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| ==भारतीय इतिहास — पुनरावलोकन==
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| !क्रम
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| !ईसवी/वर्ष
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| !विवरण
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| |1
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| |7000 ई.पू.
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| |[[राजस्थान]] (साम्भर) में पौधे बोने के प्रथम साक्ष्य।
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| |2
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| |6000 ई.पू.
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| |मेहरगढ़ ([[सिंध प्रांत|सिंध]]-[[बलूचिस्तान]] सीमा), बुर्जहोम ([[कश्मीर]]) में भारत के प्राचीनतम आवास, कृषि तथा पशुपालन के अवशेष।
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| |3
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| |5000–4000 ई.पू.
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| |बागोर (भीलवाड़ा) तथा आदमगढ़ (होशंगाबाद) के निकट आखेटकों द्वारा भेड़-बकरी पालन के प्रथम अवशेष।
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| |4
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| |4000–3000 ई.पू.
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| |खेतिहारों-पशुपालकों की स्थानीय सभ्यताएँ।
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| |-
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| |5
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| |2500 ई.पू.
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| |सिंधु घाटी में पूर्व-[[हड़प्पा]] सभ्यता के नगरों का विकास, अस्थि एवं प्रस्तर उपकरण तथा मनकों के आभूषण के अवशेष।
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| |6
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| |2500–1750 ई.पू.
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| |रेडिया-कार्बन तिथि-निर्धारण के आधार पर हड़प्पा सभ्यता का काल-विस्तार।
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| |7
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| |2250–2000 ई.पू.
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| |[[हड़प्पा]] सभ्यता का पूर्ण-विकसित दौर, विघटन तथा स्थानीय सभ्यताओं का उदय।
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| |8
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| |1500 ई.पू.
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| |भारत में आर्यों का आगमन, ऋग्वेद की रचना, वैदिक काल (1500-1000) प्रारम्भ, गंगा मैदान में आर्योत्तर ताम्र सभ्यता।
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| |9
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| |1000 ई.पू.
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| |आर्यों का (गंगा मैदान) विस्तार, उत्तर वैदिक काल प्रारम्भ, '[[ब्राह्मण ग्रन्थ|ब्राह्मण ग्रन्थों]]' की रचना, वर्ण-व्यवस्था का बीजारोपण, लौह धातु का प्रयोग प्रारम्भ।
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| |10
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| |950 ई.पू.
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| |[[महाभारत]] का युद्ध।
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| |11
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| |800 ई.पू.
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| |महर्षि [[व्यास]] के द्वारा [[महाभारत]] महाकाव्य की रचना, आर्यों का दक्षिण-पूर्व ([[पश्चिम बंगाल|बंगाल]]) की ओर विस्तार, [[रामायण]] का प्रथम वृत्तान्त।
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| |12
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| |600–550 ई.पू.
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| |उपनिषदों की रचना, आर्यों का विदर्भ तथा [[गोदावरी नदी|गोदावरी]] तक दक्षिण-विस्तार। सोलह महाजनपदों की स्थापना, आर्य सभ्यता में कर्मकाण्डीय अनुष्ठान प्रतिष्ठित।
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| |13
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| |563–483 ई.पू
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| |[[बौद्ध धर्म]] के संस्थापक [[गौतम बुद्ध]] की जीवन काल, जन्म-[[लुम्बिनी]], मृत्यु-[[कुशीनगर]]।
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| |14
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| |599–257 ई.पू
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| |[[जैन धर्म]] के पुनर्प्रतिष्ठापक वर्द्धमान महावीर का काल (जन्म-कुन्डग्राम, [[वैशाली]]), मृत्यु-[[पावापुरी]], [[कुशीनगर]]।
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| |15
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| |544–492 ई.पू
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| |[[गौतम बुद्ध]] के समकालिक बिम्बिसार (हर्यक वंश) का राज्यकाल, [[मगध]] राज्य की श्रेष्ठता।
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| |16
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| |517–509 ई.पू
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| |हखमनी वंश ([[ईरान]]) के सम्राट डेरियस प्रथम के साथ प्रथम विदेशी आक्रमण, आर्यों की पराजय, यूनानी नौसेनापति स्काइलैक्स द्वारा [[सिन्धु नदी]] पर गवेषण अभियान।
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| |-
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| |17
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| |492–460 ई.पू
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| |[[बिम्बिसार]] के पुत्र [[अजातशत्रु]] का राज्यकाल।
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| |-
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| |18
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| |412–344 ई.पू
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| |शिशुनाग वंश का शासनकाल, अवन्ति के प्रद्यौत वंश का [[मगध]] साम्राज्य में विलय।
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| |18
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| |400 ई.पू
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| |सम्पूर्ण दक्षिण भारत में आर्यों का प्रभुत्व एवं सम्भवतः [[श्रीलंका]] तक विस्तार।
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| |19
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| |344 ई.पू
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| |महापद्मनन्द द्वारा [[मगध]] में [[नंदवंश]] की स्थापना।
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| |20
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| |326 ई.पू
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| |[[नंदवंश|नंद वंशी]] राजा [[घनानंद]] की सैन्य शक्ति से प्रभावित होकर [[सिकन्दर]] के सैनिकों का वापस लौटने का इरादा, वापसी मार्ग में बेबीलोन में सिकन्दर की मृत्यु।
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| |-
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| |21
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| |322 ई.पू
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| |[[चंद्रगुप्त मौर्य]] द्वारा (कौटिल्य की मदद से) नंद शासक [[घनानंद]] को पराजित कर [[मौर्य वंश]] की स्थापना।
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| |22
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| |315 ई.पू
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| |इण्डिका के लेखक तथा [[सेल्युकस]] (यूनानी शासक) के दूत [[मेगस्थनीज]] का भारत में आगमन।
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| |-
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| |23
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| |298–273 ई.पू
| |
| |[[चन्द्रगुप्त मौर्य]] के पुत्र [[बिन्दुसार]] का राज्य काल।
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| |-
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| |24
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| |273–232 ई.पू
| |
| |[[अशोक]] का शासनकाल, [[मौर्यवंश]] का स्वर्णयुग, अशोक के द्वारा [[कलिंग]] विजय (262-61)।
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| |-
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| |25
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| |185 ई.पू
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| |अन्तिम मौर्य शासक बृहद्रथ की हत्या कर मौर्य सेनापति [[पुष्यमित्र शुंग]] द्वारा [[शुंग वंश]] की स्थापना।
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| |-
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| |26
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| |190–171 ई.पू
| |
| |यवन शासक डेमेट्रियस का राज्यकाल।
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| |-
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| |27
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| |165 ई.पू
| |
| |[[कलिंग]] शासक खारवेल द्वारा 'त्रमिरदेश संघटम' (पाण्ड्य, चोल) राज्य पर विजय।
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| |-
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| |28
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| |155–130 ई.पू
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| |सबसे प्रसिद्ध यवन शासक मिनान्डर (मिलिन्द) का राज्यकाल।
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| |-
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| |30
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| |145 ई.पू
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| |चोल राजा एलारा की [[श्रीलंका]] के शासक असेल पर विजय तथा लगभग 50 वर्षों तक शासन।
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| |-
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| |31
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| |128 ई.पू
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| |यूची आक्रमण के भय से शक क़बीलों का भारत में पंजाब से प्रवेश।
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| |-
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| |32
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| |71 ई.पू
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| |[[शुंग वंश]] के अन्तिम सम्राट देवभूति की हत्या, [[वसुदेव]] के द्वारा कण्व वंश की स्थापना।
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| |-
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| |33
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| |60 ई.पू
| |
| |[[आंध्र प्रदेश|आन्ध्र]] में सिमुक द्वारा [[सातवाहन वंश]] की स्थापना।
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| |-
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| |34
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| |58 ई.पू
| |
| |[[उज्जैन]] के शासक विक्रमादित्य द्वारा विक्रम संवत् का प्रारम्भ।
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| |-
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| |35
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| |50 ई.पू - 250 ई.
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| |'''दक्षिण भारत''' (दक्कन) में [[सातवाहन वंश]]।
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| |-
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| |36
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| |22 ई.पू
| |
| |[[रोम]] के शासक आगस्टस के दरबार में पाण्ड्य राजदूत पहुँचा, चोल, पाण्ड्यों का रोम में व्यापारिक सम्बन्ध।
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| |}
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| ====पश्चिमी भारत====
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| !क्रम
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| !ईसवी/वर्ष
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| !विवरण
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| |-
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| |1
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| |490–766 ई.
| |
| |सौराष्ट्र के बल्लभी क्षेत्र में मैत्रक (सम्भवतः विदेशी मूल) आक्रामकों का शासन।
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| |-
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| |2
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| |550–861 ई.
| |
| |मध्य राजपूताना में मध्य एशिया में आये हुए गुर्जर खानाबदोश दलों का शासन स्थापित।
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| |-
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| |3
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| |712 ई.
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| |मुहम्मद बिन क़ासिम के नेतृत्व में भारत पर प्रथम अरब आक्रमण, मैत्रक राज्य का पतन।
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| |-
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| |4
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| |740–1036 ई.
| |
| |उत्तर भारत में गुर्जर-प्रतिहारों का आधिपत्य, अरबों का प्रतिरोध।
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| |-
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| |5
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| |746–974 ई.
| |
| |छाप या छापौटकट्ट, गुर्जर क़बीले द्वारा 746 के आसपास अन्हिलपुर (आनन्दपुर) की स्थापना, जो 15वीं शती तक पश्चिम भारत का प्रमुख नगर रहा।
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| |-
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| |6
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| |831–1310 ई.
| |
| |चन्देलों द्वारा [[बुंदेलखण्ड]] में स्वतंत्र राज्य की स्थापना, अनेक [[विष्णु]] मन्दिरों और खजुराहों के मन्दिरों का भी निर्माण।
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| |-
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| |7
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| |840–890 ई.
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| |[[सतलुज नदी|सतलुज]] से [[नर्मदा नदी]] तक मिहिरभोज या भोज का शासन।
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| |-
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| |8
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| |950–1200 ई.
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| |इंदौर के पास धारा में परमारों का राज्य, जिनमें मुंज (974-994) तथा भोज प्रसिद्ध राजा हुए, भोज ज्योतिष, काव्यशास्त्र, वास्तुकला तथा संस्कृति का विद्वान था।
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| |-
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| |9
| |
| |974–1240 ई.
| |
| |चालुक्यों का अन्हिलपुर, सौराष्ट्र तथा [[माउंट आबू|आबू]] क्षेत्र में प्रभुत्व, चालुक्य शासक मूलराज का शासन काल (974-995)।
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| |}
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| ==दक्षिण भारत 3==
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| !क्रम
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| !ईसवी/वर्ष
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| !विवरण
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| |-
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| |1
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| |1411–42 ई.
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| |अहमदशाह द्वारा [[अहमदाबाद]] की स्थापना एवं स्वतंत्रता की घोषणा।
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| |-
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| |2
| |
| |1412 ई.
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| |अन्तिम तुगलक शासक [[महमूद तुग़लक|महमूद]] की मृत्यु, तुगलक वंश का पतन।
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| |-
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| |3
| |
| |1414 ई.
| |
| |[[दिल्ली]] पर खिज्र खाँ का अधिकार।
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| |-
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| |4
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| |1420–1421 ई.
| |
| |[[इटली]] के यात्री निकोलो कोंटी की भारत यात्रा।
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| |-
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| |5
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| |1429 ई.
| |
| |[[बहमनी राज्य]] की राजधानी गुलबर्गा से [[बीदर]] स्थानान्तरित।
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| |-
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| |6
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| |1430–69 ई.
| |
| |मेंवाड़ में राणा कुम्भा का राज्यकाल।
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| |-
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| |7
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| |1442 ई.
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| |अब्दुर्रज्जाक़ की [[विजय नगर साम्राज्य|विजयनगर]] यात्रा।
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| |-
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| |8
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| |1447 ई.
| |
| |बहलोल लोदी का [[दिल्ली]] पर अधिकार, लोदी वंश की स्थापना।
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| |-
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| |9
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| |1450 ई.
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| |गोरखनाथ की साखियों की रचना।
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| |-
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| |10
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| |1455 ई.
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| |प्रसिद्ध संत [[कबीर]] का जन्म।
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| |-
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| |11
| |
| |1469 ई.
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| |सिक्ख धर्म के संस्थापक [[नानक देव, गुरु|गुरुनानक देव]] का ननकाना ([[पंजाब]]) में जन्म।
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| |-
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| |12
| |
| |1470 ई.
| |
| |रूसी यात्री निकितिन की भारत यात्रा।
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| |-
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| |13
| |
| |1472 ई.
| |
| |[[शेरशाह सूरी]] का जन्म।
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| |-
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| |14
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| |1479 ई.
| |
| |[[बल्लभाचार्य]] का जन्म।
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| |-
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| |15
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| |1483 ई.
| |
| |[[जहीरूद्दीन बाबर]] का फरगना में जन्म।
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| |-
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| |16
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| |1485 ई.
| |
| |[[चैतन्य महाप्रभु]] का जन्म।
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| |-
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| |17
| |
| |1486 ई.
| |
| |पुर्तगाली नाविक सरदार बार्थोलोम्यो डिआज डेनोवेज ने केप आफ़ गुड होप (शुभ यात्रा अंतरीप) की खोज की, इसी मार्ग से बाद में वास्कोडिगामा ने भारत की यात्रा की।
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| |-
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| |18
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| |1489 ई.
| |
| |सिकन्दर लोदी गद्दी पर आसीन, [[बीजापुर]] स्वाधीन।
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| |-
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| |19
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| |1490 ई.
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| |[[दिल्ली सल्तनत]] से [[अहमदनगर]] स्वाधीन।
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| |-
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| |20
| |
| |1494 ई.
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| |[[पश्चिम बंगाल|बंगाल]] में हुसैनशाह गद्दी पर आसीन, [[बाबर]] फरगना का अमीर बना।
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| |-
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| |21
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| |1498 ई.
| |
| |पुर्तगाली नाविक [[वास्कोडिगामा]] भारत में, कालीकट पहुँचा।
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| |-
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| |22
| |
| |1502 ई.
| |
| |पुर्तगाल के राजा जॉन द्वितीय को पोप अलेक्जेंडर षष्टम का 'बुल' प्रदान किया गया, जिससे पुर्तगालियों को भारत के साथ व्यापार करने का एकाधिकार तथा भारत में राज्य स्थापित करने का औपचारिक अधिकार मिला।
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| |-
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| |23
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| |1503 ई.
| |
| |फरगना [[बाबर]] के अधिकार से मुक्त।
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| |-
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| |24
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| |1504 ई.
| |
| |[[इटली]] के लुडोविको डी बार्थेमा की पश्चिम तथा दक्षिण भारत की यात्रा, काबुल पर अधिकार कर [[बाबर]] का मुल्तान की ओर प्रस्थान।
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| |-
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| |25
| |
| |1507 ई.
| |
| |[[गुजरात]] के शासक महमूद बेगड़ा का दीव ([[गोवा]]) में पुर्तगालियों के विरुद्ध अभियान।
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| |-
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| |26
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| |1508 ई.
| |
| |द्वितीय [[मुग़ल]] सम्राट [[हुमायूँ]] का जन्म।
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| |-
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| |27
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| |1509 ई.
| |
| |[[विजय नगर साम्राज्य|विजयनगर]] में कृष्णदेवराय सिंहासनरूढ़, पुर्तगाली गवर्नर फ़्राँसिस्को-डि-अल्मिडा भारत आया।
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| |-
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| |28
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| |1509–1527 ई.
| |
| |मेवाड़ में राणा सांगा का राज्यकाल।
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| |-
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| |29
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| |1510 ई.
| |
| |[[गोवा]] पर पुर्तगालियों का अधिकार, अलबुकर्क गवर्नर बना।
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| |-
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| |30
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| |1512–1518 ई.
| |
| |[[गोलकुण्डा]] [[बहमनी राज्य]] से मुक्त।
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| |-
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| |31
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| |1517 ई.
| |
| |सिकन्दर लोदी की मृत्यु के पश्चात् इब्राहिम लोदी गद्दी पर बैठा।
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| |-
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| |32
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| |1519 ई.
| |
| |[[बाबर]] का भारत आगमन।
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| |-
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| |33
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| |1520 ई.
| |
| |[[बाबर]] का भीरा, सियालकोट पर आक्रमण।
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| |-
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| |34
| |
| |1522 ई.
| |
| |[[बाबर]] का कंधार पर अधिकार।
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| |-
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| |35
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| |1523 ई.
| |
| |[[लाहौर]] और सरहिन्द पर [[बाबर]] का आक्रमण, लाहौर पर अधिकार (1524)।
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| |-
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| |36
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| |1526 ई.
| |
| |([[21 अप्रैल]]) [[बाबर]] तथा इब्राहिम लोदी के मध्य पानीपत का प्रथम युद्ध, इब्राहीम लोदी की पराजय तथा मृत्यु, [[दिल्ली]] पर क़ब्ज़े के साथ ही मुग़ल साम्राज्य की स्थापना।
| |
| |-
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| |37
| |
| |1527 ई.
| |
| |राणा संग्राम सिंह तथा [[बाबर]] के मध्य खांडवा का युद्ध ([[16 मार्च]]), संग्राम सिंह पराजित।
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| |-
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| |38
| |
| |1528 ई.
| |
| |राणा संग्राम सिंह की मृत्यु, [[बाबर]] ने सहयोग के बदले [[शेरशाह]] को [[सासाराम]] ([[बिहार]]) की पैतृक जाग़ीर वापस की।
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| |-
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| |39
| |
| |1530 ई.
| |
| |[[बाबर]] की मृत्यु ([[29 मई]]), [[विजय नगर साम्राज्य|विजयनगर]] के राजा कृष्णदेव राय की मृत्यु ([[26 दिसम्बर]])।
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| |-
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| |40
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| |1531 ई.
| |
| |[[गुजरात]] के बहादुरशाह का मालवा तथा [[उज्जैन]] पर अधिकार।
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| |-
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| |41
| |
| |1532 ई.
| |
| |रायसेन, चंदेरी एवं [[मंदसौर]] पर बहादुरशाह का अधिकार तथा [[चित्तौड़]] पर पहला हमला।
| |
| |-
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| |42
| |
| |1533 ई.
| |
| |बहादुरशाह ने [[चित्तौड़]] का घेरा उठाया, रणथम्भौर तथा [[अजमेर]] पर अधिकार, वैष्णव संत चैतन्य का निधन।
| |
| |-
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| |43
| |
| |1534 ई.
| |
| |[[हुमायूँ]] का मालवा को प्रस्थान, [[शेरशाह]] ने सूरजगढ़ की लड़ाई में [[पश्चिम बंगाल|बंगाल]] के शासक महमूद ख़ाँ को परास्त किया।
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| |-
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| |44
| |
| |1535 ई.
| |
| |पुर्तगालियों की सहायता से बहादुरशाह का [[चित्तौड़]] पर अधिकार, [[हुमायूँ]] से बहादुरशाह पराजित, हुमायूँ की [[गुजरात]] तथा मालवा पर विजय।
| |
| |-
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| |45
| |
| |1536 ई.
| |
| |[[हुमायूँ]] ने अस्करी को [[गुजरात]] का शासक नियुक्त किया, गुजरात में [[मुग़ल|मुग़लों]] के विरुद्ध विद्रोह।
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| |-
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| |46
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| |1537 ई.
| |
| |[[गुजरात]] के शासक बहादुरशाह की मृत्यु।
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| |-
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| |47
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| |1538 ई.
| |
| |[[शेरशाह]] के हाथों [[पश्चिम बंगाल|बंगाल]] का शासक महमूदशह परास्त, [[हुमायूँ]] का बंगाल पर आक्रमण, सिक्ख गुरु [[नानक देव, गुरु|नानक देव]] का निधन।
| |
| |-
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| |48
| |
| |1539 ई.
| |
| |चौसा के युद्ध में [[हुमायूँ]] [[शेरशाह]] से पराजित।
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| |-
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| |49
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| |1540 ई.
| |
| |[[शेरशाह]] [[दिल्ली]] की गद्दी पर बैठा।
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| |-
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| |50
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| |1542 ई.
| |
| |मारवाड़ के राजा मालदेव के आमंत्रण पर [[हुमायूँ]] [[जोधपुर]] पहुँचा, अमरकोट में ([[15 अक्टूबर]]) [[अकबर]] का जन्म।
| |
| |-
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| |51
| |
| |1544 ई.
| |
| |[[हुमायूँ]] फ़ारस के शाह तहमस्य की शरण में।
| |
| |-
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| |52
| |
| |1545 ई.
| |
| |शाह तहमस्य की मदद से कंधार-[[काबुल]] पर पुनः [[हुमायूँ]] का अधिकार, [[शेरशाह]] की मृत्यु, इस्लाम शाह गद्दी पर बैठा।
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| |-
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| |53
| |
| |1553 ई.
| |
| |[[सूर वंश|सूर वंशी]] शासक इस्लाम शाह की मृत्यु।
| |
| |-
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| |54
| |
| |1555 ई.
| |
| |[[लाहौर]] पर [[हुमायूँ]] का अधिकार।
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| |-
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| |55
| |
| |1556 ई.
| |
| |[[हुमायूँ]] की मृत्यु ([[24 जनवरी]]), बैरम ख़ाँ के संरक्षण में [[अकबर]] [[मुग़ल]] सम्राट बना, पानीपत के दूसरे युद्ध ([[5 नवम्बर]]) में अकबर के द्वारा आदिलशाह का दीवान हेमू पराजित, पुर्तगाल से पहला प्रेस भारत पहुँचा, जिसे जेसुइट पादरी [[गोवा]] लेकर आए थे।
| |
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| |56
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| |1557 ई.
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| |खिज्र ख़ाँ के साथ लड़ाई में आदिलशाह मारा गया, सिकन्दर सूर को हराकर मानकोट के क़िले पर [[अकबर]] का अधिकार।
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| |57
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| |1560 ई.
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| |[[अकबर]] के द्वारा बैरम ख़ाँ का निष्कासन।
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| |58
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| |1561 ई.
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| |[[अकबर]] की मालवा पर विजय।
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| |59
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| |1562 ई.
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| |आमेर की राजकुमारी (राजा भारमल की पुत्री) से [[अकबर]] का विवाह, युद्ध-बंन्दियों को दास बनाने की प्रथा का उन्मूलन।
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| |60
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| |1563 ई.
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| |[[अकबर]] द्वारा तीर्थयात्रा-कर की समाप्ति।
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| |61
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| |1564 ई.
| |
| |[[अकबर]] द्वारा [[जज़िया]] कर की उगाही बन्द, रानी दुर्गावती को परास्त कर गोंडवाना [[मुग़ल]] राज्य में सम्मिलित, रानी द्वारा आत्महत्या।
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| |62
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| |1564–1567 ई.
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| |उजबेकों का विद्रोह।
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| |63
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| |1565 ई.
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| |[[विजय नगर साम्राज्य|विजयनगर]] के शासक रामराय और बहमनी सुल्तानों के बीच तालिकोटा का युद्ध, विजयनगर पराजित।
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| |64
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| |1567 ई.
| |
| |राधावल्लभ सम्प्रदाय के प्रवर्तक श्री हरिवंश का देवबन्द ([[सहारनपुर]]) में जन्म।
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| |65
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| |1568 ई.
| |
| |[[अकबर]] की [[चित्तौड़]] पर विजय।
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| |66
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| |1569
| |
| |रणथम्भौर और कालिंजर पर अकबर का अधिकार, युवराज [[सलीम]] ([[जहाँगीर]]) का जन्म।
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| |67
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| |1571 ई.
| |
| |[[अकबर]] द्वारा [[फ़तेहपुर सीकरी]] का निर्माण तथा राजधानी बनाने का निर्णय।
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| |68
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| |1572 ई.
| |
| |राणा उदयसिंह की मृत्यु, जालौर के राजा और मेवाड़ सेनापतियों के द्वारा [[राणा प्रताप]] को गद्दी पर बैठाया गया।
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| |-
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| |69
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| |1573 ई.
| |
| |[[कबीर]] का निधन, [[गुजरात]] पर अकबर का आधिपत्य।
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| |-
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| |70
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| |1574–76 ई.
| |
| |[[अकबर]] की [[बिहार]]-[[पश्चिम बंगाल|बंगाल]] पर विजय।
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| |71
| |
| |1575 ई.
| |
| |ठुकरोई ([[उड़ीसा]]) का युद्ध, [[अकबर]] द्वारा दाऊद ख़ाँ पराजित [[फ़तेहपुर सीकरी]] में इबादतख़ाना की स्थापना।
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| |-
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| |72
| |
| |1576 ई.
| |
| |हल्दीघाटी का युद्ध, [[अकबर]] द्वारा [[राणा प्रताप]] पराजित, अकबर का [[पश्चिम बंगाल|बंगाल]] पर अधिकार, दाऊद ख़ाँ की मृत्यु।
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| |-
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| |73
| |
| |1578 ई.
| |
| |भारतीय भाषा की पहली पुस्तक "डुट्रिना क्रिस्टा' ([[तमिल भाषा]] में) मुद्रित व प्रकाशित, इस पुस्तक के लिए टाइप जुआबों गुंजाल्बेज नाम के स्पेनी लुहार ने क्किलोन ([[केरल]]) में ढाले थे।
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| |-
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| |74
| |
| |1579–1580 ई.
| |
| |[[अकबर]] ने 'महजरनामा' (इन्फैलिबिलिटी डिक्री) जारी किया, [[पश्चिम बंगाल|बंगाल]]-[[बिहार]] में विद्रोह, [[अकबर]] के दरबार में [[गोवा]] से प्रथम जेसुइट मिशन आया (1580)।
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| |-
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| |75
| |
| |1580–1611 ई.
| |
| |[[गोलकुण्डा]] में सुल्तान कुली कुतुबशाह द्वितीय के आश्रय में रेख्ता (हिन्दुस्तानी के आदि रूप) के कवियों को प्रोत्साहन।
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| |}
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| ==दक्षिण भारत 6==
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| {| width=100% class="wikitable" border="1"
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| !क्रम
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| !ईसवी/वर्ष
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| !विवरण
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| |1
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| |1800 ई.
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| |पेशवा और अंग्रेज़ों के बीच बसीन की सन्धि, अंग्रेज़ों द्वारा पेशवा पुनः पूना की गद्दी पर अधिष्ठापित।
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| |-
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| |2
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| |1803 ई.
| |
| |द्वितीय आंग्ला मराठा युद्ध (1803-05) में [[मराठा|मराठों]] की पराजय। [[अलीगढ़]] पर अंग्रेज़ों का अधिकार। भोंसले के साथ कम्पनी की 'देवगाँव की सन्धि' तथा सिंधिया के साथ 'सुर्जी-अर्जनगाँव की सन्धि'।
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| |-
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| |3
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| |1804 ई.
| |
| |होल्कर के साथ युद्ध में कर्नल मोन्सन पराजित। बादशाह शाहआलम द्वितीय ब्रिटिश संरक्षण के अधीन।
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| |-
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| |4
| |
| |1805 ई.
| |
| |अंग्रेज़ों का [[भरतपुर]] का घेरा असफल, लार्ड वेलेजली को [[इंग्लैंण्ड]] वापस बुलाया गया, कार्नवालिस की मृत्यु, होल्कर के साथ सन्धि।
| |
| |-
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| |5
| |
| |1805–1807 ई.
| |
| |सर जॉर्ज बार्लो [[पश्चिम बंगाल|बंगाल]] का गवर्नर जनरल।
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| |-
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| |6
| |
| |1806 ई.
| |
| |[[अकबर]] द्वितीय शाहआलम द्वितीय का उत्तराधिकारी बना, वेल्लोर सैनिक विद्रोह।
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| |-
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| |7
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| |1807–1813 ई.
| |
| |लार्ड मिण्टो प्रथम बंगाल का गवर्नर जनरल।
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| |-
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| |8
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| |1807–1808 ई.
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| |नेपोलियन की भारत पर संयुक्त फ़्राँसीसी-रूसी अभियान योजना।
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| |-
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| |9
| |
| |1808 ई.
| |
| |मैल्कम के नेतृत्व में फ़ारस तथा एल्फिन्स्टन के नेतृत्व में काबुल के लिए अंग्रेज़ दूतमण्डल भेजा गया।
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| |-
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| |10
| |
| |1809 ई.
| |
| |अंग्रेज़ों और रणजीत सिंह के बीच '[[अमृतसर]] की सन्धि' ([[25 अप्रैल]])। सतलज पूर्व की पंजाबी रियासत अंग्रेज़ों के संरक्षण में। रणजीत सिंह शासक स्वीकृत।
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| |-
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| |11
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| |1809–1811 ई.
| |
| |रणजीत सिंह का कांगड़ा पर क़ब्ज़ा।
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| |-
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| |12
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| |1813–1823 ई.
| |
| |लार्ड हेस्टिंग्स बंगाल का गवर्नर जनरल।
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| |13
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| |1813 ई.
| |
| |कम्पनी का चार्टर नवीनीकृत, शिक्षा पर सालाना एक लाख रुपये ख़र्च करने का प्रावधान।
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| |-
| |
| |14
| |
| |1814–1816 ई.
| |
| |[[नेपाल]] के साथ युद्ध। गोरखा तथा कम्पनी के बीच 'संगौली की सन्धि' (1816) में।
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| |-
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| |15
| |
| |1815 ई.
| |
| |[[राममोहन राय राजा|राममोहन राय]] द्वारा 'आत्मीय सभा' की स्थापना। वाटरलू का युद्ध।
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| |-
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| |16
| |
| |1817 ई.
| |
| |[[कलकत्ता]] में हिन्दू कॉलेज की स्थापना (डेविड हेयर तथा [[राममोहन राय राजा|राममोहन राय]] द्वारा)।
| |
| |-
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| |17
| |
| |1817–1818 ई.
| |
| |सेरामपुर ईसाई मिशनरी संस्था द्वारा भारतीय भाषा ([[बांग्ला]]) में 'समाचार दर्पण' नाम का पहला साप्ताहिक प्रकाशित। पेशवा बाजीराब द्वितीय का समर्पण।
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| |-
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| |18
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| |1819–1827 ई.
| |
| |एलफिंस्टन [[बम्बई]] के गवर्नर।
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| |-
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| |19
| |
| |1819 ई.
| |
| |पेशवा पद की समाप्ति। ब्रिटिश वृत्तिभोगी की हैसियत से पेशवा बाजीराव द्वितीय को [[बिठूर]] निवास, राजपूताना के राजाओं के साथ सुरक्षात्मक सन्धि। [[तात्या टोपे]] का जन्म।
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| |-
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| |20
| |
| |1820 ई.
| |
| |मुनरो मद्रास का गवर्नर बना।
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| |-
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| |21
| |
| |1821 ई.
| |
| |[[पूना]] में [[संस्कृत]] कॉलेज की स्थापना।
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| |-
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| |22
| |
| |1822 ई.
| |
| |[[बम्बई]] में 'नेटिव एजुकेशन सोसाइटी' की स्थापना। 'बम्बई समाचार' प्रकाशित।
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| |-
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| |23
| |
| |1823–1828 ई.
| |
| |लार्ड एमहर्स्ट बंगाल का गवर्नर जनरल नियुक्त।
| |
| |-
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| |24
| |
| |1823 ई.
| |
| |प्रेस आर्डिनेन्स के विरुद्ध [[राममोहन राय राजा|राजाराममोहन राय]] का ज्ञापन। (इसके बाद कार्यवाहक गवर्नर-जनरल एडम्स ने मुद्रणालयों के लिए लाइसेंस अनिवार्य किया था)।
| |
| |-
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| |25
| |
| |1824 ई.
| |
| |बैरकपुर में सैनिक विद्रोह (अधिक भत्ते की मांग पर)।
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| |-
| |
| |26
| |
| |1824–26 ई.
| |
| |प्रथम आंग्ल-बर्मा युद्ध। याण्डबू की सन्धि। अराकान तथा तेनासरीम ब्रिटिश साम्राज्य में शामिल।
| |
| |-
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| |27
| |
| |1824–1883 ई.
| |
| |स्वामी [[दयानन्द सरस्वती]] का जीवनकाल, आर्यसमाज की स्थापना (1875 में)।
| |
| |-
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| |28
| |
| |1825 ई.
| |
| |प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी दादाभाई नौरोजी का जन्म ([[4 सितम्बर]])।
| |
| |-
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| |29
| |
| |1826 ई.
| |
| |[[भरतपुर]] पर अंग्रेज़ों का अधिकार।
| |
| |-
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| |30
| |
| |1827 ई.
| |
| |पहला वाष्पचालित युद्धपोत 'इंटरप्राइज' मद्रास पहुँचा।
| |
| |-
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| |31
| |
| |1828–1833 ई.
| |
| |विलियम बैंटिक बंगाल का गवर्नर जनरल।
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| |-
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| |32
| |
| |1828 ई.
| |
| |[[राममोहन राय राजा|राममोहन राय]] द्वारा 'ब्रह्म समाज की स्थापना'। ऐकेडमिक एसोसिएशन स्थापित।
| |
| |-
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| |33
| |
| |1829 ई.
| |
| |विलियम बैंटिक द्वारा सती प्रथा ग़ैरक़ानूनी घोषित।
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| |-
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| |34
| |
| |1829–1837 ई.
| |
| |बैंटिक द्वारा ठगों का दमन।
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| |-
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| |35
| |
| |1830 ई.
| |
| |[[राजा राममोहन राय]] द्वारा [[इंग्लैंण्ड]] भ्रमण। धर्मसभा द्वारा [[कलकत्ता]] में सती प्रथा पर प्रतिबन्ध लगाने के विरोध में सभा। ईश्वरचन्द्र गुप्ता द्वारा बंगाल मासिक 'संवाद प्रभाकर' प्रकाशित।
| |
| |-
| |
| |36
| |
| |1831 ई.
| |
| |[[मैसूर]] का राजा पदच्युत। शासन ब्रिटिश सरकार के हाथ में, रोपड़ में विलियम बैंटिक और रणजीत सिंह की भेंट।
| |
| |-
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| |37
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| |1832 ई.
| |
| |[[असम]] के जैतिया क्षेत्र पर अंग्रेज़ों का आधिपत्य।
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| |36
| |
| |1833 ई.
| |
| |कम्पनी के चार्टर का नवीनीकरण, वैधानिक शक्ति का केन्द्रीयकरण। बंगाल का गवर्नर जनरल पहली बार भारत के गवर्नर जनरल के नाम से जाने लगा, भारतीय विधि आयोग की नियुक्ति, [[ब्रिटेन]] में दास-प्रथा पर प्रतिबंध लगाया गया।
| |
| |-
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| |37
| |
| |1833–1835 ई.
| |
| |लार्ड विलियम बैंटिक भारत का गवर्नर जनरल।
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| |-
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| |38
| |
| |1834 ई.
| |
| |कुर्ग पर अंग्रेज़ों का आधिपत्य। लार्ड मैकाले सुप्रीम कौंसिल में पहला विधि सदस्य नियुक्त। सरकार द्वारा चाय बाग़ानों की स्थापना। [[आगरा]] प्रान्त की स्थापना।
| |
| |-
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| |39
| |
| |1835–1836 ई.
| |
| |सर चार्ल्स मेटकाफ कार्यकारी गवर्नर जनरल।
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| |-
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| |40
| |
| |1835 ई.
| |
| |सर मेटकाफ द्वारा समाचार पत्रों पर से प्रतिबन्ध समाप्त। मैकाले का शिक्षा नीति पर प्रस्ताव। अंग्रेज़ी ([[फ़ारसी भाषा|फ़ारसी]] के स्थान पर) पहली बार सरकारी भाषा बनी। कम्पनी ने पहली बार अपने सिक्के जारी किए (बिना [[मुग़ल]] सम्राट के नाम के)। [[कलकत्ता]] मेडिकल कॉलेज की स्थापना। कलकत्ता के हिन्दू कॉलेज में धर्मसभा के तत्वाधान में पश्चिमी ढंग की पहली सार्वजनिक सभा ([[30 जनवरी]]) जिसमें रामकमल सेन ने मांग की थी कि सभी ज़मीदारों तथा रैय्यतों के जीवन के मूलभूत सामाजिक आर्थिक प्रश्नों पर विचार-विमर्श करे।
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| |41
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| |1836–1842 ई.
| |
| |लार्ड आकलैंण्ड गवर्नर-जनरल।
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| |42
| |
| |1837 ई.
| |
| |[[अकबर]] द्वितीय का उत्तराधिकारी बहादुरशाह द्वितीय 'जफ़र' गद्दी पर आसीन, महारानी विक्टोरिया गद्दी पर आसीन।
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| |43
| |
| |1838 ई.
| |
| |[[अफ़ग़ानिस्तान]] के भू॰ पू॰ शासक शाहशुजा, रणजीत सिंह तथा अंग्रेज़ों के बीच 'त्रिपक्षीय सन्धि'। [[काबुल]]-कंधार पर अंग्रेज़ों का अधिकार। '[[कलकत्ता]] सोसाइटी फॉर द एक्यूजीशन आफ़ जनरल नालेज' नाम की साहित्यिक वैचारिक संस्था की स्थापना, केशवचन्द्र सेन का जन्म ([[19 नवम्बर]])।
| |
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| |44
| |
| |1839 ई.
| |
| |महाराजा रणजीत सिंह की मृत्यु। [[कलकत्ता]] तथा [[दिल्ली]] के बीच जी॰ टी॰ रोड का कार्य आरम्भ। अंग्रेज़ों द्वारा शाहशुजा को [[काबुल]] का अमीर (बाद में यूनाइटेड इंडिया एसोसियशन) की स्थापना ([[9 फरवरी]])। लन्दन में ब्रिटिश इंडिया सोसाइटी की स्थापना।
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| |45
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| |1839–1842 ई.
| |
| |प्रथम आंग्ल-अफ़ग़ान युद्ध।
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| |46
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| |1840 ई.
| |
| |अफ़ग़ान कबाइलियों का विद्रोह, दोस्त मुहम्मद पदच्युत, मैन्चेस्टर में 'नार्दन सेंट्रल ब्रिटिश इंडिया सोसाइटी' की स्थापना।
| |
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| |47
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| |1841 ई.
| |
| |[[कलकत्ता]] में 'देश हितेषणी सभा' की स्थापना ([[3 अक्टूबर]])।
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| |-
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| |48
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| |1841–1844 ई.
| |
| |लार्ड एलनबरो गवर्नर जनरल।
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| |-
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| |49
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| |1842 ई.
| |
| |[[अफ़ग़ानिस्तान]] में अंग्रेज़ी सेना का संहार। [[काबुल]] पर पुनः आधिपत्य। दोस्त मुहम्मद पुनः अमीर बना। एलनबरो की शिमला घोषणा। अफ़ग़ानिस्तान से अंग्रेज़ी सैनिक वापस।
| |
| |-
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| |50
| |
| |1843 ई.
| |
| |सिन्ध पर अंग्रेज़ों का आधिपत्य। दासप्रथा पर प्रतिबन्ध। 'बंगाल ब्रिटिश इंडिया सोसाइटी' की स्थापना।
| |
| |-
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| |51
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| |1844–1848 ई.
| |
| |लार्ड हार्डिंग गवर्नर जनरल।
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| |-
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| |52
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| |1844 ई.
| |
| |लार्ड हार्डिंग द्वारा सरकारी नौकरियों में अंग्रेज़ी शिक्षित भारतीयों को नियुक्ति देने का निर्णय। कांग्रेसी नेता दिनशा एदुलजी वाचा का जन्म।
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| |-
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| |52
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| |1845–46 ई.
| |
| |प्रथम आंग्ल-सिख युद्ध में सिख पराजित।
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| |-
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| |53
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| |1846
| |
| |अंग्रेज़ों तथा सिखों के बीच [[लाहौर]] की सन्धि।
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| |-
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| |54
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| |1847 ई.
| |
| |रुड़की में प्रथम इंजीनियरिंग कॉलेज की स्थापना।
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| |56
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| |1848–1856 ई.
| |
| |लार्ड डलहौजी गवर्नर जनरल।
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| |-
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| |57
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| |1848 ई.
| |
| |सतारा ब्रिटिश साम्राज्य में सम्मिलित। गोद लेने की प्रथा पर प्रतिबन्ध। [[बम्बई]] में 'स्टूडेंट्स लिटरेरी एंड साइंटिफिक सोसाइटी' की स्थापना।
| |
| |-
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| |58
| |
| |1848–1849 ई.
| |
| |दूसरे आंग्ल सिख युद्ध में सिख पराजित।
| |
| |-
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| |59
| |
| |1849 ई.
| |
| |[[पंजाब]], जैतपुरा तथा संभलपुर का ब्रिटिश साम्राज्य में विलय। [[कलकत्ता]] में बेथुन द्वारा पहली कन्या पाठशाला की स्थापना। डलहौजी द्वारा [[मुग़ल]] राजवंश की समाप्ति पर विचार।
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| |-
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| |60
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| |1850 ई.
| |
| |[[सिक्किम]] का एक भाग अंग्रेज़ों के क़ब्ज़े में।
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| |61
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| |1851 ई.
| |
| |[[कलकत्ता]] में 'ब्रिटिश इंडियन एसोसियशन' की स्थापना।
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| |62
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| |1852 ई.
| |
| |द्वितीय आंग्ल-बर्मा युद्ध। रंगून तथा पेगू पर आधिपत्य। भूतपूर्व पेशवा बाजीराव द्वितीय की मृत्यु तथा उसकी पेंशन समाप्त। [[पूना]] में 'दक्कन एजुकेशन सोसायटी' की स्थापना। निज़ाम द्वारा बरार अंग्रेज़ों का समर्पित। कम्पनी के चार्टर का नवीनीकरण तथा पहली बार आई॰ सी॰ एस॰ परीक्षा प्रारम्भ। सस्ती डाक सेवा प्रारम्भ।
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| |-
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| |63
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| |1854 ई.
| |
| |बंगाल में नील विद्रोह।
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| |-
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| |64
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| |1855 ई.
| |
| |संथाल विद्रोह। पटसन उद्योग की शुरुआत। [[कलकत्ता]] में 'अंजुमने इस्लामी' (या मोहम्मडन एसोसिएशन) की स्थापना (मई 6)।
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| |-
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| |65
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| |1856 ई.
| |
| |[[अवध]] ब्रिटिश साम्राज्य में सम्मिलित। भारतीय विश्वविद्यालय अधिनियम। बंगाल विधान परिषद् द्वारा हिन्दू विधवा पुनर्विवाह अधिनियम पारित। यूरोप में क्रीमिया युद्ध समाप्त। भारतीय सैनिकों को इनफील्ड रायफल और चर्बीयुक्त कारतूस प्रयोग के लिए दिये गये। [[कलकत्ता]] में इंजीनियरिंग कॉलेज की स्थापना।
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| |66
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| |1856–62 ई.
| |
| |लार्ड कैनिंग गवर्नर जनरल।
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| |-
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| |67
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| |1857 ई.
| |
| |[[कलकत्ता]], [[बम्बई]] तथा मद्रास विश्वविद्यालयों की स्थापना। 1857 का विद्रोह, केशवचन्द्र सेन ब्रह्म समाज में शामिल, मंगल पाण्डे द्वारा लेफ्टिनेंट बाग की गोली मारकर हत्या।
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| |-
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| |68
| |
| |1858 ई.
| |
| |भारत का शासन [[ईस्ट इंडिया कम्पनी]] से ब्रिटिश सरकार के हाथों में। महारानी विक्टोरिया का घोषणा पत्र। लार्ड कैनिंग को वायसराय की एक अतिरिक्त उपाधि (तत्पश्चात् गवर्नर जनरल के साथ वायसराय का भी प्रयोग प्रारम्भ)। समाज सुधारक डी॰ के॰ कर्वे का जन्म ([[18 अप्रैल]])। जगदीश चन्द्र बोस का जन्म ([[30 नवम्बर]]), [[लखनऊ]] पर अंग्रेज़ों का पुनः अधिकार।
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| |69
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| |1859 ई.
| |
| |गोद-प्रथा की समाप्ति की घोषणा रद्द। बंगाल में नील विद्रोह। कस्तूरी रंगा आयंगर का जन्म ([[15 दिसम्बर]])। जेम्स विल्सन (सुप्रीम कौंसिल का प्रथम वित्त सदस्य) द्वारा आयकर लागू। कागज़ के नोट जारी।
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| |70
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| |1861 ई.
| |
| |भारतीय परिषद् अधिनियम तथा भारतीय हाईकोर्ट्स अधिनियम लागू। आर्कियोलाजिकल सर्वे आफ़ इंडिया (ए॰ एस॰ आई॰) का गठन। दीनबंधु मित्र का नाटक 'नील-दर्पण' प्रकाशित। [[रवीन्द्रनाथ ठाकुर]] का जन्म।
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| |71
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| |1862 ई.
| |
| |सदर न्यायालय उच्च न्यायालयों के साथ एकीकृत। भारतीय दंड संहिता लागू।
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| |-
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| |72
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| |1862–63 ई.
| |
| |लार्ड एल्गिन प्रथम का [[वायसराय]] काल।
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| |73
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| |1863 ई.
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| |[[कलकत्ता]] में अब्दुल लतीफ़ की प्रेरणा से 'मोहम्मडन एसोसिएशन' की स्थापना। [[पटना]] कॉलेज की स्थापना।
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| |1863–1902 ई.
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| |[[स्वामी विवेकानन्द]]।
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| |1864–69 ई.
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| |सर जॉन लॉरेंस वायसराय।
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| |1864 ई.
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| |सैय्यद अहमद द्वारा 'मोहम्मडन साइंटिफिक सोसायटी' की स्थापना। मद्रास में ब्रह्मसमाज की प्रेरणा से समान उद्देश्यों वाली संस्था स्थापित। बंकिमचन्द्र चटर्जी द्वारा 'दुर्गेश नन्दनी' उपन्यास की रचना।
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| |1865 ई.
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| |[[यूरोप]] के साथ दूर संचार व्यवस्था का उदघाटन। [[उड़ीसा]] में दुर्भिक्ष।
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| |80
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| |1866 ई.
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| |केशवचन्द्र सेन द्वारा 'भारतीय ब्रह्म समाज' की स्थापना। गोपाल कृष्ण गोखले का जन्म। 'ईस्ट इंडिया एसोसिएशन' की स्थापना तथा बाद में 'लन्दन इंडिया सोसाइटी' का इसमें विलेय।
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| |81
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| |1867 ई.
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| |ब्रह्मसमाज की प्रेरणा से [[बम्बई]] में प्रार्थना समाज की स्थापना। नवगोपाल मित्र द्वारा [[कलकत्ता]] में स्वदेशी वस्तुओं के प्रचार के लिए वार्षिक मेले का उदघाटन। आयकर पुनः लागू किए जाने का विरोध। 'पूना सार्वजनिक सभा: स्थापित।
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| |82
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| |1868 ई.
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| |अम्बाला से [[दिल्ली]] तक रेलवे लाइन का उदघाटन। शिशिर कुमार घोष द्वारा 'अमृत बाज़ार पत्रिका' प्रकाशित। भारत का प्रथम संध्या समाचार पत्र 'मद्रास-मेल' प्रकाशित।
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| |1869–72 ई.
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| |लार्ड मेयो का वायसराय काल।
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| |1869 ई.
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| |ड्यूक आफ़ एडिनबरा की भारत यात्रा। स्वेज नहर का उदघाटन। [[महात्मा गांधी]] का जन्म। ठक्कर बापा का जन्म।
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| |85
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| |1870 ई.
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| |मेयो का प्रान्तीय बंदोबस्त। लाल सागर टेलीग्राफ़ की शुरुआत। देशबन्धु चितरंजनदास का जन्म ([[5 नवम्बर]])। एम॰ जी॰ रानाडे प्रार्थना सभा में शामिल।
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| |86
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| |1872 ई.
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| |कूका विद्रोह। लार्ड मेयो की हत्या (पोर्ट ब्लेयर में)। आनन्द मोहन बोस द्वारा लन्दन में 'इंडियन सोसायटी' की स्थापना। जनगणना प्रारम्भ।
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| |87
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| |1872–76 ई.
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| |लार्ड नार्थब्रुक वायसराय।
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| |88
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| |1873 ई.
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| |[[लाहौर]] में स्वदेशी वस्तुओं के प्रचार के लिए 'स्वदेशी सभा' स्थापित।
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| |89
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| |1874 ई.
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| |[[बिहार]] में दुर्भिक्ष।
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| |90
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| |1875 ई.
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| |स्वामी दयानन्द सरस्वती द्वारा 'आर्य समाज' की स्थापना। प्रिंस आफ़ वेल्स एडवर्ड की भारत यात्रा। सैय्यद अहमद द्वारा 'मोहम्मडन ऐंग्लो-ओरिएन्टल कॉलेज' ([[अलीगढ़]]) की स्थापना। [[अजमेर]] में 'मेयो कॉलेज' की स्थापना। अमेरिका में थियोसीफिकल सोसायटी की स्थापना। [[कलकत्ता]] में 'इंडिया लीग' की स्थापना।
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| |91
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| |1876–80 ई.
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| |लार्ड लिटन प्रथम का वायसराय काल।
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| |92
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| |1876 ई.
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| |क्केटा पर अंग्रेज़ी सेना का अधिकार। [[कलकत्ता]] में 'इंडियन एसोसिएशन' की स्थापना। आई॰ सी॰ एस॰ परीक्षा में शामिल होने के लिए आयु सीमा में कटौती।
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| |93
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| |1877 ई.
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| |लिटन का [[दिल्ली]] दरबार। महारानी विक्टोरिया भारत की साम्राज्ञी घोषित। सुरेन्द्रनाथ बनर्जी द्वारा दिल्ली में 'दिल्ली दरबार' के अवसर पर पहली 'नेटिव प्रेस ऐसोसिएशन' की स्थापना (वे स्वयं इसके सचिव बने)। आई॰ सी॰ एस॰ की परीक्षा लन्दन के साथ-साथ भारत में भी आयोजित किए जाने की मांग। सैय्यद अमीर अली ने 'नेशनल मोहम्मडन एसोसिएशन' की स्थापना की।
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| |94
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| |1878 ई.
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| |लिटन का वर्नाक्यूलर प्रेस एक्ट लागू, दूसरा अफ़ग़ान युद्ध आरम्भ। कलकत्ता में भारतीय पत्रकारों की 'नेटिव प्रेस कांफ्रेंस' का पहला सम्मेलन। 'साधारण ब्रह्म समाज' की स्थापना।
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| |95
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| |1879 ई.
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| |अडयार (मद्रास) में मैडम ब्लावत्सकी (रूसी) तथा कर्नल अल्कॉट ([[अमेरिका]]) द्वारा 'थियोसोफिकल सोसाइटी' की स्थापना। चक्रवर्ती राजगोपालाचारी का जन्म ([[7 दिसम्बर]])। लिटन द्वारा [[इंग्लैंण्ड]] से आयातित सूती माल पर आयात कर हटाया गया।
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| |96
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| |1880–84 ई.
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| |दुर्भिक्ष आयोग की स्थापना। [[अफ़ग़ानिस्तान]] के प्रति ब्रिटिश नीति में परिवर्तन। डॉ॰ पट्टाभि सीतारमैय्या का जन्म ([[24 दिसम्बर]])।
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| |97
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| |1881 ई.
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| |पहला फैक्ट्री अधिनियम। [[मैसूर]] राज्य उसके मूल शासकों को सौंपा गया। 'ट्रबियून', 'केसरी' तथा '[[मराठा]]' का प्रकाशन।
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| |98
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| |1882 ई.
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| |वर्नाक्यूलर प्रेस एक्ट निरस्त। हंटर आयोग, भारतीय शिक्षा आयोग, [[पंजाब]] विश्वविद्यालय की स्थापना। [[सूरत]] में 'प्रजाहितवर्धक सभा' का गठन, पुरुषोत्तम दास टंडन का जन्म।
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| |99
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| |1883 ई.
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| |इलबर्ट विधेयक गवर्नर जनरल की विधान परिषद् में प्रस्तुत। भारतीय राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन।
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| |100
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| |1884–88 ई.
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| |लार्ड डफरिन वायसराय।
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| |101
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| |1884 ई.
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| |मद्रास में 'महाजन सभा' स्थापित। केशवचन्द्र सेन की मृत्यु ([[8 जनवरी]])। [[राजेन्द्र प्रसाद|डॉ॰ राजेन्द्र प्रसाद]] का जन्म ([[3 दिसम्बर]])।
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| |102
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| |1885 ई.
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| |भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना तथा पहला अधिवेशन [[बम्बई]] के गोकुलदास तेजपाल संस्कृत स्कूल में। बंगाल टेनेंसी एक्ट पारित, बंगाल स्थानीय स्वशासन। अधिनियम पारित, आंग्ल-बर्मा युद्ध। बम्बई प्रेसीडेन्सी एसोसिएशन की स्थापना।
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| |103
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| |1886 ई.
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| |उत्तरी बर्मा का ब्रिटिश साम्राज्य में विलय। [[अफ़ग़ानिस्तान]] की उत्तरी सीमा का निर्धारण। [[रामकृष्ण परमहंस]] की मृत्यु। कांग्रेस के दूसरे अधिवेशन में [[पंजाब]] के प्रतिनिधि लाला मुरलीधर का [[हिन्दी भाषा|हिन्दी]] में भाषण। कांग्रेस के मंच से हिन्दी में यह पहला भाषण था।
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| |104
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| |1887 ई.
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| |महारानी विक्टोरिया के शासनकाल की स्वर्ण जयन्ती। [[इलाहाबाद]] विश्वविद्यालय की स्थापना। शिवनारायण अग्निहोत्री द्वारा 'देव समाज' की स्थापना।
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| |105
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| |1888 ई.
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| |कर्नल थियोडोर बैंक द्वारा 'यूनाइटेड इंडियन पैट्रियॉटिक एसोसिएशन' की स्थापना।
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| |1888–94 ई.
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| |लार्ड लैंसडाउन वायसराय।
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| |107
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| |1889 ई.
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| |प्रिंस आफ़ वेल्स की भारत की दूसरी यात्रा। जमनालाल बजाज, [[खुदीराम बोस]] तथा [[जवाहरलाल नेहरू]] का जन्म।
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| |108
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| |1891 ई.
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| |द्वितीय फैक्ट्री अधिनियम। सहवास वर्ष अधिनियम (एज ऑफ़ कॉनसेन्ट एक्ट), [[मणिपुर]] में विद्रोह, [[भीमराव आम्बेडकर|डॉ॰ भीमराव अम्बेडकर]] का जन्म ([[14 अप्रैल]])।
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| |1892 ई.
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| |भारतीय परिषद् अधिनियम, चुनाव की प्रणाली निर्धारत।
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| |1893 ई.
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| |एनी बेसेन्ट का भारत आगमन, [[स्वामी विवेकानन्द]] शिकांगो सम्मेलन के लिए [[अमेरिका]] रवाना।
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| |1894 ई.
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| |नटाल ([[दक्षिण अफ़्रीका]]) में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना (कांग्रेस के [[लाहौर]] (1893) अधिवेशन से प्रभावित होकर)।
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| |1894–99 ई.
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| |लार्ड एल्गिन द्वितीय का वायसराय काल।
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| |1896 ई.
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| |[[बम्बई]] में प्लेग।
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| |1897 ई.
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| |भारतीय शिक्षा सेवा का गठन। [[सुभाषचन्द्र बोस]] का जन्म। [[लोकमान्य तिलक]] को [[शिवाजी]] से सम्बोधित देश के भक्ति के पद्य लिखने के आरोप में 18 माह की कड़ी क़ैद।
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| |1898 ई.
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| |'प्रार्थना समाज' ([[बम्बई]]) द्वारा एक दलित वर्ग मिशन प्रारम्भ।
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| |116 ई.
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| |1899–1905 ई.
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| |लार्ड कर्जन वायसराय।
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