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| {[[अशोक]] बिन्दुसार मौर्य (राजकाल ईसापूर्व 269-232) प्राचीन [[भारत]] में [[मौर्य राजवंश]] का राजा था।
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| |type="()"}
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| + सही
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| - ग़लत
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| || [[चित्र:Ashoka.jpg|right|50px|अशोक]] अशोक का 'देवनाम प्रिय' एवं 'प्रियदर्शी' आदि नामों से भी उल्लेख किया जाता है। उसके समय मौर्य राज्य उत्तर में [[हिन्दुकुश]] की श्रेणियों से लेकर दक्षिण में [[गोदावरी नदी]] के दक्षिण तथा [[मैसूर]] ([[कर्नाटक]]) तक तथा पूर्व में [[अखण्डित बंगाल|बंगाल]] से पश्चिम में [[अफ़ग़ानिस्तान]] तक पहुँच गया था। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[अशोक]]
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| {[[ह्वेन त्सांग]] ने [[भारत]] की 12 वर्ष यात्रा की और वापस [[चीन]] चले गया।
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| - सही
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| + ग़लत
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| || [[चित्र:Xuanzang.jpg|right|50px|ह्वेन त्सांग]] ह्वेन त्सांग ने भारत की सत्रह वर्ष यात्रा की और वापस चीन गया, और अपनी आत्मकथा और अन्य पुस्तकों में यहाँ के ब्यौरे दिये हैं, जो काफ़ी रोचक, और ऐतिहासिक दृष्टि से शिक्षाप्रद है। इसके कई नाम प्रचलित हैं, जो कि चीन के अलग अलग प्रांतों की बोली के अनुसार हैं। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[ह्वेन त्सांग]]
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