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| {{Elementbox
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| |name=हाइड्रोजन
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| |symbol=H
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| |number=1
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| |pronounce=
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| |left=-
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| |right=[[हिलियम]]
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| |above=-
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| |below=[[लिथियम|Li]]
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| |series=अधातु
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| |series comment=
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| |group=1
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| |period=1
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| |block=s
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| |series color=
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| |phase color=
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| |appearance=प्लाज़्मा अवस्था में बैंगनी प्रभा सहित रंगहीन गैस
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| |image name=Hydrogenglow.jpg
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| |image size=
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| |image name comment=
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| |image name 2=Hydrogen Spectra.jpg
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| |image size 2=
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| |image name 2 comment=हाइड्रोजन की वर्णक्रम रेखाएँ
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| |atomic mass=1.00794
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| |atomic mass 2=7
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| |atomic mass comment=
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| |electron configuration=1s<sup>1</sup>
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| |electrons per shell=1
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| |color=रंगहीन
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| |phase=गैस
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| |phase comment=
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| |density gplstp=0.08988
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| |density gpcm3nrt=
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| |density gpcm3nrt 3=
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| |density gpcm3mp=0.07 (0.0763 [[ठोस]])<ref>{{cite book|url=http://books.google.com/books?id=vEwj1WZKThEC&pg=PA240|page=240|title=Inorganic chemistry|author=Wiberg, Egon; Wiberg, Nils; Holleman, Arnold Frederick|publisher=Academic Press|year=2001|isbn=0123526515}}</ref>
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| |melting point K=14.01
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| |melting point C=-259.14
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| |melting point F=-434.45
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| |melting point pressure=
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| |sublimation point K=
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| |sublimation point C=
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| |sublimation point F=
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| |sublimation point pressure=
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| |boiling point K=20.28
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| |boiling point C=-252.87
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| |boiling point F=-423.17
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| |boiling point pressure=
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| |triple point K=13.8033
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| |triple point kPa=7.042
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| |triple point K 2=
| |
| |triple point kPa 2=
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| |critical point K=32.97
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| |critical point MPa=1.293
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| |heat fusion=(H<sub>2</sub>) 0.117
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| |heat fusion 2=
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| |heat fusion pressure=
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| |heat vaporization=(H<sub>2</sub>) 0.904
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| |heat vaporization pressure=
| |
| |heat capacity=(H<sub>2</sub>) 28.836
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| |heat capacity pressure=
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| |vapor pressure 1=
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| |vapor pressure 10=
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| |vapor pressure 100=
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| |vapor pressure 1 k=
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| |vapor pressure 10 k=15
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| |vapor pressure 100 k=20
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| |vapor pressure comment=
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| |crystal structure=षटकोणीय
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| |oxidation states=1, -1
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| |oxidation states comment=उदासीन ऑक्साइड
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| |electronegativity=2.20
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| |number of ionization energies=1
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| |1st ionization energy=1312.0
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| |2nd ionization energy=
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| |3rd ionization energy=
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| |atomic radius=
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| |atomic radius calculated=
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| |covalent radius=31±5
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| |Van der Waals radius=120
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| |magnetic ordering=[[प्रतिचुम्बकीय]]<ref>[http://www-d0.fnal.gov/hardware/cal/lvps_info/engineering/elementmagn.pdf Magnetic susceptibility of the elements and inorganic compounds], in Handbook of Chemistry and Physics 81st edition, CRC press. </ref>
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| |electrical resistivity=
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| |electrical resistivity at 0=
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| |electrical resistivity at 20=
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| |thermal conductivity=0.1805
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| |thermal conductivity 2=
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| |thermal diffusivity=
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| |thermal expansion=
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| |thermal expansion at 25=
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| |speed of sound=(गैस, 27 °C) 1310
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| |speed of sound rod at 20=
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| |speed of sound rod at r.t.=
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| |Tensile strength=
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| |Young's modulus=
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| |Shear modulus=
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| |Bulk modulus=
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| |Poisson ratio=
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| |Mohs hardness=
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| |Vickers hardness=
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| |Brinell hardness=
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| |CAS number=1333-74-0
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| |isotopes=
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| {{Elementbox_isotopes_stable | mn=1 | sym=H | na=99.985% | n=0 }}
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| {{Elementbox_isotopes_stable | mn=2 | sym=H | na=0.015% | n=1 | link=ड्यूटेरियम }}
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| {{Elementbox_isotopes_decay | mn=3 | sym=H | na=[[Trace radioisotope|ट्रेस]] | hl=12.32 [[years|y]] | dm=[[beta minus decay|β<sup>−</sup>]] | de=0.01861 | pn=3 | ps=[[helium|He]] | link=Tritium }}
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| }}
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| ([[अंग्रेज़ी भाषा|अंग्रेज़ी]]:Hydrogen) हाइड्रोजन [[आवर्त सारणी]] का प्रथम [[तत्व]] है। यह अन्य सभी तत्वों से हल्का होता है। इसका प्रतीकानुसार '<math>\mathbf{H}</math>' तथा [[परमाणु संख्या]] 1 होती है। इसका [[परमाणु द्रव्यमान]] 1.008 होता है। इसका इलेक्ट्रॉनिक विन्यास <math>\mathbf{1}</math><math>\mathbf{s}</math><sup>1</sup> होता है। इसे अवार्त सारणी के उपवर्ग <math>\mathbf{I}</math><math>\mathbf{A}</math> में रखा गया है। यह '<math>\mathbf{s}</math>' - ब्लॉक का सदस्य है। कुछ मामले में हाइड्रोजन की समानता [[हैलोजन]] के साथ होने के कारण इसे इन तत्वों के साथ उपवर्ग <math>\mathbf{V}</math><math>\mathbf{I}</math><math>\mathbf{I}</math> <math>\mathbf{A}</math> में भी रख दिया गया है। प्रथम तत्व होने के कारण हाइड्रोजन का 9वाँ स्थान है। [[सूर्य]] और [[तारा|तारों]] का आधा भाग हाइड्रोजन का बना है। हाइड्रोजन को भविष्य का [[ईंधन]] कहा जाता है। इसके नाभिक में सिर्फ एक [[प्रोटॉन]] होता है। यह आवर्त सारणी का एकमात्र ऐसा तत्व है, इसके नाभिक में [[न्यूट्रॉन]] नहीं पाया जाता है। इसकी खोज 1766 ई. में हेनरी कैवेंडिस ने की। हाइड्रोजन सभी [[अम्ल|अम्लों]] का अनिवार्य अंग है। (DAVY का कथन)
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| ==हाइड्रोजन निर्माण की विधि==
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| (i) [[लाल रंग|लाल]] तप्त [[लोहा|लोहे]] पर भाप प्रवाहित करने पर हाइड्रोजन [[गैस]] प्राप्त होती है।
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| <blockquote><math>\mathbf{3}</math><math>\mathbf{F}</math><math>\mathbf{e}</math> <big>+</big> <math>\mathbf{4}</math><math>\mathbf{H}</math><sub>2</sub><math>\mathbf{O}</math> <big>→</big> <math>\mathbf{F}</math><math>\mathbf{e}</math><sub>3</sub><math>\mathbf{O}</math><sub>4</sub> <big>+</big> <math>\mathbf{4}</math><math>\mathbf{H}</math><sub>2</sub><big>↑</big>
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| </blockquote>
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| (ii) हाइड्रोजन की [[जल]] से प्रतिक्रिया करने पर हाइड्रोजन गैस प्राप्त होती है।
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| <blockquote><math>\mathbf{C}</math><math>\mathbf{a}</math><math>\mathbf{H}</math><sub>2</sub> <big>+</big> <math>\mathbf{2}</math><math>\mathbf{H}</math><sub>2</sub><math>\mathbf{O}</math> <big>→</big> <math>\mathbf{C}</math><math>\mathbf{a}</math><big>(</big><math>\mathbf{O}</math><math>\mathbf{H}</math><big>)</big><sub>2</sub> <big>+</big> <math>\mathbf{H}</math><sub>2</sub><big>↑</big></blockquote>
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| (iii) [[सोडियम]] की जल के साथ प्रतिक्रिया करने पर हाइड्रोजन गैस प्राप्त होती है।
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| <blockquote><math>\mathbf{2}</math><math>\mathbf{N}</math><math>\mathbf{a}</math> <big>+</big> <math>\mathbf{2}</math><math>\mathbf{H}</math><sub>2</sub><math>\mathbf{O}</math> <big>→</big> <math>\mathbf{2}</math><math>\mathbf{N}</math><math>\mathbf{a}</math><math>\mathbf{O}</math><math>\mathbf{H}</math> <big>+</big> <math>\mathbf{H}</math><sub>2</sub><big>↑</big></blockquote>
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| ==हाइड्रोजन का अधिशोषण==
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| [[पैलेडियम]] जैसी कुछ [[धातु|धातुओं]] के महीन चूर्ण द्वारा हाइड्रोजन गैस शीघ्रता से अवशोषित कर ली जाती है। धातु को गर्म करने पर अधिशोषित गैस पुनः बाहर निकल जाती है। हाइड्रोजन के इस प्रकार अधिशोषित होने की क्रिया को हाइड्रोजन का अधिशोषण कहते हैं।
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| ==तेलों का हाइड्रोजनीकरण==
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| उच्च [[दाब]] पर निकेल उत्प्रेरक की उपस्थिति में हाइड्रोजन वनस्पलि तेलों से संयोग करके उन्हें वनस्पति घी में परिणत कर देता है, इस प्रक्रिया को तेलों का हाइड्रोजनीकरण कहते हैं।
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| ==हाइड्रोजन का उपयोग==
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| # प्रायः अन्य गैसों के साथ मिश्रित कर ईंधन के रूप में उपयोग करा जाता है।
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| # हैबर विधि से [[अमोनिया]] के उत्पादन में होता है।
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| # वनस्पति घी के निर्माण में उपयोग होता है।
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| # गैसोलिन के उत्पाद में भी उपयोग होता है
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| # [[ऑक्सीजन]] हाइड्रोजन लौ ([[ताप]] 2800°<math>\mathbf{C}</math>) का उपयोग धातुओं को काटने तथा जोड़ने में होता है।
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| # हल्की गैस होने के कारण गुब्बारे में भरने में होता है, किन्तु ज्वलनशील होने के कारण आजकल इसकी जगह [[हीलियम]] या हीलियम-हाइड्रोजन मिश्रण <big>(</big><math>\mathbf{H}</math><math>\mathbf{e}</math> <math>\mathbf{8}</math><math>\mathbf{5}</math><big>%</big> <big>+</big> <math>\mathbf{H}</math><sub>2</sub> <math>\mathbf{1}</math><math>\mathbf{5}</math><big>%</big><big>)</big> का व्यवहार होता है।
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| # [[द्रव]] हाइड्रोजन रॉकेट ईंधन के रूप में प्रयुक्त होता है।
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| ==हाइड्रोजन के रूप==
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| ====<u>नवजात हाइड्रोजन</u>====
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| रासायनिक प्रतिक्रिया के फलस्वरूप किसी [[यौगिक]] से तुरन्त निकली हुई हाइड्रोजन गैस नवजात कहलाती है। यह आण्विक हाइड्रोजन से अधिक क्रियाशील होता है।
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| ====<u>परमाण्विक हाइड्रोजन</u>====
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| हाइड्रोजन [[अणु]] के विघटन से प्राप्त होने वाले हाइड्रोजन को परमाण्विक हाइड्रोजन कहते हैं।
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| ====<u>ऑर्थों हाइड्रोजन</u>====
| |
| हाइड्रोजन का वह रूप जिसमें हाइड्रोजन आणु के [[परमाणु|परमाणुओं]] के नाभिक एक ही दिशा में चक्रण करते हैं, ऑर्थों हाइड्रोजन कहलाता है।
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| ====<u>पारा हाइड्रोजन</u>====
| |
| हाइड्रोजन का वह रूप जिसमें हाइड्रोजन आणु के परमाणुओं के नाभिक एक दूसरे के विपरीत दिशा में चक्रण करते हैं, पारा हाइड्रोजन कहलाता है।
| |
| ==हाइड्रोजन के समस्थानिक==
| |
| {{main|हाइड्रोजन के समस्थानिक}}
| |
| हाइड्रोजन के तीन [[समस्थानिक]] होते हैं, ये है-
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| #प्रोटियम <big>(</big><sub>1</sub><math>\mathbf{H}</math><sup>1</sup><big>)</big>
| |
| #ड्यूटेरियम <big>(</big><sub>1</sub><math>\mathbf{H}</math><sup>2</sup> या <math>\mathbf{D}</math><big>)</big>
| |
| #ट्राइटियम <big>(</big><sub>1</sub><math>\mathbf{H}</math><sup>3</sup> या <math>\mathbf{T}</math><big>)</big>
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| {{लेख प्रगति
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| |आधार=
| |
| |प्रारम्भिक=प्रारम्भिक2
| |
| |माध्यमिक=
| |
| |पूर्णता=
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| |शोध=
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| }}
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| ==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
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| <references/>
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| |
| [[Category:रसायन विज्ञान]]
| |
| [[Category:विज्ञान_कोश]]
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