"रामगिरि शक्तिपीठ": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
('हिन्दू धर्म के पुराणों के अनुसार जहां-जहां ...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
No edit summary |
||
(4 सदस्यों द्वारा किए गए बीच के 4 अवतरण नहीं दर्शाए गए) | |||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
[[हिन्दू धर्म]] के [[पुराण|पुराणों]] के अनुसार जहां-जहां [[सती]] के अंग के टुकड़े, धारण किए [[वस्त्र]] या [[आभूषण]] गिरे, वहां-वहां शक्तिपीठ अस्तित्व में | {{सूचना बक्सा मन्दिर | ||
*रामगिरि शक्तिपीठ की स्थिति को लेकर मतांतर है। | |चित्र=Sharda-Devi-Temple-Maihar.jpg | ||
|चित्र का नाम=शारदा देवी मंदिर, मैहर, मध्य प्रदेश | |||
|वर्णन='रामगिरि शक्तिपीठ' [[भारतवर्ष]] के अज्ञात 108 एवं ज्ञात [[शक्तिपीठ|51 पीठों]] में से एक है। इसका [[हिन्दू धर्म]] में बड़ा ही महत्त्व है। | |||
|स्थान=कुछ लोग 'मैहर' [[मध्य प्रदेश]] के [[शारदा देवी मंदिर]] को [[शक्तिपीठ]] मानते हैं, तो कुछ [[चित्रकूट]] के शारदा मंदिर को मानते हैं। | |||
|निर्माता= | |||
|जीर्णोद्धारक= | |||
|निर्माण काल= | |||
|देवी-देवता=[[सती]] 'शिवानी' तथा [[शिव]] 'चण्ड'। | |||
|वास्तुकला= | |||
|भौगोलिक स्थिति= | |||
|संबंधित लेख=[[शक्तिपीठ]], [[सती]] | |||
|शीर्षक 1=पौराणिक मान्यता | |||
|पाठ 1=मान्यतानुसार यह माना जाता है कि इस स्थान पर [[सती|देवी सती]] के 'दाएँ स्तन' गिरा था। | |||
|शीर्षक 2= | |||
|पाठ 2= | |||
|अन्य जानकारी=[[गुजरात]] के [[ब्राह्मण]] वर्ग के लोग [[विवाह]] के बाद वर-वधू को यहाँ देवी का चरणस्पर्श कराने के लिए लेकर आते हैं। | |||
|बाहरी कड़ियाँ= | |||
|अद्यतन= | |||
}} | |||
'''रामगिरि शक्तिपीठ''' [[शक्तिपीठ|51 शक्तिपीठों]] में से एक है। [[हिन्दू धर्म]] के [[पुराण|पुराणों]] के अनुसार जहां-जहां [[सती]] के अंग के टुकड़े, धारण किए [[वस्त्र]] या [[आभूषण]] गिरे, वहां-वहां शक्तिपीठ अस्तित्व में आये। ये अत्यंत पावन [[तीर्थ स्थान|तीर्थस्थान]] कहलाये। ये तीर्थ पूरे भारतीय उपमहाद्वीप पर फैले हुए हैं। देवीपुराण में [[शक्तिपीठ|51 शक्तिपीठों]] का वर्णन है। | |||
*रामगिरि शक्तिपीठ की स्थिति को लेकर मतांतर है। कुछ मैहर ([[मध्य प्रदेश]]) के [[शारदा देवी मंदिर]] को शक्तिपीठ मानते हैं, तो कुछ [[चित्रकूट]] के शारदा मंदिर को शक्तिपीठ मानते हैं। ये दोनों ही स्थान [[तीर्थ]] माने गए हैं। | |||
*रामगिरि पर्वत चित्रकूट में है। | *रामगिरि पर्वत चित्रकूट में है। | ||
*यहाँ देवी के "दाएँ स्तन" का निपात हुआ था। | *यहाँ देवी के "दाएँ स्तन" का निपात हुआ था। | ||
* | *इस [[शक्तिपीठ]] की सति 'शिवानी' तथा शिव 'चण्ड' हैं। | ||
*चित्रकूट हजरत निजामुद्दीन-जबलपुर रेलवे लाइन पर स्थित है। | *चित्रकूट हजरत निजामुद्दीन-[[जबलपुर]] रेलवे लाइन पर स्थित है। स्टेशन का नाम 'चित्रकूटधाम कर्वी' है। | ||
*यह [[लखनऊ]] से 285 कि.मी., हजरत निजामुद्दीन से 670 कि.मी. दूर है। | |||
*यह [[लखनऊ]] से 285 कि.मी. हजरत निजामुद्दीन से 670 कि.मी. दूर है। | |||
*मानिकपुर स्टेशन से 30 कि.मी. पहले चित्रकूटधाम कर्वी है। | *मानिकपुर स्टेशन से 30 कि.मी. पहले चित्रकूटधाम कर्वी है। | ||
*पर्यटन की दृष्टि से अति महत्त्वपूर्ण तथा बरसात में दर्शनीय चित्रकूट प्रख्यात तीर्थ है। | *पर्यटन की दृष्टि से अति महत्त्वपूर्ण तथा बरसात में दर्शनीय चित्रकूट प्रख्यात तीर्थ है। | ||
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} | {{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} | ||
==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ||
<references/> | <references/> | ||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
{{शक्तिपीठ}} | {{शक्तिपीठ}} | ||
[[Category:हिन्दू_तीर्थ]][[Category:हिन्दू_मन्दिर]][[Category:मध्य प्रदेश]] | |||
[[Category:हिन्दू_तीर्थ]] | [[Category:हिन्दू_धर्म_कोश]][[Category:धार्मिक_स्थल_कोश]][[Category:हिन्दू_धार्मिक_स्थल]][[Category:मध्य_प्रदेश_के_धार्मिक_स्थल]][[Category:शक्तिपीठ]] | ||
[[Category:हिन्दू_मन्दिर]] | |||
[[Category:मध्य प्रदेश]] | |||
[[Category:हिन्दू_धर्म_कोश]] | |||
[[Category:धार्मिक_स्थल_कोश]] | |||
[[Category:हिन्दू_धार्मिक_स्थल]] | |||
[[Category:मध्य_प्रदेश_के_धार्मिक_स्थल]] | |||
__INDEX__ | __INDEX__ |
07:58, 26 सितम्बर 2014 के समय का अवतरण
रामगिरि शक्तिपीठ
| |
वर्णन | 'रामगिरि शक्तिपीठ' भारतवर्ष के अज्ञात 108 एवं ज्ञात 51 पीठों में से एक है। इसका हिन्दू धर्म में बड़ा ही महत्त्व है। |
स्थान | कुछ लोग 'मैहर' मध्य प्रदेश के शारदा देवी मंदिर को शक्तिपीठ मानते हैं, तो कुछ चित्रकूट के शारदा मंदिर को मानते हैं। |
देवी-देवता | सती 'शिवानी' तथा शिव 'चण्ड'। |
संबंधित लेख | शक्तिपीठ, सती |
पौराणिक मान्यता | मान्यतानुसार यह माना जाता है कि इस स्थान पर देवी सती के 'दाएँ स्तन' गिरा था। |
अन्य जानकारी | गुजरात के ब्राह्मण वर्ग के लोग विवाह के बाद वर-वधू को यहाँ देवी का चरणस्पर्श कराने के लिए लेकर आते हैं। |
रामगिरि शक्तिपीठ 51 शक्तिपीठों में से एक है। हिन्दू धर्म के पुराणों के अनुसार जहां-जहां सती के अंग के टुकड़े, धारण किए वस्त्र या आभूषण गिरे, वहां-वहां शक्तिपीठ अस्तित्व में आये। ये अत्यंत पावन तीर्थस्थान कहलाये। ये तीर्थ पूरे भारतीय उपमहाद्वीप पर फैले हुए हैं। देवीपुराण में 51 शक्तिपीठों का वर्णन है।
- रामगिरि शक्तिपीठ की स्थिति को लेकर मतांतर है। कुछ मैहर (मध्य प्रदेश) के शारदा देवी मंदिर को शक्तिपीठ मानते हैं, तो कुछ चित्रकूट के शारदा मंदिर को शक्तिपीठ मानते हैं। ये दोनों ही स्थान तीर्थ माने गए हैं।
- रामगिरि पर्वत चित्रकूट में है।
- यहाँ देवी के "दाएँ स्तन" का निपात हुआ था।
- इस शक्तिपीठ की सति 'शिवानी' तथा शिव 'चण्ड' हैं।
- चित्रकूट हजरत निजामुद्दीन-जबलपुर रेलवे लाइन पर स्थित है। स्टेशन का नाम 'चित्रकूटधाम कर्वी' है।
- यह लखनऊ से 285 कि.मी., हजरत निजामुद्दीन से 670 कि.मी. दूर है।
- मानिकपुर स्टेशन से 30 कि.मी. पहले चित्रकूटधाम कर्वी है।
- पर्यटन की दृष्टि से अति महत्त्वपूर्ण तथा बरसात में दर्शनीय चित्रकूट प्रख्यात तीर्थ है।
|
|
|
|
|