द्रगुप्त]]
-[[सेल्युकस]]
{[[कृष्ण]] भक्ति का प्रथम और प्रधान ग्रंथ है?
|type="()"}
+[[गीता|श्रीमद्भागवतगीता]]
-[[महाभारत]]
-गीतगोविन्द
-इनमें से कोई नहीं
{[[ऋग्वेद]] में संपत्ति का प्रमुख रूप क्या है?
|type="()"}
+गोधन
-भूमि
-आकाश
-इनमें से कोई नहीं
{[[ऋग्वेद]] के किस मंडल में शूद्र का उल्लेख पहली बार मिलता है?
|type="()"}
-7वें
-8वें
-9वें
+10वें
{[[पुराण|पुराणों]] की संख्या कितनी है?
|type="()"}
+18
-19
-21
-20
{वैदिक धर्म का मुख्य लक्षण इनमें से किसकी उपासना था?
|type="()"}
+प्रकृति
-पशुपति
-देवी माता
-त्रिमूर्ति
{किस [[देवता]] के लिए [[ऋग्वेद]] में 'पुरंदर' शब्द का प्रयोग हुआ है?
|type="()"}
+[[इंद्र]]
-[[अग्नि]]
-[[वरुण देवता|वरुण]]
-सोम
||[[ॠग्वेद]] के प्राय: 250 सूक्तों में [[इन्द्र]] का वर्णन है तथा 50 सूक्त ऐसे हैं जिनमें दूसरे देवों के साथ इन्द्र का वर्णन है। इस प्रकार लगभग ऋग्वेद के चतुर्थांश में इन्द्र का वर्णन पाया जाता है। इससे हम इस निष्कर्ष पर पहुँचते हैं कि इन्द्र वैदिक युग का सर्वप्रिय [[देवता]] था। इन्द्र शब्द की व्युत्पत्ति एवं अर्थ अस्पष्ट है। {{point}} अधिक जानकारी के देखें:- [[इन्द्र]]
{'शुल्व सूत्र' किस विषय से संबंधित पुस्तक है?
|type="()"}
+ज्यामिति
-ज्योतिष
-गणित
-खगोल
{'असतो मा सदगमय' कहाँ से लिया गया है?
|type="()"}
+[[ऋग्वेद]]
-[[यजुर्वेद]]
-[[अथर्ववेद]]
-[[सामवेद]]
||ऋग्वेद सबसे प्राचीनतम है। 'ॠक' का अर्थ होता है छन्दोबद्ध रचना या श्लोक। ॠग्वेद के सूक्त विविध [[देवता|देवताओं]] की स्तुति करने वाले भाव भरे गीत हैं। इनमें भक्तिभाव की प्रधानता है। यद्यपि ॠग्वेद में अन्य प्रकार के सूक्त भी हैं, परन्तु देवताओं की स्तुति करने वाले स्त्रोतों की प्रधानता है। ॠग्वेद में कुल दस मण्डल हैं और उनमें 1,029 सूक्त हैं और कुल 10,580 ॠचाएँ हैं। ये स्तुति मन्त्र हैं।{{point}} अधिक जानकारी के देखें:- [[ऋग्वेद]]
{[[आर्य]] [[भारत]] में बाहर से आए और सर्वप्रथम बसे थे?
|type="()"}
-सामातट में
-प्रागज्योतिष में
+[[पंजाब]] में
-[[पांचाल]] में
{वैशेषिक दर्शन के प्रतिपादक हैं?
|type="()"}
-कपिल
-अक्षपाद गौतम
+उलूक कणद
-पतंजलि
{मीमांसा या पूर्व-मीमांसा दर्शन के प्रतिपादन है?
|type="()"}
+जैमिनी
-बादरायण
-बुद्ध
-महावीर
{प्रसिद्ध दस राजाओं का युद्ध-दाशराज युद्ध-किस नदी के तट पर लड़ा गया?
|type="()"}
-[[गंगा]]
-ब्रह्मपुत्र
-कावेरी
+परूष्णी
{किस काल में अछूत की अवधारणा स्पष्ट रूप से उदित हुयी?
|type="()"}
-ऋग्वैदिक काल
-उत्तर वैदिक काल
+धर्मशास्त्र के काल
-उत्तर-गुप्त काल
{प्राचीन भारत में 'निष्क' से जाने जाते थे?
|type="()"}
+स्वर्ण आभूषण
-गायें
-ताँबे के सिक्के
-चाँदी के सिक्के
{योग दर्शन के प्रतिपादक हैं?
|type="()"}
+पतंजलि
-गौतम
-जैमिनी
-शंकराचार्य
{उपनिष्द् पुस्तकें है?
|type="()"}
-धर्म पर
-योग पर
-विधि पर
+दर्शन पर
{'गोत्र' व्यवस्था प्रचलन में कब आई?
|type="()"}
-ऋग्वैदिक काल में
+उत्तर वैदिक काल में
-महाकाव्य काल में
-सूत्रकाल में
</quiz>
|}
|}

13:33, 24 मार्च 2011 के समय का अवतरण