"उत्तराषाढ़ा नक्षत्र": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
व्यवस्थापन (वार्ता | योगदान) छो (Text replace - "खाली" to "ख़ाली") |
व्यवस्थापन (वार्ता | योगदान) छो (Text replace - "{{लेख प्रगति |आधार=आधार1 |प्रारम्भिक= |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}" to "{{लेख प्रगति |आधार= |प्रारम्भि�) |
||
(2 सदस्यों द्वारा किए गए बीच के 2 अवतरण नहीं दर्शाए गए) | |||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
उत्तराषाढ़ा [[नक्षत्र]] का स्वामी सूर्य है। इसका प्रथम चरण भू नाम से धनुराशि में आता है। | |||
<poem>अर्थ - विजय के पश्चात | <poem>अर्थ - विजय के पश्चात | ||
देव - विश्वदेव</poem> | देव - विश्वदेव</poem> | ||
*राशि स्वामी गुरु है तो नक्षत्र स्वामी सूर्य है। | *राशि स्वामी गुरु है तो नक्षत्र स्वामी सूर्य है। | ||
*उत्तराषाढ़ा में विश्वेदेवों का व्रत और पूजन किया जाता है। | *उत्तराषाढ़ा में विश्वेदेवों का व्रत और पूजन किया जाता है। | ||
*उत्तराषाढ नक्षत्र के [[देवता]] रवि को माना जाता है। | *उत्तराषाढ नक्षत्र के [[देवता]] रवि को माना जाता है। | ||
*कटहल के पेड | *कटहल के पेड को उत्तराषाढ नक्षत्र का प्रतीक माना जाता है और उत्तराषाढ नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोग कटहल वृक्ष की पूजा करते है। | ||
*इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोग अपने घर के ख़ाली हिस्से में कटहल के पेड | *इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोग अपने घर के ख़ाली हिस्से में कटहल के पेड को लगाते हैं। | ||
{{लेख प्रगति |आधार= |प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} | |||
==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ||
<references/> | <references/> | ||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
{{नक्षत्र}} | {{नक्षत्र}} | ||
[[Category:ग्रह-नक्षत्र ज्योतिष]] | [[Category:ग्रह-नक्षत्र ज्योतिष]] | ||
[[Category:पौराणिक_कोश]] | [[Category:पौराणिक_कोश]] | ||
[[Category: | [[Category:काल गणना]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ |
07:25, 27 जुलाई 2012 के समय का अवतरण
उत्तराषाढ़ा नक्षत्र का स्वामी सूर्य है। इसका प्रथम चरण भू नाम से धनुराशि में आता है।
अर्थ - विजय के पश्चात
देव - विश्वदेव
- राशि स्वामी गुरु है तो नक्षत्र स्वामी सूर्य है।
- उत्तराषाढ़ा में विश्वेदेवों का व्रत और पूजन किया जाता है।
- उत्तराषाढ नक्षत्र के देवता रवि को माना जाता है।
- कटहल के पेड को उत्तराषाढ नक्षत्र का प्रतीक माना जाता है और उत्तराषाढ नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोग कटहल वृक्ष की पूजा करते है।
- इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोग अपने घर के ख़ाली हिस्से में कटहल के पेड को लगाते हैं।
|
|
|
|
|