"अंतर्धान": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
गोविन्द राम (वार्ता | योगदान) No edit summary |
No edit summary |
||
(इसी सदस्य द्वारा किया गया बीच का एक अवतरण नहीं दर्शाया गया) | |||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
{{बहुविकल्प|बहुविकल्पी शब्द=अंतर्धान|लेख का नाम=अंतर्धान (बहुविकल्पी)}} | |||
*किसी के सामने एकाएक कुछ क्षणों के लिए उपस्थित होना और तुरंत ही 'अंतर्धान' या अदृश्य हो जाना। जिसके आकार प्रकार, रूप [[रंग]] आदि का ठीक और पूरा भान न हो पाये। | |||
*लाक्षणिक अर्थ में किसी बात आदि का आभास मात्र मिलना। | |||
{{शब्द संदर्भ लघु | |||
|हिन्दी=अचानक आँखों से ओझल हो जाने की क्रिया या भाव। लुप्त। | |||
|व्याकरण=[[पुल्लिंग]] | |||
|उदाहरण=भगवान ने [[शिवलिंग]] की [[पूजा]] आदेश दिया और अंतर्धान हो गए। | |||
|विशेष= | |||
|पर्यायवाची= | |||
|संस्कृत=अंतर + धा + अङ | |||
|अन्य ग्रंथ= | |||
}} | |||
__INDEX__ | __INDEX__ |
12:13, 2 अक्टूबर 2012 के समय का अवतरण
अंतर्धान | एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- अंतर्धान (बहुविकल्पी) |
- किसी के सामने एकाएक कुछ क्षणों के लिए उपस्थित होना और तुरंत ही 'अंतर्धान' या अदृश्य हो जाना। जिसके आकार प्रकार, रूप रंग आदि का ठीक और पूरा भान न हो पाये।
- लाक्षणिक अर्थ में किसी बात आदि का आभास मात्र मिलना।
हिन्दी | अचानक आँखों से ओझल हो जाने की क्रिया या भाव। लुप्त। |
-व्याकरण | पुल्लिंग |
-उदाहरण | भगवान ने शिवलिंग की पूजा आदेश दिया और अंतर्धान हो गए। |
-विशेष | |
-विलोम | |
-पर्यायवाची | |
संस्कृत | अंतर + धा + अङ |
अन्य ग्रंथ | |
संबंधित शब्द | |
संबंधित लेख |
अन्य शब्दों के अर्थ के लिए देखें शब्द संदर्भ कोश