"साँचा:भूला-बिसरा भारत": अवतरणों में अंतर

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*रावण ने वायलिन का आविष्कार किया था ? आज भी चलन में है रावण हत्था [[रावण हत्था|... और पढ़ें]]
* 'टेसू' को साथ लेकर बच्चे घर-घर जाकर पैसे मांगते थे चाहे वे अमीर घर के हों या ग़रीब [[टेसू|...और पढ़ें]]
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*पहले बच्चों को पाठशाला के पाठ्यक्रम के रूप में सिखाया जाता था। अब शायद ही कोई जानता हो 'तकली' [[तकली|... और पढ़ें]]
* भारतीय शिक्षा परंपरा में 'टोल' का प्रचलन लगभग पूरे भारत में था [[टोल|...और पढ़ें]]
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*हमारे महान संस्कृत ग्रंथ ताड़पत्रों पर लिखे गये। क्या थे ये 'ताड़पत्र' ? [[ताड़पत्र (लेखन सामग्री)|... और पढ़ें]]
* घर-घर में पायी जाने वाली 'रहल' अब दुर्लभ हो गयी है [[रहल|... और पढ़ें]]
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*'किमखाब' के कारीगरों की क़द्र हो न हो लेकिन उनका काम बेमिसाल हुआ करता था [[किमखाब|... और पढ़ें]]
* भारत में पहले छोटी मुद्रा के रूप में भी प्रयोग होती थी 'कौड़ी' ? [[कौड़ी|... और पढ़ें]]
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07:40, 13 दिसम्बर 2011 के समय का अवतरण

भूला-बिसरा भारत
  • 'टेसू' को साथ लेकर बच्चे घर-घर जाकर पैसे मांगते थे चाहे वे अमीर घर के हों या ग़रीब ...और पढ़ें

  • भारतीय शिक्षा परंपरा में 'टोल' का प्रचलन लगभग पूरे भारत में था ...और पढ़ें

  • घर-घर में पायी जाने वाली 'रहल' अब दुर्लभ हो गयी है ... और पढ़ें

  • भारत में पहले छोटी मुद्रा के रूप में भी प्रयोग होती थी 'कौड़ी' ? ... और पढ़ें