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|विवरण=[[जैसलमेर]] के बाज़ार में [[कठपुतली|कठपुतलियाँ]] | |||
|चित्रांकन=संध्या सिंह | |||
|दिनांक=वर्ष - 2010 | |||
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|अन्य विवरण=कठपुतली का इतिहास बहुत पुराना है। ईसा पूर्व चौथी शताब्दी में पाणिनी की अष्टाध्यायी में नटसूत्र में पुतला नाटक का उल्लेख मिलता है। कुछ लोग कठपुतली के जन्म को लेकर पौराणिक आख्यान का ज़िक्र करते हैं कि [[शिव]]जी ने काठ की मूर्ति में प्रवेश कर पार्वती का मन बहलाकर इस कला की शुरूआत की थी। | |||
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विवरण (Description) | जैसलमेर के बाज़ार में कठपुतलियाँ |
चित्रांकन (Author) | संध्या सिंह |
दिनांक (Date) | वर्ष - 2010 |
प्रयोग अनुमति (Permission) | © bharatdiscovery.org |
अन्य विवरण | कठपुतली का इतिहास बहुत पुराना है। ईसा पूर्व चौथी शताब्दी में पाणिनी की अष्टाध्यायी में नटसूत्र में पुतला नाटक का उल्लेख मिलता है। कुछ लोग कठपुतली के जन्म को लेकर पौराणिक आख्यान का ज़िक्र करते हैं कि शिवजी ने काठ की मूर्ति में प्रवेश कर पार्वती का मन बहलाकर इस कला की शुरूआत की थी। |
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चित्र का इतिहास
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दिनांक/समय | अंगुष्ठ नखाकार (थंबनेल) | आकार | सदस्य | टिप्पणी | |
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वर्तमान | 11:24, 15 दिसम्बर 2010 | 3,504 × 2,514 (4.13 MB) | फ़ौज़िया ख़ान (वार्ता | योगदान) |
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