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14:46, 2 जून 2011 के समय का अवतरण
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गुरु गुड़ रहा, चेला शक्कर हो गया
- यह लोकोक्ति एक प्रचलित कहावत है।
- इसका अर्थ- छोटे–बड़ों से आगे बढ़ जाते हैं।
टीका टिप्पणी और संदर्भ