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| <quiz display=simple>
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| {[[रहीम]] द्वारा लिखित इन पंक्तियों में 'बड़े' शब्द का प्रयोग जिस रूप में हुआ है, वह है?
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| <poem>बड़े बड़ाई ना करें, बड़े न बोले बोल।
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| रहिमन [[हीरा]] कब कहै, लाख टका मेरो मोल॥</poem>
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| |type="()"}
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| -[[विशेषण]]
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| +[[संज्ञा]]
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| -[[सर्वनाम]]
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| -[[क्रिया विशेषण]]
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| {उपर्युक्त पंक्तियों में रस है?
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| <poem>'राग है कि, रूप है कि
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| रस है कि, जस है कि
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| तन है कि, मन है कि
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| प्राण है कि, प्यारी है'</poem>
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| |type="()"}
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| -श्रृंगार
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| -वत्सल
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| +अद्भुत
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| -शान्त
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| {[[हिन्दी भाषा]] की बोलियों के आधार पर छत्तीसगढ़ी बोली है?
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| |type="()"}
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| +पूर्वी हिन्दी
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| -पश्चिमि हिन्दी
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| -पहाड़ी हिन्दी
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| -[[राजस्थानी भाषा|राजस्थानी]] हिन्दी
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| {'यह काम मैं आप कर लूँगा' पंक्तियों में 'आप' है?
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| |type="()"}
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| -सम्बन्धवाचक सर्वनाम
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| +निजवाचक सर्वनाम
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| -निश्चयवाचक सर्वनाम
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| -पुरुषवाचक सर्वनाम
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| {निम्नलिखित में से कौन-सा स्त्रीलिंग में प्रयुक्त होता है?
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| |type="()"}
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| +ऋतु
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| -पण्डित
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| -हंस
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| -आचार्य
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| {[[रामचरितमानस]] एक भक्ति काव्य है। इसमें दुष्ट वन्दना का रहस्य है?
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| |type="()"}
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| -[[तुलसीदास|तुलसी]] की व्यापक दृष्टि
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| +तुलसी का सभी को राममय देखना
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| -तुलसी की उदारता
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| -तुलसी का शील-सौजन्य
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| {[[देवता]]ओं, महापुरुषों, सज्जनों के साथ दुष्टों की वन्दना इसलिए सार्थक कही जायेगी कि महाकवि [[तुलसीदास]]?
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| |type="()"}
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| -संत कवि थे
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| -उदार नेता थे
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| -हित-अनहित और अपने-पराये की भावना से ऊपर उठ चुके थे
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| +निर्वरता चाहते थे
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| {जीवन में हास्य का महत्व इसलिए है कि वह जीवन को?
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| |type="()"}
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| -प्रयोग देता है
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| -आनन्दित करता है
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| -आगे बढ़ाता है
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| +सरस बनाता है
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| {[[श्रृंगार रस]] का स्थायी भाव है?
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| |type="()"}
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| +रति
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| -हास
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| -शोक
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| -निर्वेद
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| {किस रस का संचारी भाव उग्रता, गर्व, हर्ष आदि है?
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| |type="()"}
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| -श्रृंगार
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| +वीर
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| -वात्सल्य
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| -रौद्र
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| {किस रस का रंचारी उद्देपन विभाग बादल की घटाएम, कोयल का बोलना, बसंत ऋतु आदि होते हैं?
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| |type="()"}
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| +श्रृंगार
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| -वत्सल
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| -अद्भुत
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| -शांत
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| {अर्द्धसम मात्रिक जाति का छन्द है?
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| |type="()"}
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| -रोला
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| +दोहा
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| -चौपाई
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| -कुण्डलिया
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| {चौपाई के प्रत्येक चरण में मात्राएँ होती हैं?
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| |type="()"}
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| -11
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| -13
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| +16
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| -15
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| {उपर्युक्त पंक्तियों में अलंकार है?
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| <poem>पराधीन जो जन, नहीं स्वर्ग नरक ता हेतु।
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| पराधीन जो जन नहीं, स्वर्ग नरक ता हेतु॥</poem>
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| |type="()"}
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| +अनुप्रास
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| -यमक
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| -श्लेष
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| -उपमा
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| {जहाँ शब्दों, शब्दांशों या वाक्यांशों की आवृत्ति हो, किंतु उनके अर्थ भिन्न हों, वहाँ निम्नलिखित अलंकार है?
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| |type="()"}
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| -श्लोक
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| -वक्रोक्ति
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| +यमक
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| -रूपक
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| {'[[मुख]] रूपी चाँद पर राहु भी धोखा खा गया' पंक्तियों में अलंकार है?
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| |type="()"}
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| -श्लोक
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| -वक्रोक्ति
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| -उपमा
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| +रूपक
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| {जहाँ किसी वस्तु का लोक-सीमा से इतना बढ़कर वर्णन किया जाए कि वह असम्भव की सीमा तक पहुँच जाए, वहाँ अलंकार होता है?
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| |type="()"}
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| -अतिशयोक्ति
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| -विरोधाभास
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| +अत्युक्ति
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| -अत्य्रेक्षा
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| {[[बिहारी लाल|बिहारी]] निम्नलिखित में से किस काल के कवि थे?
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| |type="()"}
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| -वीरगाथा काल
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| -भक्ति काल
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| +रीति काल
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| -आधुनिक काल
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| {भक्ति काल की रामाश्रयी शाखा के निम्नलिखित में से कौन-से कवि हैं?
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| |type="()"}
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| -[[सूरदास]]
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| -[[मीराबाई]]
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| -[[मलिक मुहम्मद जायसी|जायसी]]
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| +[[तुलसीदास]]
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| {'नमक का दरोगा' कहानी के लेखक हैं?
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| |type="()"}
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| -[[जयशंकर प्रसाद]]
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| +[[मुंशी प्रेमचंद|प्रेमचंद]]
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| -गुलाब राय
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| -[[रामचन्द्र शुक्ल]]
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| {उपन्यास और कहानी का मूल अन्तर है, उसका -
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| |type="()"}
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| -आकार-प्रकार
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| +विषय निरूपण
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| -घटना का चयन
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| -पात्रों की विविधता
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| {[[मुंशी प्रेमचंद|प्रेमचंद]] का एक सशक्त उपन्यास 'गोदान' है?
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| |type="()"}
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| -राजनैतिक
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| -धार्मिक
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| +सामाजिक
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| -एतिहासिक
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| {[[सूरदास]] किस काल के कवि थे?
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| |type="()"}
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| -रीतिकाल
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| +भक्ति काल
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| -आधुनिक काल
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| -इनमें से कोई नहीं
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| {वियोगी हरि जी का पूर्ण नाम था?
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| |type="()"}
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| -श्री रामप्रसाद द्विवेदी
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| -श्री हरिहर प्रसाद द्विवेदि
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| +श्री हरि द्विवेदि
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| -श्री गिरधर द्विवेदि
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| {[[अवधी भाषा]] को सर्वाधिक लोकप्रिय महाकाव्य का नाम है?
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| |type="()"}
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| -पद्मावत
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| -मधुमालती
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| -मृगावती
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| +[[रामचरितमानस]]
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| {प्रगीत काव्य में प्रधानता होती है?
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| |type="()"}
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| +भावना और गीतात्मकता की
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| -संगीतात्मकता की
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| -प्रकृति चित्रण की
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| -उपर्युक्त में से किसी की नहीं\
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| {[[मलिक मुहम्मद जायसी|जायसी]] के सर्वोत्कृष्ट ग्रंथ का नाम है?
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| |type="()"}
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| -आखिरि सलाम
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| -अखरावट
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| -मधुमालती
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| +पद्ममावत
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| {'स्मृति की रेखाएँ' रेखा चित्र के रचनाकार है?
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| |type="()"}
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| -डॉ. श्याम सुन्दर दास
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| +[[महादेवी वर्मा]]
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| -[[हजारी प्रसाद द्विवेदि]]
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| -महाविर प्रसाद द्विवेदि
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| {आचार्य महाविर प्रसाद द्विवेदि निम्नलिखित में से किस पत्रिका के सम्पादक थे?
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| |type="()"}
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| -साहित्य संदेश
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| -विशाल भारत
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| +सरस्वती
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| -विनय पत्रिका
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| {आचार्य रामचन्द्र शुक्ल के निबन्ध संग्रह का नाम है?
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| |type="()"}
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| +चिंतामणि
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| -झरना
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| -आँसू
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| -कामायनी
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| {उपर्युकत पंक्तियों में रस है?
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| <poem>'सोभित कर नवनीत लिये
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| घुटुतुन चलन रेनु तन मंड़ित
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| [[मुख]] दघि लेप किये'</poem>
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| |type="()"}
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| -श्रृंगार
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| -रौद्र
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| -शांत
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| +वत्सल
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| </quiz>
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