"पहेली 30 मार्च 2014": अवतरणों में अंतर

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{[[दिल्ली सल्तनत]] के किस सुल्तान ने 'चिहालगानी' की स्थापना की थी?
{[[रामायण]] में किस [[राक्षस]] को [[रावण]] ने [[सुग्रीव]] के पास रक्तपात से बचने का संदेश देकर भेजा था?
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-[[क़ुतुबुद्दीन ऐबक]]  
-[[प्रहस्त]]
+[[इल्तुतमिश]]  
+[[शुक (गुप्तचर)|शुक]]
-[[बलबन]]
-महोदर
-[[रज़िया सुल्तान]]
-[[अकंपन]]
||[[चित्र:Iltutmish-Tomb-Qutab-Minar.jpg|150px|right]][[इल्तुतमिश]] (1210- 236 ई.) एक इल्बारी तुर्क था। खोखरों के विरुद्ध इल्तुतमिश की कार्य कुशलता से प्रभावित होकर [[मुहम्मद ग़ोरी]] ने उसे “अमीरूल उमरा” नामक महत्त्वपूर्ण पद दिया था। अकस्मात् मुत्यु के कारण [[कुतुबद्दीन ऐबक]] अपने किसी उत्तराधिकारी का चुनाव नहीं कर सका था। अतः [[लाहौर]] के तुर्क अधिकारियों ने क़ुतुबुद्दीन ऐबक के विवादित पुत्र [[आरामशाह]] (जिसे इतिहासकार नहीं मानते) को लाहौर की गद्दी पर बैठाया, परन्तु [[दिल्ली]] के तुर्को सरदारों एवं नागरिकों के विरोध के फलस्वरूप क़ुतुबुद्दीन ऐबक के दामाद इल्तुतमिश, जो उस समय [[बदायूँ]] का सूबेदार था, को दिल्ली आमंत्रित कर राज्यसिंहासन पर बैठाया गया।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[इल्तुतमिश]]
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{{पहेली क्रम |पिछली=[[पहेली 29 मार्च 2014]] |अगली=[[पहेली 31 मार्च 2014]]}}
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