"कहीं की ईंट कहीं का रोड़ा": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
व्यवस्थापन (वार्ता | योगदान) No edit summary |
व्यवस्थापन (वार्ता | योगदान) छो (Text replace - "चीजों" to "चीज़ों") |
||
(एक दूसरे सदस्य द्वारा किया गया बीच का एक अवतरण नहीं दर्शाया गया) | |||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
{{पुनरीक्षण}} | {{पुनरीक्षण}} | ||
<poem>कहीं की ईंट | <poem>कहीं की ईंट कहीं का रोड़ा | ||
कहीं का रोड़ा | |||
भानुमती ने कुनबा जोड़ा</poem> | भानुमती ने कुनबा जोड़ा</poem> | ||
*यह [[कहावत लोकोक्ति मुहावरे|लोकोक्ति]] एक प्रचलित कहावत है। | *यह [[कहावत लोकोक्ति मुहावरे|लोकोक्ति]] एक प्रचलित कहावत है। | ||
*इसका अर्थ- बेमेल | *इसका अर्थ- बेमेल चीज़ों को जोड़-जोड़कर इकट्ठा कर लेना। | ||
{{प्रचार}} | {{प्रचार}} | ||
पंक्ति 12: | पंक्ति 11: | ||
<references/> | <references/> | ||
[[Category:कहावत लोकोक्ति मुहावरे]] | [[Category:कहावत लोकोक्ति मुहावरे]] | ||
[[Category: | [[Category:साहित्य कोश]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ |
08:07, 8 जुलाई 2011 के समय का अवतरण
![]() |
इस लेख का पुनरीक्षण एवं सम्पादन होना आवश्यक है। आप इसमें सहायता कर सकते हैं। "सुझाव" |
कहीं की ईंट कहीं का रोड़ा
भानुमती ने कुनबा जोड़ा
- यह लोकोक्ति एक प्रचलित कहावत है।
- इसका अर्थ- बेमेल चीज़ों को जोड़-जोड़कर इकट्ठा कर लेना।
टीका टिप्पणी और संदर्भ