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'''पंचसर''' महसना ज़िला, [[गुजरात]] में [[कच्छ के रन]] के निकट स्थित एक प्राचीन नगर है। चावड़ा वंश के वनराज ने इस नगर को [[सरस्वती नदी]] के तट पर स्थित प्राचीन ग्राम 'लखराम' की जगह बसाया था। यह सूचना [[जैन धर्म]] की पट्टावलियों से मिलती है।


*10वीं शती में चावड़ा वंश के नरेश जयकृष्ण की राजधानी पंचसर में स्थित थी।
*10वीं शती में चावड़ा वंश के नरेश जयकृष्ण की राजधानी पंचसर में स्थित थी।
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13:40, 7 जून 2012 के समय का अवतरण

पंचसर महसना ज़िला, गुजरात में कच्छ के रन के निकट स्थित एक प्राचीन नगर है। चावड़ा वंश के वनराज ने इस नगर को सरस्वती नदी के तट पर स्थित प्राचीन ग्राम 'लखराम' की जगह बसाया था। यह सूचना जैन धर्म की पट्टावलियों से मिलती है।

  • 10वीं शती में चावड़ा वंश के नरेश जयकृष्ण की राजधानी पंचसर में स्थित थी।
  • जयकृष्ण के पुत्र वनराज ने पंचसर को छोड़कर पाटन में अपनी राजधानी बनाई स्थापित कर ली थी।
  • हाल ही में पूर्व सोलंकी वंश के काल एक मंदिर के अवशेष यहाँ से उत्खनन में प्रकाश में लाए गए हैं।
  • प्रतीत होता है कि इस मंदिर का निर्माण दशवी शती में किया गया था।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

ऐतिहासिक स्थानावली |लेखक: विजयेन्द्र कुमार माथुर |प्रकाशक: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर |पृष्ठ संख्या: 515 |


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