"शौरसेन": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
No edit summary
No edit summary
 
(2 सदस्यों द्वारा किए गए बीच के 2 अवतरण नहीं दर्शाए गए)
पंक्ति 2: पंक्ति 2:
*[[महाभारत]] के अनुसार आधुनिक [[ब्रजमंडल]] का प्राचीन नाम शौरसेन था।  
*[[महाभारत]] के अनुसार आधुनिक [[ब्रजमंडल]] का प्राचीन नाम शौरसेन था।  
*यहाँ बोली जाने वाली भाषा [[शौरसेनी]] कहलाती थी।  
*यहाँ बोली जाने वाली भाषा [[शौरसेनी]] कहलाती थी।  
*यहाँ [[शूरसेन]] नामक राजा का राज्य था।  
*यहाँ शूरसेन नामक राजा का राज्य था।  
*बाद में [[जरासंध]] के बार-बार के आक्रमणों के कारण शौरसेनवासियों को अपना क्षेत्र छोड़कर दक्षिण दिशा में चले जाने को बाध्य होना पड़ा।  
*बाद में [[जरासंध]] के बार-बार के आक्रमणों के कारण शौरसेनवासियों को अपना क्षेत्र छोड़कर दक्षिण दिशा में चले जाने को बाध्य होना पड़ा।  
*[[युधिष्ठिर]] के [[राजसूय यज्ञ]] के समय [[सहदेव]] ने इन्हें पराजित किया था।
*[[युधिष्ठिर]] के [[राजसूय यज्ञ]] के समय [[सहदेव]] ने इन्हें पराजित किया था।


{{लेख प्रगति
|आधार=आधार1
|प्रारम्भिक=
|माध्यमिक=
|पूर्णता=
|शोध=
}}


[[Category:नया पन्ना]]
== संबंधित लेख ==
{{ब्रज}}
[[Category:ब्रज]]
[[Category:पौराणिक कोश]]
__INDEX__
__INDEX__

10:09, 9 अगस्त 2011 के समय का अवतरण

  • महाभारत के अनुसार आधुनिक ब्रजमंडल का प्राचीन नाम शौरसेन था।
  • यहाँ बोली जाने वाली भाषा शौरसेनी कहलाती थी।
  • यहाँ शूरसेन नामक राजा का राज्य था।
  • बाद में जरासंध के बार-बार के आक्रमणों के कारण शौरसेनवासियों को अपना क्षेत्र छोड़कर दक्षिण दिशा में चले जाने को बाध्य होना पड़ा।
  • युधिष्ठिर के राजसूय यज्ञ के समय सहदेव ने इन्हें पराजित किया था।


संबंधित लेख