"प्राचीन विश्वविद्यालय": अवतरणों में अंतर

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[[चित्र:Buddhist-Nalanda-University.jpg|thumb|250px|सरिपुत्ता स्तूप, [[नालन्दा विश्‍वविद्यालय]]]]
[[भारत]] में दुनिया के पहले विश्वविद्यालय '[[तक्षशिला विश्वविद्यालय]]' की स्थापना सातवीं शती ईसा पूर्व हो गयी थी। यह समय [[नालन्दा विश्वविद्यालय]] से लगभग 1200 वर्ष पहले था। 'तेलपत्त' और 'सुसीमजातक' में [[तक्षशिला]] को [[काशी]]  से 2,000 कोस दूर बताया गया हे। जातकों में तक्षशिला के महाविद्यालय की भी अनेक बार चर्चा हुई है। यहाँ अध्ययन करने के लिए दूर-दूर से विद्यार्थी आते थे। भारत के ज्ञात इतिहास का यह सर्वप्राचीन विश्वविद्यालय था। इस विश्वविद्यालय में राजा और रंक सभी विद्यार्थियों के साथ समान व्यवहार होता था। जातक कथाओं से यह भी ज्ञात होता है कि तक्षशिला में 'धनुर्वेद' तथा 'वैद्यक' तथा अन्य विद्याओं की ऊंची शिक्षा दी जाती थी। प्राचीन विश्वविद्यालय निम्न थे-
[[भारत]] में दुनिया के पहले विश्वविद्यालय '[[तक्षशिला विश्वविद्यालय]]' की स्थापना सातवीं शती ईसा पूर्व हो गयी थी। यह समय [[नालन्दा विश्वविद्यालय]] से लगभग 1200 वर्ष पहले था। 'तेलपत्त' और 'सुसीमजातक' में [[तक्षशिला]] को [[काशी]]  से 2,000 कोस दूर बताया गया हे। जातकों में तक्षशिला के महाविद्यालय की भी अनेक बार चर्चा हुई है। यहाँ अध्ययन करने के लिए दूर-दूर से विद्यार्थी आते थे। भारत के ज्ञात इतिहास का यह सर्वप्राचीन विश्वविद्यालय था। इस विश्वविद्यालय में राजा और रंक सभी विद्यार्थियों के साथ समान व्यवहार होता था। जातक कथाओं से यह भी ज्ञात होता है कि तक्षशिला में 'धनुर्वेद' तथा 'वैद्यक' तथा अन्य विद्याओं की ऊंची शिक्षा दी जाती थी। प्राचीन विश्वविद्यालय निम्न थे-
#[[ओदन्तपुरी विश्‍वविद्यालय]]
#[[ओदन्तपुरी विश्‍वविद्यालय]]

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सरिपुत्ता स्तूप, नालन्दा विश्‍वविद्यालय

भारत में दुनिया के पहले विश्वविद्यालय 'तक्षशिला विश्वविद्यालय' की स्थापना सातवीं शती ईसा पूर्व हो गयी थी। यह समय नालन्दा विश्वविद्यालय से लगभग 1200 वर्ष पहले था। 'तेलपत्त' और 'सुसीमजातक' में तक्षशिला को काशी से 2,000 कोस दूर बताया गया हे। जातकों में तक्षशिला के महाविद्यालय की भी अनेक बार चर्चा हुई है। यहाँ अध्ययन करने के लिए दूर-दूर से विद्यार्थी आते थे। भारत के ज्ञात इतिहास का यह सर्वप्राचीन विश्वविद्यालय था। इस विश्वविद्यालय में राजा और रंक सभी विद्यार्थियों के साथ समान व्यवहार होता था। जातक कथाओं से यह भी ज्ञात होता है कि तक्षशिला में 'धनुर्वेद' तथा 'वैद्यक' तथा अन्य विद्याओं की ऊंची शिक्षा दी जाती थी। प्राचीन विश्वविद्यालय निम्न थे-

  1. ओदन्तपुरी विश्‍वविद्यालय
  2. तक्षशिला विश्वविद्यालय
  3. नालन्दा विश्‍वविद्यालय
  4. विक्रमशिला विश्‍वविद्यालय


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