"गीता 16:9": अवतरणों में अंतर
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ऐसे नास्तिक सिद्धान्त के मानने वालों के स्वभाव और आचरण कैसे होते है ? इस जिज्ञासा पर अब भगवान् अगले चार श्लोकों में उनके लक्षणों का वर्णन करते हैं- | ऐसे नास्तिक सिद्धान्त के मानने वालों के स्वभाव और आचरण कैसे होते है? इस जिज्ञासा पर अब भगवान् अगले चार [[श्लोक|श्लोकों]] में उनके लक्षणों का वर्णन करते हैं- | ||
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12:10, 6 जनवरी 2013 के समय का अवतरण
गीता अध्याय-16 श्लोक-9 / Gita Chapter-16 Verse-9
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टीका टिप्पणी और संदर्भसंबंधित लेख |
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