|
|
(9 सदस्यों द्वारा किए गए बीच के 133 अवतरण नहीं दर्शाए गए) |
पंक्ति 1: |
पंक्ति 1: |
| ==इतिहास सामान्य ज्ञान==
| |
| ====[[ऋग्वेद]] में 'निष्क' शब्द का प्रयोग किसी आभूषण के लिए किया गया है, वह है?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=कान का बुन्दा|विकल्प 2=माथे का टीका|विकल्प 3=हाथ का कंगन|विकल्प 4=गले का हार}}{{Ans|विकल्प 1=कान का बुन्दा|विकल्प 2=माथे का टीका|विकल्प 3=हाथ का कंग|विकल्प 4='''गले का हार'''{{Check}} |विवरण=}}
| |
|
| |
|
| ====[[अथर्ववेद]] में किन दो संस्थाओं को प्रजापति की दो पुत्रियाँ कहा गया है?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=पंचायत एवं ग्राम सभा|विकल्प 2=समिति एवं विरथ|विकल्प 3=सभा एवं समिति|विकल्प 4=सभा एवं विश्र}}{{Ans|विकल्प 1=पंचायत एवं ग्राम सभा|विकल्प 2=समिति एवं विरथ|विकल्प 3='''सभा एवं समिति'''{{Check}} |विकल्प 4=सभा एवं विश्|विवरण=}}
| |
|
| |
| ====विशाखादत्त के [[मुद्राराक्षस]] में वर्णित नाम चन्द्रसिरी (चन्द्र श्री) के रूप में किस राजा की पहचान की गई है?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=अशोक महान्|विकल्प 2=चन्द्रगुप्त|विकल्प 3=बिन्दुसार|विकल्प 4=इनमें से कोई नहीं}}{{Ans|विकल्प 1='''[[अशोक|अशोक महान्]]'''{{Check}} |विकल्प 2=[[चंद्रगुप्त मौर्य|चन्द्रगुप्त]]|विकल्प 3=[[बिन्दुसार]]|विकल्प 4=इनमें से कोई नहीं|विवरण=}}
| |
|
| |
| ====[[महाभारत]] में [[माद्री]], देवकी भद्रा, [[रोहिणी]], मदिरा, आदि स्त्रियों का वर्णन किस सन्दर्भ में किया है?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=धार्मिक उपासना के सन्दर्भ में|विकल्प 2=पति के साथ सती होने के सन्दर्भ में|विकल्प 3=गणिकाओं के रूप में |विकल्प 4=उपर्युक्त में से कोई नहीं}}{{Ans|विकल्प 1=धार्मिक उपासना के सन्दर्भ में|विकल्प 2='''पति के साथ [[सती]] होने के सन्दर्भ में'''{{Check}} |विकल्प 3=गणिकाओं के रूप में|विकल्प 4=उपर्युक्त में से कोई नहीं|विवरण=}}
| |
|
| |
| ====पाण्ड्य राज की राजधानी थी?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=रामनद|विकल्प 2=तिन्नेबेल्ली|विकल्प 3=तिरुपति|विकल्प 4=मदुरा}}{{Ans|विकल्प 1=रामनद|विकल्प 2=तिन्नेबेल्ली|विकल्प 3=तिरुपति|विकल्प 4='''मदुरा'''{{Check}} |विवरण=}}
| |
|
| |
| ==== भद्रबाहु गुफ़ा अवस्थित है?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=श्री महावीर जी में|विकल्प 2=पावापुरी में|विकल्प 3=बराबर की गुफ़ाओं में|विकल्प 4=श्रवण बेलगोला में}}{{Ans|विकल्प 1=श्री [[महावीर]] जी में|विकल्प 2=[[पावापुरी]] में|विकल्प 3=बराबर की गुफ़ाओं में|विकल्प 4='''श्रवण बेलगोला में'''{{Check}} |विवरण=}}
| |
|
| |
| ===='इण्डिका' का लेखक था, जिसने इस पुस्तक में विदेशी व्यापार का ज़िक्र किया था?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=अज्ञात|विकल्प 2=एरियन|विकल्प 3=स्टौबो|विकल्प 4=प्लुटार्क}}{{Ans|विकल्प 1=अज्ञात|विकल्प 2='''एरियन'''{{Check}} |विकल्प 3=स्टौबो|विकल्प 4=प्लुटार्क|विवरण=}}
| |
|
| |
| ====मुस्लिम कानून के चार स्रोतों में से तीन क़ुरान, हदीस एवं इज्मा हैं। निम्नलिखित में से कौनसा चौथा स्रोत है?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=खम्स|विकल्प 2=कयास|विकल्प 3=खराज|विकल्प 4=आयतें}}{{Ans|विकल्प 1=खम्स|विकल्प 2='''कयास'''{{Check}} |विकल्प 3=खराज|विकल्प 4=आयतें|विवरण=}}
| |
|
| |
| ===='कुव्वत-उल-इस्लाम मस्जिद' का निर्माण किस मुस्लिम शासक ने कराया था?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=शाहजहाँ|विकल्प 2=ग़यासुद्दीन तुग़लक़|विकल्प 3=कुतुबुद्दीन ऐबक|विकल्प 4=फ़ीरोज़ शाह}}{{Ans|विकल्प 1=[[शाहजहाँ]]|विकल्प 2=[[ग़यासुद्दीन तुग़लक़]]|विकल्प 3='''[[कुतुबुद्दीन ऐबक]]'''{{Check}} |विकल्प 4=फ़ीरोज़ शाह|विवरण=}}
| |
|
| |
| ====[[टीपू सुल्तान]] ने किस क्लब की सदस्यता प्राप्त कर श्रीरंगपट्टनम् में स्वतंत्रता का वृक्ष रोपा था?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=लॉयन्स क्लब|विकल्प 2=फ्रीडम फाइटर्स क्लब|विकल्प 3=जैकोबिन क्लब|विकल्प 4=ईस्ट इण्डिया क्लब}}{{Ans|विकल्प 1=लॉयन्स क्लब|विकल्प 2=फ्रीडम फाइटर्स क्लब|विकल्प 3='''जैकोबिन क्लब'''{{Check}} |विकल्प 4=ईस्ट इण्डिया क्लब|विवरण=}}
| |
|
| |
| ====दादाभाई नौरोजी ने अंग्रेज़ों की किस नीति को 'अनिष्टों का अनिष्ट' कहा था?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=भारतीयों के प्रति अत्याचार की नीति|विकल्प 2=भारतीयों के प्रति शोषण की नीति|विकल्प 3=शौक्षणिक परिवेश में विकृति लाने की नीति|विकल्प 4=भारत से धन निष्कासन की नीति}}{{Ans|विकल्प 1=भारतीयों के प्रति अत्याचार की नीति|विकल्प 2=भारतीयों के प्रति शोषण की नीति|विकल्प 3=शौक्षणिक परिवेश में विकृति लाने की नीति|विकल्प 4='''[[भारत]] से धन निष्कासन की नीति'''{{Check}} |विवरण=}}
| |
|
| |
| ====किस इतिहासकार ने सन् [[1857]] के विद्रोह को 'धर्मान्धों का ईसाइयों के विरुद्ध युद्ध' कहा था?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=बेंजामिन डिजरेली|विकल्प 2=एल. ई. आर. रीज|विकल्प 3=ड्ब्लू. टेलर|विकल्प 4=टी. आर. होम्ज}}{{Ans|विकल्प 1=बेंजामिन डिजरेली|विकल्प 2='''एल. ई. आर. रीज'''{{Check}} |विकल्प 3=ड्ब्लू. टेलर|विकल्प 4=टी. आर. होम्ज|विवरण=}}
| |
|
| |
| ====[[झाँसी]] की [[रानी लक्ष्मीबाई]] की मृत्यु हुई थी?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=18 जून, 1858|विकल्प 2=18 जुलाई, 1857|विकल्प 3=25 मई, 1858|विकल्प 4=29 अक्टूबर, 1859}}{{Ans|विकल्प 1='''[[18 जून]], [[1858]]'''{{Check}} |विकल्प 2=[[18 जुलाई]], [[1857]]|विकल्प 3=[[25 मई]], 1858|विकल्प 4=[[29 अक्टूबर]], [[1859]]|विवरण=}}
| |
|
| |
| ===='इण्डिपेन्डेन्स' नामक समाचार-पत्र का प्रकाशन प्रारम्भ किया था?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=पं. जवाहर लाल नेहरु|विकल्प 2=पं. मोती लाल नेहरु|विकल्प 3=शिव प्रसाद गुप्त|विकल्प 4=मदन मोहन मालवीय}}{{Ans|विकल्प 1=[[जवाहर लाल नेहरु|पं. जवाहर लाल नेहरु]]|विकल्प 2='''[[मोती लाल नेह|पं. मोती लाल नेहरु]]'''{{Check}} |विकल्प 3=शिव प्रसाद गुप्त|विकल्प 4=[[मदन मोहन मालवीय]]|विवरण=}}
| |
|
| |
| ===="[[कांग्रेस]] की स्थापना ब्रिटिश सरकार की एक पूर्व निश्चित गुप्त योजना के अनुसार की गई।" यह किस पुस्तक में लिखा गया है?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=नवजीवन|विकल्प 2=इण्डिया टूडे|विकल्प 3=द पॉवर्टी एण्ड अनब्रिटिश रूल इन इण्डिया|विकल्प 4=गोरा}}{{Ans|विकल्प 1=नवजीवन|विकल्प 2='''इण्डिया टूडे'''{{Check}} |विकल्प 3=द पॉवर्टी एण्ड अनब्रिटिश रूल इन इण्डिया|विकल्प 4=गोरा|विवरण=}}
| |
|
| |
| ===='ब्रिटेन की हाउस ऑफ़ लार्डस' ने किस अंग्रेज़ अधिकारी को' ब्रिटिश साम्राज्य का शेर कहा था?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=सर टॉमस स्मिथ को|विकल्प 2=मि. राइस जनरल को|विकल्प 3=मि. जस्टिस एस्किन को|विकल्प 4=जनरल डायर को}}{{Ans|विकल्प 1=सर टॉमस स्मिथ को|विकल्प 2=मि. राइस जनरल को|विकल्प 3=मि. जस्टिस एस्किन को|विकल्प 4='''[[जनरल डायर]] को'''{{Check}} |विवरण=}}
| |
|
| |
| ====ऐसा कौनसा प्रथम सूफी साधक था, जिसने अपने आपको अनलहक घोषित किया था?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=मंसूर हल्लाज|विकल्प 2=जलालुद्दीन रूमी|विकल्प 3=फ़रीदुद्दीन अत्तार|विकल्प 4=इब्नुल अरबी}}{{Ans|विकल्प 1='''मंसूर हल्लाज'''{{Check}} |विकल्प 2=जलालुद्दीन रूमी|विकल्प 3=फ़रीदुद्दीन अत्तार|विकल्प 4=इब्नुल अरबी|विवरण=}}
| |
|
| |
| ====प्रान्तों की सेना को मुग़लकालीन भारत में कहा जाता था?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=हशमे कल्ब|विकल्प 2=हशमे अतराफ|विकल्प 3=हाजिब|विकल्प 4=हदीस}}{{Ans|विकल्प 1=हशमे कल्ब|विकल्प 2='''हशमे अतराफ'''{{Check}} |विकल्प 3=हाजिब|विकल्प 4=हदीस|विवरण=}}
| |
|
| |
| ====किस विदेशी ने अपने व्याख्यानों में मुग़ल सम्राटों का उल्लेख 'अभागे ज़ालिम' के लिए किया था?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=लॉर्ड मैकाले|विकल्प 2=सदरलैण्ड|विकल्प 3=महारानी एलिजाबेथ|विकल्प 4=मि. चैपलैन}}{{Ans|विकल्प 1='''लॉर्ड मैकाले'''{{Check}} |विकल्प 2=सदरलैण्ड|विकल्प 3=महारानी एलिजाबेथ|विकल्प 4=मि. चैपलैन|विवरण=}}
| |
|
| |
| ====[[अगस्त्य|ऋषि अगस्त्य]] के शिष्य 'तोलक्कपियर' ने 'तोलकापियम' नामक ग्रन्थ की रचना की थी, उसमें वर्णीत विषय था?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=तमिल व्याकरण|विकल्प 2=संस्कृत व्याकरण|विकल्प 3=श्रंगार कविताएँ|विकल्प 4=महापुरुषों का जीवन चरित्र}}{{Ans|विकल्प 1='''[[तमिल भाषा|तमिल]] व्याकरण'''{{Check}} |विकल्प 2=[[संस्कृत भाषा|संस्कृत]] व्याकरण|विकल्प 3=श्रंगार कविताएँ|विकल्प 4=महापुरुषों का जीवन चरित्र|विवरण=}}
| |
|
| |
| ====हरविलास शारदा द्वारा प्रस्तावित अधिनियम जिसे सामान्यतया शारदा अधिनियम कहा जाता है, क्या था?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=विधवा पुनर्विवाह अधिनियम|विकल्प 2=हिन्दू महिला उत्तराधिकारी अधिनियम|विकल्प 3=बाल विवाह निरोधक अधिनियम 1929|विकल्प 4=हिन्दू सिविल विवाह अधिनियम}}{{Ans|विकल्प 1=विधवा पुनर्विवाह अधिनियम|विकल्प 2=हिन्दू महिला उत्तराधिकारी अधिनियम|विकल्प 3='''बाल विवाह निरोधक अधिनियम [[1929]]'''{{Check}} |विकल्प 4=हिन्दू सिविल विवाह अधिनियम|विवरण=}}
| |
|
| |
| ====[[चेन्नई|मद्रास]] में जस्टिस पार्टी आन्दोलन का विलय किसके साथ हुआ?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=सेल्फ रेस्पेक्ट लीग|विकल्प 2=द्रविड़ कड़गम|विकल्प 3=दलित वर्ग लीग|विकल्प 4=उपर्युक्त (1) और (2) दोनों}}{{Ans|विकल्प 1=सेल्फ रेस्पेक्ट लीग|विकल्प 2=द्रविड़ कड़गम|विकल्प 3=दलित वर्ग लीग|विकल्प 4='''उपर्युक्त (1) और (2) दोनों'''{{Check}} |विवरण=}}
| |
|
| |
| ====निम्नलिखित में से किस ग्रन्थ में सर्वप्रथम पुनर्जन्म के सिद्धान्त का उल्लेख मिलता है?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=ऋग्वेद|विकल्प 2= ऐतरेय ब्राह्मण|विकल्प 3=वृहदारण्यक अपनिषद|विकल्प 4=श्वेताश्वतरोपनिषद}}{{Ans|विकल्प 1=[[ऋग्वेद]]|विकल्प 2=[[ऐतरेय ब्राह्मण]]|विकल्प 3='''वृहदारण्यक [[उपनिषद]]'''{{Check}} |विकल्प 4=श्वेताश्वतरोपनिषद|विवरण=}}
| |
|
| |
| ====तमिल राष्ट्र में दुर्गा का तादात्म्य तमिल देवी 'कोरवई' से किया गया है, वे किस तत्व की तमिल देवी थीं?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=मातृत्व|विकल्प 2=प्रकृति और अर्वरकता|विकल्प 3=युद्ध और विजय|विकल्प 4=पृथ्वी}}{{Ans|विकल्प 1=मातृत्व|विकल्प 2=प्रकृति और अर्वरकता|विकल्प 3='''युद्ध और विजय'''{{Check}} |विकल्प 4=[[पृथ्वी]]|विवरण=}}
| |
|
| |
| ====वह प्रथम भारतीय शासक था, जिसने रोमन मुद्रा प्रणाली के अनुरूप अपने सिक्कों का प्रसारण किया। उसका सम्बन्ध किस साम्राज्य से था?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=शुंग|विकल्प 2=हिन्द-यूनानी|विकल्प 3=कुषाण|विकल्प 4=गुप्त वंशीय}}{{Ans|विकल्प 1=[[शुंग]]|विकल्प 2=हिन्द-यूनानी|विकल्प 3='''[[कुषाण]]'''{{Check}} |विकल्प 4=[[गुप्त वंश|गुप्त वंशीय]]|विवरण=}}
| |
|
| |
| ====[[हैदराबाद]] नगर की स्थापना की थी?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=इब्राहीम कुत्बशाह ने|विकल्प 2=मुहम्मद कुली कुत्बशाह ने|विकल्प 3=मुहम्मद कुत्बशाह|विकल्प 4=जमशिद कुत्बशा}}{{Ans|विकल्प 1=इब्राहीम कुत्बशाह ने|विकल्प 2='''मुहम्मद कुली कुत्बशाह ने'''{{Check}} |विकल्प 3=मुहम्मद कुत्बशा|विकल्प 4=जमशिद कुत्बशा|विवरण=}}
| |
|
| |
| ====बहमनी साम्राज्य के प्रान्तों को क्या कहा जाता था?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=तराफ या अतराफ|विकल्प 2=सूबा|विकल्प 3=सूबा-ए-लश्कर|विकल्प 4=महामण्डल}}{{Ans|विकल्प 1='''तराफ या अतराफ'''{{Check}} |विकल्प 2=सूबा|विकल्प 3=सूबा-ए-लश्कर|विकल्प 4=महामण्डल|विवरण=}}
| |
|
| |
| ====[[औरंगज़ेब]] के शासनकाल में जाट विद्रोह का नेता कौन था?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=तिलपत का जमींदार गोकला|विकल्प 2=चम्पतराय|विकल्प 3=राजाराम|विकल्प 4=चूड़ामन}}{{Ans|विकल्प 1='''तिलपत का जमींदार गोकला'''{{Check}} |विकल्प 2=चम्पतराय|विकल्प 3=[[राजाराम]]|विकल्प 4=चूड़ामन|विवरण=}}
| |
|
| |
| ====[[अकबर]] निम्नलिखित में से किस वाद्य यन्त्र को कुशलता से बजाता था?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=वीणा|विकल्प 2=पखावज|विकल्प 3=सितार|विकल्प 4=नक्कारा}}{{Ans|विकल्प 1=वीणा|विकल्प 2=पखावज|विकल्प 3=[[सितार]]|विकल्प 4='''नक्कारा'''{{Check}} |विवरण=}}
| |
|
| |
| ====[[पश्चिम बंगाल|बंगाल]] के किस बन्दरगाह को पुर्तग़ाली पोर्टो ग्राण्डे या महान् बन्दरगाह कहते थे?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=सतगाँव|विकल्प 2=चटगाँव|विकल्प 3=हुगली|विकल्प 4=चन्द्रद्वीप}}{{Ans|विकल्प 1=सतगाँव|विकल्प 2='''चटगाँव'''{{Check}} |विकल्प 3=[[हुगली नदी|हुगली]]|विकल्प 4=चन्द्रद्वीप|विवरण=}}
| |
|
| |
| ====मराठों ने गुरिल्ला युद्ध प्रणाली का कुशल प्रशिक्षण सम्भवतः किससे प्राप्त किया था?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=गोलकुण्डा के मीर जुमला|विकल्प 2=अहमद नगर के अबीसीनियायी मंत्री मलिक अम्बर|विकल्प 3=मलिक काफूर|विकल्प 4=मीर ज़ाफ़र}}{{Ans|विकल्प 1=[[गोलकुण्डा]] के मीर जुमला|विकल्प 2='''अहमद नगर के अबीसीनियायी मंत्री मलिक अम्बर'''{{Check}} |विकल्प 3=मलिक काफूर|विकल्प 4=मीर ज़ाफ़र|विवरण=}}
| |
|
| |
| ====निम्नलिखित में से किसे 'जाटों का प्लेटो' कहा जाता था?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=राजाराम|विकल्प 2=चूड़ामन|विकल्प 3=सूरजमल|विकल्प 4=बदनसिंह}}{{Ans|विकल्प 1=[[राजाराम]]|विकल्प 2=चूड़ामन|विकल्प 3='''[[सूरजम]]ल'''{{Check}} |विकल्प 4=[[बदनसिंह]]|विवरण=}}
| |
|
| |
| ====1857 के विद्रोह क रुहेलखण्ड में नेतृत्व किसने किया था?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=ख़ान बहादुर ख़ाँ|विकल्प 2=शहज़ादा फ़िरोज़ ख़ाँ|विकल्प 3=राजा बेनी माधोसिंह|विकल्प 4=मुहम्मद हसन ख़ाँ}}{{Ans|विकल्प 1='''ख़ान बहादुर ख़ाँ'''{{Check}}|विकल्प 2=शहज़ादा फ़िरोज़ ख़ाँ|विकल्प 3=राजा बेनी माधोसिंह|विकल्प 4=मुहम्मद हसन ख़ाँ|विवरण=}}
| |
|
| |
| ====सन् [[1932]] ई. में अखिल भारतीय हरिजन संघ की स्थापना किसने की थी?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=बाबा साहेब अम्बेडकर|विकल्प 2=महात्मा गाँधी|विकल्प 3=बाल गंगाधर तिलक|विकल्प 4=ज्योतिबा फुले}}{{Ans|विकल्प 1=[[भीमराव आम्बेडकर|बाबा साहेब अम्बेडकर]]|विकल्प 2='''[[महात्मा गाँधी]]'''{{Check}}|विकल्प 3=[[बाल गंगाधर तिलक]]|विकल्प 4=ज्योतिबा फुले|विवरण=}}
| |
|
| |
| ====[[राजा राममोहन राय]] के प्रथम शिष्य, जिन्होंने उनके मरनोपरांत ब्रह्म समाज का नेतृत्व सँभाला था?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=द्वारकानाथ टैगोर|विकल्प 2=रामचन्द्र विद्यावागीश|विकल्प 3=केशवचन्द्र सेन|विकल्प 4=देवेन्द्रनाथ टैगोर}}{{Ans|विकल्प 1=द्वारकानाथ टैगोर|विकल्प 2='''रामचन्द्र विद्यावागीश'''{{Check}}|विकल्प 3=केशवचन्द्र सेन|विकल्प 4=देवेन्द्रनाथ टैगोर|विवरण=}}
| |
|
| |
| ====वह राष्ट्रकूट शासक कौन था, जिसकी तुलना उदार तथा विद्वानों के संरक्षक के रूप में विख्यात [[चन्द्रगुप्त विक्रमादित्य|राजा विक्रमादित्य]] से की गई है?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=गोविन्द तृतीय|विकल्प 2=ध्रुव चतुर्थ|विकल्प 3=कृष्ण तृतीय|विकल्प 4=अमोघवर्ष}}{{Ans|विकल्प 1=गोविन्द तृतीय|विकल्प 2=ध्रुव चतुर्थ|विकल्प 3=कृष्ण तृतीय|विकल्प 4='''अमोघवर्ष'''{{Check}}|विवरण=}}
| |
|
| |
| ====[[महमूद ग़ज़नवी|महमूद]] के आक्रमण के समय हिन्दूशाही साम्राज्य की राजधानी कहाँ थी?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=क़ाबुल|विकल्प 2=पेशावर|विकल्प 3=अटक|विकल्प 4=उदमाण्डपुर या ओहिन्द}}{{Ans|विकल्प 1=[[क़ाबुल]]|विकल्प 2=[[पेशावर]]|विकल्प 3=अटक|विकल्प 4='''उदमाण्डपुर या ओहिन्द'''{{Check}}|विवरण=}}
| |
|
| |
| ====निम्नलिखित में से कौनसा संस्कार स्त्रियों एवं शूद्रों के लिए वर्जित था?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=चूड़ाकर्म|विकल्प 2=उपनयन|विकल्प 3=नायकरण|विकल्प 4=पुंसवन}}{{Ans|विकल्प 1=चूड़ाकर्म|विकल्प 2='''[[उपनयन संस्कार|उपनयन]]'''{{Check}}|विकल्प 3=नायकरण|विकल्प 4=पुंसवन|विवरण=}}
| |
|
| |
| ====[[ऋग्वेद]] में जिस अपराध का सबसे अधिक उल्लेख किया गया है, वह था?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=हत्या|विकल्प 2=अपहरण|विकल्प 3=पशु चोरी|विकल्प 4=लूट और राहजनी}}{{Ans|विकल्प 1=हत्या|विकल्प 2=अपहरण|विकल्प 3='''पशु चोरी'''{{Check}}|विकल्प 4=लूट और राहजनी|विवरण=}}
| |
|
| |
|
| |
| ==सामान्य ज्ञान हिन्दी==
| |
| ====खड़ीबोली का अरबी-फ़ारसीमय रूप है?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=फ़ारसी भाषा|विकल्प 2=अरबी भाषा|विकल्प 3=उर्दू भाषा|विकल्प 4=अदालती भाषा}}{{Ans|विकल्प 1=[[फ़ारसी भाषा]]|विकल्प 2='''[[अरबी भाषा]]'''{{Check}}|विकल्प 3=[[उर्दू भाषा]]|विकल्प 4=अदालती भाषा|विवरण=}}
| |
|
| |
| ====[[हिन्दी भाषा]] क पहला समाचार-पत्र 'उदंत मार्ताण्ड' किस सन् में प्रकाशित हुआ था?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=1821|विकल्प 2=1826|विकल्प 3=1828|विकल्प 4=1830}}{{Ans|विकल्प 1=1821|विकल्प 2='''1826'''{{Check}}|विकल्प 3=1828|विकल्प 4=1830|विवरण=}}
| |
|
| |
| ====हिन्दी के किस समाचार-पत्र में 'खड़ीबोली' को 'मध्यदेशीय भाषा' कहा गया है?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=बनारस अखबार|विकल्प 2=सुधाकर|विकल्प 3=बुद्धिप्रकाश|विकल्प 4=उदंत मार्तण्ड}}{{Ans|विकल्प 1='''[[बनारस]] अखबार'''{{Check}}|विकल्प 2=सुधाकर|विकल्प 3=बुद्धिप्रकाश|विकल्प 4=उदंत मार्तण्ड|विवरण=}}
| |
|
| |
| ===='गाथा' (गाहा) कहने से किस लोक प्रचलित काव्यभाषा का बोध होता है?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=पालि|विकल्प 2=प्राकृत|विकल्प 3=अपभ्रंश|विकल्प 4=संस्कृत}}{{Ans|विकल्प 1=[[पालि भाषा|पालि]]|विकल्प 2='''प्राकृत'''{{Check}}|विकल्प 3=अपभ्रंश|विकल्प 4=[[संस्कृत भाषा|संस्कृत]]|विवरण=}}
| |
|
| |
| ===='दूहा' कहने से किस लोक प्रचलित काव्यभाषा का बोध होता है?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=अवधी भाषा|विकल्प 2=ब्रजभाषा|विकल्प 3=अपभ्रंश भाषा|विकल्प 4=पालि भाषा}}{{Ans|विकल्प 1=[[अवधी भाषा]]|विकल्प 2=[[ब्रजभाषा]]|विकल्प 3='''अपभ्रंश भाषा'''{{Check}}|विकल्प 4=[[पालि भाषा]]|विवरण=}}
| |
|
| |
| ====सिद्धों की उद्धृत रचनाओं की काव्य भाषा है?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=देशभाषा मिश्रित अपभ्रंश अर्थात् पुरानी [[हिन्दी]]|विकल्प 2=प्राकृत भाषा|विकल्प 3=अवहट्ठ भाषा|विकल्प 4=पालि भाषा}}{{Ans|विकल्प 1='''देशभाषा मिश्रित अपभ्रंश अर्थात् पुरानी हिन्दी'''{{Check}}|विकल्प 2=प्राकृत भाषा|विकल्प 3=अवहट्ठ भाषा|विकल्प 4=[[पालि भाषा]]|विवरण=}}
| |
|
| |
| ====अपभ्रंश भाषा के प्रथम व्याकरनाचार्य थे?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=पाणिनि|विकल्प 2=कात्यायन|विकल्प 3=हेमचन्द्र|विकल्प 4=पतंजलि}}{{Ans|विकल्प 1=[[पाणिनि]]|विकल्प 2=[[कात्यायन]]|विकल्प 3='''[[हेमचन्द्र]]'''{{Check}}|विकल्प 4=[[पतंजलि]]|विवरण=}}
| |
|
| |
| ===='जो जिण सासण भाषियउ सो मई कहियउ सार। जो पालइ सइ भाउ करि सो तरि पावइ पारु॥' इस दोहे के रचनाकार का नाम है?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=स्वयभू|विकल्प 2=देवसेन|विकल्प 3=पुष्यदन्त|विकल्प 4=कनकामर}}{{Ans|विकल्प 1=स्वयभू|विकल्प 2='''[[देवसेन]]'''{{Check}}|विकल्प 3=पुष्यदन्त|विकल्प 4=कनकामर|विवरण=}}
| |
|
| |
| ====प्रादेशिक बोलियाँ के साथ [[ब्रज]] या मध्य देश की भाषा का आश्रय लेकर एक सामान्य साहित्यिक भाषा स्वीकृत हुई, जिसे चारणों ने नाम दिया?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=डिंगल भाषा|विकल्प 2=मेवाड़ी भाषा|विकल्प 3=मारवाड़ी भाषा|विकल्प 4=पिंगल भाषा}}{{Ans|विकल्प 1=डिंगल भाषा|विकल्प 2=मेवाड़ी भाषा|विकल्प 3=मारवाड़ी भाषा|विकल्प 4='''पिंगल भाषा'''{{Check}}|विवरण=}}
| |
|
| |
| ====अपभ्रंश के योग से [[राजस्थानी भाषा]] का जो साहित्यिक रुप बना, उसे कहा जाता है?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=पिंगल भाषा|विकल्प 2=डिंगल भाषा|विकल्प 3=मेवाड़ी भाषा|विकल्प 4=बाँगरु भाषा}}{{Ans|विकल्प 1=पिंगल भाषा|विकल्प 2='''डिंगल भाषा'''{{Check}}|विकल्प 3=मेवाड़ी भाषा|विकल्प 4=बाँगरु भाषा|विवरण=}}
| |
|
| |
| ====[[अमीर ख़ुसरो]] ने जिन मुकरियों, पहेलियों और दो सुखनों की रचना की है, उसकी मुख्य भाषा है?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=दक्खिनी हिन्दी|विकल्प 2=खड़ीबोली|विकल्प 3=बुन्देली|विकल्प 4=बघेली}}{{Ans|विकल्प 1=दक्खिनी [[हिन्दी]]|विकल्प 2='''खड़ीबोली'''{{Check}}|विकल्प 3=बुन्देली|विकल्प 4=बघेली|विवरण=}}
| |
|
| |
| ===='एक नगर पिया को भानी। तन वाको सगरा ज्यों पानी।' यह पंक्ति किस भाषा की है?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=ब्रजभाषा|विकल्प 2=खड़ीबोली भाषा|विकल्प 3=अपभ्रंश भाषा|विकल्प 4=कन्नौजी भाषा}}{{Ans|विकल्प 1='''[[ब्रजभाषा]]'''{{Check}}|विकल्प 2=खड़ीबोली भाषा|विकल्प 3=अपभ्रंश भाषा|विकल्प 4=कन्नौजी भाषा|विवरण=}}
| |
|
| |
| ====किस भाषा को वैज्ञानिक ने [[बिहारी भाषाएँ|बिहारी] और [[मैथिली भाषा|मैथिली]] को मागधी से निकली होने के कारण हिन्दी से पृथक् माना है?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=हार्नले|विकल्प 2=सुनीति कुमार चटर्जी|विकल्प 3=जॉर्ज ग्रियर्सन|विकल्प 4=धीरेन्द्र वर्मा}}{{Ans|विकल्प 1=हार्नले|विकल्प 2='''सुनीति कुमार चटर्जी'''{{Check}}|विकल्प 3=जॉर्ज ग्रियर्सन|विकल्प 4=धीरेन्द्र वर्मा|विवरण=}}
| |
|
| |
| ====[[देवनागरी लिपि]] को राष्ट्रलिपि के रूप में कब स्वीकार किया गया था?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=14 सितम्बर, 1949|विकल्प 2=21 सितम्बर, 1949|विकल्प 3=23 सितम्बर, 1949|विकल्प 4=25 सितम्बर, 1949}}{{Ans|विकल्प 1='''[[14 सितम्बर]], [[1949]]'''{{Check}}|विकल्प 2=[[21 सितम्बर]], 1949|विकल्प 3=[[23 सितम्बर]], 1949|विकल्प 4=[[25 सितम्बर]], 1949|विवरण=}}
| |
|
| |
| ===='रानी केतकी की कहानी' की भाषा को कहा जाता है?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=खड़ी बोली|विकल्प 2=हिन्दुस्तानी|विकल्प 3=उर्दू|विकल्प 4=अपभ्रंश}}{{Ans|विकल्प 1='''खड़ी बोली'''{{Check}}|विकल्प 2=हिन्दुस्तानी|विकल्प 3=[[उर्दू भाषा|उर्दू]]|विकल्प 4=अपभ्रंश|विवरण=}}
| |
|
| |
| ====[[देवनागरी लिपि]] का विकास किस लिपि से हुआ है?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=खरोष्ठी लिपि|विकल्प 2=कुटिल लिपि|विकल्प 3=ब्राह्मी लिपि|विकल्प 4=गुप्तकाल की लिपि}}{{Ans|विकल्प 1=[[खरोष्ठी लिपि]]|विकल्प 2=कुटिल लिपि|विकल्प 3='''[[ब्राह्मी लिपि]]'''{{Check}}|विकल्प 4=गुप्तकाल की लिपि|विवरण=}}
| |
|
| |
| ===='बाँगरू' बोली का किस बोली से निकट सम्बन्ध है?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=कन्नौजी|विकल्प 2=बुन्देली|विकल्प 3=ब्रजभाषा|विकल्प 4=खड़ीबोली}}{{Ans|विकल्प 1=कन्नौजी|विकल्प 2=बुन्देली|विकल्प 3=[[ब्रजभाषा]]|विकल्प 4='''खड़ीबोली'''{{Check}}|विवरण=}}
| |
|
| |
| ====मध्यकालीन भारतीय आर्य भाषाओं का स्थिति काल रहा है?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=1500 ई.पू. से 500 ई.पू.|विकल्प 2=1000 ई.पू. से 500 ई.पू.|विकल्प 3=500 ई.पू. से 600 ई.पू.|विकल्प 4=500 ई.पू. से 1000 ई.पू.}}{{Ans|विकल्प 1=1500 ई.पू. से 500 ई.पू.|विकल्प 2=1000 ई.पू. से 500 ई.पू.|विकल्प 3=500 ई.पू. से 600 ई.पू.|विकल्प 4='''500 ई.पू. से 1000 ई.पू.'''{{Check}}|विवरण=}}
| |
|
| |
| ====प्राचीन देशभाषा' (पूर्व अपभ्रंश) को 'अपभ्रंश' तथा परवर्ती अर्थात् अग्रसरीभूत अपभ्रंश को 'अवहट्ठ' किस भाषा वैज्ञानिक ने कहा है?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=ग्रियर्सन|विकल्प 2=भोलानाथ तिवारी|विकल्प 3=सुनीतिकुमार चटर्जी एवं सुकुमार सेन|विकल्प 4=उदयनारायण तिवारी}}{{Ans|विकल्प 1=ग्रियर्सन|विकल्प 2=भोलानाथ तिवारी|विकल्प 3='''सुनीतिकुमार चटर्जी एवं सुकुमार सेन'''{{Check}}|विकल्प 4=उदयनारायण तिवारी|विवरण=}}
| |
|
| |
| ====अर्द्धमागधी अपभ्रंश से इनमें से किस बोली का विकास हुआ है?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=पश्चिमी हिन्दी|विकल्प 2=बिहारी|विकल्प 3=बंगाली|विकल्प 4=पूर्वी हिन्दी}}{{Ans|विकल्प 1=पश्चिमी [[हिन्दी]]|विकल्प 2=[[बिहारी भाषाएँ|बिहारी]]|विकल्प 3=[[बांग्ला भाषा|बंगाली]]|विकल्प 4='''पूर्वी हिन्दी'''{{Check}}|विवरण=}}
| |
|
| |
| ====कामताप्रसाद गुरु का हिन्दी व्याकरण विषयक ग्रंथ, जो नागरी प्रचारिणी सभा, काशी से प्रकाशित हुआ था, उसका नाम था?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=हिन्दी का सरल व्याकरण|विकल्प 2=हिन्दी का प्रामाणिक व्याकरण|विकल्प 3=हिन्दी व्याकरण|विकल्प 4=हिन्दी का व्यावहारिक व्याकरण}}{{Ans|विकल्प 1=[[हिन्दी]] का सरल व्याकरण|विकल्प 2=हिन्दी का प्रामाणिक व्याकरण|विकल्प 3='''हिन्दी व्याकरण'''{{Check}}|विकल्प 4=हिन्दी का व्यावहारिक व्याकरण|विवरण=}}
| |
|
| |
| ====[[देवनागरी लिपि]] है?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=वर्णात्मक|विकल्प 2=वर्णात्मक और अक्षरात्मक दोनों|विकल्प 3=अक्षरात्मक|विकल्प 4=इनमें से कोई नहीं}}{{Ans|विकल्प 1=वर्णात्मक|विकल्प 2=वर्णात्मक और अक्षरात्मक दोनों|विकल्प 3='''अक्षरात्मक'''{{Check}}|विकल्प 4=इनमें से कोई नहीं|विवरण=}}
| |
|
| |
| ====मध्यकालीन भारतीय आर्यभाषाओं में कितने प्रकार के लिंग प्रयोग में रहे हैं?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=2|विकल्प 2=3|विकल्प 3=4|विकल्प 4=5}}{{Ans|विकल्प 1='''2'''{{Check}}|विकल्प 2=3|विकल्प 3=4|विकल्प 4=5|विवरण=}}
| |
|
| |
| ====विद्यापति की उस प्रमुख रचना का नाम बताइए, जिसमें 'अवहट्ठ' भाषा का बहुतायत से प्रयोग हुआ है?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=कीर्तिपताका|विकल्प 2=कीर्तिलता|विकल्प 3=विद्यापति पदावली (संग्रह)|विकल्प 4=पुरुष परीक्षा}}{{Ans|विकल्प 1=कीर्तिपताका|विकल्प 2='''कीर्तिलता'''{{Check}}|विकल्प 3=विद्यापति पदावली (संग्रह)|विकल्प 4=पुरुष परीक्षा|विवरण=}}
| |
|
| |
|
| |
| ====जॉर्ज ग्रियर्सन ने पश्चिमोत्तर समुदाय की भाषा को आधुनिक भारतीय आर्यभाषाओं की किस उपशाखा में रखा है?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=भीतरी उपशाखा|विकल्प 2=बाहरी उपशाखा|विकल्प 3=मध्यवर्गीय उपशाखा|विकल्प 4=इनमें से कोई नहीं}}{{Ans|विकल्प 1=भीतरी उपशाखा|विकल्प 2='''बाहरी उपशाखा'''{{Check}}|विकल्प 3=मध्यवर्गीय उपशाखा|विकल्प 4=इनमें से कोई नहीं|विवरण=}}
| |
|
| |
| ====सुनीति कुमार चटर्जी ने आधुनिक भारतीय आर्यभाषाओं के अंतर्गत पूर्वी हिन्दी को किस शाखा के भीतर रखा है?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=उदीच्य|विकल्प 2=प्रतीच्य|विकल्प 3=प्राच्य|विकल्प 4=दाक्षिणात्य}}{{Ans|विकल्प 1=उदीच्य|विकल्प 2=प्रतीच्य|विकल्प 3='''प्राच्य'''{{Check}}|विकल्प 4=दाक्षिणात्य|विवरण=}}
| |
|
| |
| ====[[उर्दू भाषा|उर्दू]] किस भाषा का मूल शब्द है?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=तुर्की भाषा|विकल्प 2=ईरानी भाषा|विकल्प 3=अरबी भाषा|विकल्प 4=फ़ारसी भाषा}}{{Ans|विकल्प 1='''तुर्की भाषा'''{{Check}}|विकल्प 2=ईरानी भाषा|विकल्प 3=[[अरबी भाषा]]|विकल्प 4=[[फ़ारसी भाषा]]|विवरण=}}
| |
|
| |
| ===='साहित्य का इतिहास दर्शन' ग्रंथ के लेखक का नाम है?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=डॉ. श्यामसुन्दर दास|विकल्प 2=आचार्य रामचन्द्र शुक्ल|विकल्प 3=डॉ. नलिन विलोचन शर्मा|विकल्प 4=डॉ. गुलाब राय}}{{Ans|विकल्प 1=डॉ. श्यामसुन्दर दास|विकल्प 2=आचार्य रामचन्द्र शुक्ल|विकल्प 3='''डॉ. नलिन विलोचन शर्मा'''{{Check}}|विकल्प 4=डॉ. गुलाब राय|विवरण=}}
| |
|
| |
| ====आचार्य रामचन्द्र शुक्ल कृत 'हिन्दी साहित्य का इतिहास' की अधिकांश सामग्री पुस्तकाकार प्रकाशन के पूर्व 'हिन्दी शब्द- सागर की भूमिका में छपी थी। इस भूमिका में उसका शीर्षक था?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=हिन्दी साहित्य का उद्भव और विकास|विकल्प 2=हिन्दी साहित्य का विकास|विकल्प 3=हिन्दी साहित्य का विकासात्मक इतिहास|विकल्प 4=हिन्दी साहित्य की विकास यात्रा}}{{Ans|विकल्प 1=[[हिन्दी]] साहित्य का उद्भव और विकास|विकल्प 2='''हिन्दी साहित्य का विकास'''{{Check}}|विकल्प 3=हिन्दी साहित्य का विकासात्मक इतिहास|विकल्प 4=हिन्दी साहित्य की विकास यात्रा|विवरण=}}
| |
|
| |
| ====जॉर्ज ग्रियर्सन का इतिहास ग्रन्थ 'मॉडर्न वर्नाक्युलर लिटरेचर ऑफ़ नॉदर्न हिन्दुस्तान' का प्रकाशन हुआ था?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=1887|विकल्प 2=1888|विकल्प 3=1889|विकल्प 4=1890}}{{Ans|विकल्प 1=[[1887]]|विकल्प 2='''[[1888]]'''{{Check}}|विकल्प 3=[[1889]]|विकल्प 4=[[1890]]|विवरण=}}
| |
|
| |
| ===="जिस कालखण्ड के भीतर किसी विशेष ढंग की रचनाओं की प्रचुरता दिखाई पड़ी है, वह एक अलग काल माना गया है और उसका नामकरण उन्हीं रचनाओं के अनुसार किया गया है" यह मान्यता किस इतिहासकार की है?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=डॉ. श्यामसुन्दर दास|विकल्प 2=आचार्य रामचन्द्र शुक्ल|विकल्प 3= डॉ. हजारीप्रसाद द्विवेदी|विकल्प 4=डॉ. रामविलास शर्मा}}{{Ans|विकल्प 1=डॉ. श्यामसुन्दर दास|विकल्प 2='''आचार्य रामचन्द्र शुक्ल'''{{Check}}|विकल्प 3= डॉ. हजारीप्रसाद द्विवेदी|विकल्प 4=डॉ. रामविलास शर्मा|विवरण=}}
| |
|
| |
| ====आचार्य हजारीप्रसाद द्विवेदी के उस इतिहास ग्रंथ का नाम बतलाइए जिसमें मात्र आदिकालीन हिन्दी साहित्य सम्बन्धी सामग्री संग्रहीत है?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=हिन्दी साहित्य की भूमिका|विकल्प 2=हिन्दी साहित्य: उद्भव और विकास|विकल्प 3=मध्यकालीन धर्मसाधना|विकल्प 4=हिन्दी साहित्य का आदिकाल}}{{Ans|विकल्प 1=[[हिन्दी]] साहित्य की भूमिका|विकल्प 2=हिन्दी साहित्य: उद्भव और विकास|विकल्प 3=मध्यकालीन धर्मसाधना|विकल्प 4='''हिन्दी साहित्य का आदिकाल'''{{Check}}|विवरण=}}
| |
|
| |
| ====आचार्य रामचन्द्र शुक्ल ने किन दो प्रमुख तथ्यों को ध्यान में रखकर 'हिन्दी साहित्य के इतिहास' के काल खण्डों का नामकरण किया है?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=ग्रंथों की प्रसिद्धि|विकल्प 2=ग्रंथों की प्रचुरता एवं ग्रंथों की प्रसिद्धि|विकल्प 3=ग्रंथों की उपलब्धता|विकल्प 4=रचनाकारों की संख्या}}{{Ans|विकल्प 1=ग्रंथों की प्रसिद्धि|विकल्प 2='''ग्रंथों की प्रचुरता एवं ग्रंथों की प्रसिद्धि'''{{Check}}|विकल्प 3=ग्रंथों की उपलब्धता|विकल्प 4=रचनाकारों की संख्या|विवरण=}}
| |
|
| |
| ====इनमें किस इतिहासकार ने सर्वप्रथम रीतिकालीन कवियों के सर्वाधिक परिचयात्मक विवरण दिए है?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=डॉ. विश्वनाथ प्रसाद मिश्र|विकल्प 2=डॉ. नगेन्द्र|विकल्प 3=डॉ.रामशंकर शुक्ल 'रसाल'|विकल्प 4=मिश्रबन्धु}}{{Ans|विकल्प 1=डॉ. विश्वनाथ प्रसाद मिश्र|विकल्प 2=डॉ. नगेन्द्र|विकल्प 3=डॉ.रामशंकर शुक्ल 'रसाल'|विकल्प 4='''मिश्रबन्धु'''{{Check}}|विवरण=}}
| |
|
| |
| ===='हिन्दी साहित्य का अतीत: भाग- एक' के लेखक का नाम है?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=आचार्य महावीरप्रसाद द्विवेदी|विकल्प 2=डॉ. विश्वनाथ प्रसाद मिश्र|विकल्प 3=डॉ. माताप्रसाद गुप्त|विकल्प 4=डॉ. विद्यानिवास मिश्र}}{{Ans|विकल्प 1=आचार्य महावीरप्रसाद द्विवेदी|विकल्प 2='''डॉ. विश्वनाथ प्रसाद मिश्र'''{{Check}}|विकल्प 3=डॉ. माताप्रसाद गुप्त|विकल्प 4=डॉ. विद्यानिवास मिश्र|विवरण=}}
| |
|
| |
| ====प्रेम लक्षणा भक्ति को किस भक्ति शाखा ने अपनी साधना का मुख्य आधार बनाया है?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=रामभक्ति शाखा|विकल्प 2=ज्ञानाश्रयी शाखा|विकल्प 3=कृष्णभक्ति शाखा|विकल्प 4=प्रेममार्गी शाखा}}{{Ans|विकल्प 1=रामभक्ति शाखा|विकल्प 2=ज्ञानाश्रयी शाखा|विकल्प 3='''कृष्णभक्ति शाखा'''{{Check}}|विकल्प 4=प्रेममार्गी शाखा|विवरण=}}
| |
|
| |
| ====मनुष्यत्व की सामान्य भावना को आगे करके निम्न श्रेणी की जनता में आत्म- गौरव का भाव जगाने वाले सर्वश्रेष्ठ कवि थे?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=तुलसीदास|विकल्प 2=कबीर|विकल्प 3=जायसी|विकल्प 4=सूरदास}}{{Ans|विकल्प 1=[[तुलसीदास]]|विकल्प 2='''[[कबीर]]'''{{Check}}|विकल्प 3=[[जायसी]]|विकल्प 4=[[सूरदास]]|विवरण=}}
| |
|
| |
| ===='हंस जवाहिर' रचना किस सूफी कवि द्वारा रची गई थी?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=मंझन|विकल्प 2=कुतुबन|विकल्प 3=उसमान|विकल्प 4=कासिमशाह}}{{Ans|विकल्प 1=मंझन|विकल्प 2=कुतुबन|विकल्प 3=उसमान|विकल्प 4='''कासिमशाह'''{{Check}}|विवरण=}}
| |
|
| |
| ===='देखन जौ पाऊँ तौ पठाऊँ जमलोक हाथ, दूजौ न लगाऊँ, वार करौ एक कर को।' ये पंक्तियाँ किस कवि द्वारा सृजित हैं?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=ह्रदयराम|विकल्प 2=अग्रदास|विकल्प 3=तुलसीदास|विकल्प 4=नाभादास}}{{Ans|विकल्प 1=ह्रदयराम|विकल्प 2=अग्रदास|विकल्प 3=[[तुलसीदास]]|विकल्प 4='''नाभादास'''{{Check}}|विवरण=}}
| |
|
| |
| ===='[[भक्तमाल]]' भक्तिकाल के कवियों की प्राथमिक जानकारी देता है, इसके रचयिता थे? ====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=वल्लभाचार्य|विकल्प 2=नाभादास|विकल्प 3=रामानन्द|विकल्प 4=नन्ददास}}{{Ans|विकल्प 1=[[वल्लभाचार्य]]|विकल्प 2='''नाभादास'''{{Check}}|विकल्प 3=रामानन्द|विकल्प 4=नन्ददास|विवरण=}}
| |
|
| |
| ====आचार्य विश्वनाथ प्रसाद मिश्र ने रीतिकाल को 'श्रृंगारकाल' नाम दिया, लेकिन उन्होंने इस पर जो ग्रंथ लिखा, उसका नाम 'हिन्दी का श्रृंगारकाल' नहीं है, बल्कि उसका नाम है?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=रीतिकाव्य की भूमिका|विकल्प 2=रीतिकाव्य की पृष्ठभूमि|विकल्प 3=रीतिकाव्य की प्रस्तावना|विकल्प 4=हिन्दी साहित्य का अतीत, भाग -2}}{{Ans|विकल्प 1=रीतिकाव्य की भूमिका|विकल्प 2=रीतिकाव्य की पृष्ठभूमि|विकल्प 3=रीतिकाव्य की प्रस्तावना|विकल्प 4='''हिन्दी साहित्य का अतीत, भाग -2'''{{Check}}|विवरण=}}
| |
|
| |
| ===='भारत मित्र' पत्र (जो [[कलकत्ता]] से स. [[1934]] वि. में प्रकाशित हुआ था) के एक सम्पादक थे?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=तोताराम|विकल्प 2=रुद्रदत्त शर्मा|विकल्प 3=कन्हैयालाल|विकल्प 4=बल्देव प्रसाद}}{{Ans|विकल्प 1=तोताराम|विकल्प 2='''रुद्रदत्त शर्मा'''{{Check}}|विकल्प 3='''[[कन्हैयालाल नंदन|कन्हैयालाल]]'''|विकल्प 4=बल्देव प्रसाद|विवरण=}}
| |
|
| |
| ===='हरिश्चन्द्री हिन्दी' शब्द का प्रयोग किस इतिहासकार ने अपने इतिहास ग्रंथ में किया है?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=मिश्रबंधु|विकल्प 2=शिवसिंह 'सेंगर'|विकल्प 3=रामचन्द्र शुक्ल|विकल्प 4=रामविलास शर्मा}}{{Ans|विकल्प 1=मिश्रबंधु|विकल्प 2=शिवसिंह 'सेंगर'|विकल्प 3='''रामचन्द्र शुक्ल'''{{Check}}|विकल्प 4=रामविलास शर्मा|विवरण=}}
| |
|
| |
| ===='गिला' कहानी के लेखक का नाम है?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=प्रेमचन्द्र|विकल्प 2=यशपाल|विकल्प 3=अज्ञेय|विकल्प 4=निर्मल वर्मा}}{{Ans|विकल्प 1='''[[मुंशी प्रेमचंद|प्रेमचन्द्र]]'''{{Check}}|विकल्प 2=यशपाल|विकल्प 3=अज्ञेय|विकल्प 4=निर्मल वर्मा|विवरण=}}
| |
|
| |
| ====मेवाड़ की पन्ना नामक धाय के अलौकिक त्याग का ऐतिहासिक वृत्त लेकर 'राजमुकुट' नाटक की रचना की गई थी, इस नाटक के लेखक का नाम है?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=हरिकृष्ण प्रेमी|विकल्प 2=लक्ष्मीनारायण मिश्र|विकल्प 3=उदयशंकर भट्ट|विकल्प 4=गोविंद बल्लभ पंत}}{{Ans|विकल्प 1=हरिकृष्ण प्रेमी|विकल्प 2=लक्ष्मीनारायण मिश्र|विकल्प 3=उदयशंकर भट्ट|विकल्प 4='''[[गोविंद बल्लभ पंत]]'''{{Check}}|विवरण=}}
| |
|
| |
| ====डॉ. कृष्ण शंकर शुक्ल ने आचार्य [[केशवदास]] पर एक समीक्षात्मक पुस्तक लिखी थी, उस पुस्तक का नाम है?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=केशव का आचार्यत्व|विकल्प 2=केशव की प्रतिभा|विकल्प 3=केशव की कला|विकल्प 4=केशव की काव्यकला}}{{Ans|विकल्प 1=केशव का आचार्यत्व|विकल्प 2=केशव की प्रतिभा|विकल्प 3=केशव की कला|विकल्प 4='''केशव की काव्यकला'''{{Check}}|विवरण=}}
| |
|
| |
| ===='गंगावतरण' काव्य के रचियता हैं?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=अयोध्यासिंह उपाध्याय 'हरिऔध'|विकल्प 2=जगन्नाथदास 'रत्नाकर'|विकल्प 3=श्रीधर पाठक|विकल्प 4=रामनरेश त्रिपाठी}}{{Ans|विकल्प 1=अयोध्यासिंह उपाध्याय 'हरिऔध'|विकल्प 2='''जगन्नाथदास 'रत्नाकर''''{{Check}}|विकल्प 3=श्रीधर पाठक|विकल्प 4=रामनरेश त्रिपाठी|विवरण=}}
| |
|
| |
| ====छायावादी कवियों ने जब आध्यात्मिक प्रेम को अपनी कविताओं में व्यक्त किया तो ऐसी कविताओं को किस वाद के अंतर्गत रखा गया है?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=छायावाद|विकल्प 2=प्रतीकवाद|विकल्प 3=रहस्यवाद|विकल्प 4=बिम्बवाद}}{{Ans|विकल्प 1=छायावाद|विकल्प 2=प्रतीकवाद|विकल्प 3='''रहस्यवाद'''{{Check}}|विकल्प 4=बिम्बवाद|विवरण=}}
| |
|
| |
| ===='परिवर्तन' नामक कविता सर्वप्रथम सुमित्रानन्दन पंत के किस कविता संग्रह में संगृहीत हुई है?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=पल्लव|विकल्प 2=वीणा|विकल्प 3=तारापथ|विकल्प 4=ग्रंथि}}{{Ans|विकल्प 1='''पल्लव'''{{Check}}|विकल्प 2=वीणा|विकल्प 3=तारापथ|विकल्प 4=ग्रंथि|विवरण=}}
| |
|
| |
| ====भिखारीदास की रचना का नाम है?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=काव्य निर्णय|विकल्प 2=काव्य विवेक|विकल्प 3=भाव विलास|विकल्प 4=नवरस तरंग}}{{Ans|विकल्प 1='''काव्य निर्णय'''{{Check}}|विकल्प 2=काव्य विवेक|विकल्प 3=भाव विलास|विकल्प 4=नवरस तरंग|विवरण=}}
| |
|
| |
| ====उन्नीसवीं सदी की साहित्य- सर्जना का मूल हेतु है?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=ईसाई विरोध|विकल्प 2=मुस्लिम विरोध|विकल्प 3=पराधीनता का बोध|विकल्प 4=परमाणु परीक्षण}}{{Ans|विकल्प 1=ईसाई विरोध|विकल्प 2=मुस्लिम विरोध|विकल्प 3='''पराधीनता का बोध'''{{Check}}|विकल्प 4=परमाणु परीक्षण|विवरण=}}
| |
|
| |
| ===='यह प्रेम को पंथ कराल महा तलवार की धार पै धावनी है', नामक पंक्ति किस कवि द्वारा सृजित है?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=घनानंद|विकल्प 2=बोधा|विकल्प 3=आलम|विकल्प 4=ठाकुर}}{{Ans|विकल्प 1=घनानंद|विकल्प 2='''बोधा'''{{Check}}|विकल्प 3=आलम|विकल्प 4=ठाकुर|विवरण=}}
| |
|
| |
| ====आचार्य [[केशवदास]] को 'कठिन काव्य का प्रेत' किस आलोचक ने कहा है?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=आचार्य पद्मसिंह शर्मा|विकल्प 2=आचार्य नंददुलारे बाजपेयी|विकल्प 3=आचार्य विश्वनाथप्रसाद मिश्र|विकल्प 4=आचार्य रामचन्द्र शुक्ल}}{{Ans|विकल्प 1=आचार्य पद्मसिंह शर्मा|विकल्प 2=आचार्य नंददुलारे बाजपेयी|विकल्प 3=आचार्य विश्वनाथप्रसाद मिश्र|विकल्प 4='''आचार्य रामचन्द्र शुक्ल'''{{Check}}|विवरण=}}
| |
|
| |
| ====बूँदी नरेश महाराज भावसिंह का आश्रित कवि निम्नलिखित में से कौन था?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=बिहारी|विकल्प 2=बोधा|विकल्प 3=मतिराम|विकल्प 4=ठाकुर}}{{Ans|विकल्प 1=बिहारी|विकल्प 2=बोधा|विकल्प 3='''मतिराम'''{{Check}}|विकल्प 4=ठाकुर|विवरण=}}
| |
|
| |
| ====भूषण का निम्नलिखित में से कौन सा लक्षण ग्रंथ है?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=शिवराज भूषण|विकल्प 2=भूषण हजारा|विकल्प 3=शिवा बावनी|विकल्प 4=छत्रसाल दशक}}{{Ans|विकल्प 1='''शिवराज भूषण'''{{Check}}|विकल्प 2=भूषण हजारा|विकल्प 3=शिवा बावनी|विकल्प 4=छत्रसाल दशक|विवरण=}}
| |
|
| |
| ====निम्नलिखित में से किस रचना की सर्वाधिक टीकाएँ लिखी गई हैं?====
| |
| {{Opt|विकल्प 1=मतिराम सतसई|विकल्प 2=बिहारी सतसई|विकल्प 3=वृन्द सतसई|विकल्प 4=विक्रम सतसई}}{{Ans|विकल्प 1=मतिराम सतसई|विकल्प 2='''बिहारी सतसई'''{{Check}}|विकल्प 3=वृन्द सतसई|विकल्प 4=विक्रम सतसई|विवरण=}}
| |