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7 जुलाई को विश्व के सात नए आश्चर्य घोषित किये गए हैं। इनका चुनाव फोन या इंटरनेट के जरिये विश्व के नागरिकों की राय लेकर किया गया। यह प्रतियोगिता 1999 में चालू की गई थी, इसके लिये मतदान 2005 में चालू हुआ था। पूरी दुनिया से करीब 200 मानव निर्मित कृतियों के नाम आए थे, जो कम होते-होते 21 बचे जिनमें से आखिरकार 7 चुने गए। हालांकि कई देशों और लोगों ने चुनने के इस तरीके पर असहमति और विरोध जताया है। यह सच भी है कि मत देने के पीछे अक्सर लोगों की भावनाएं और अपने देश में बनी कृति से लगाव अधिक होता है, बजाए सौन्दर्य या अनोखेपन के मापदण्डों के।
7 जुलाई यानि 07-07-07 को चुने गये 7 आश्चर्य हैं:-
==ताजमहल==
{{main|ताजमहल}}
आगरा में संगमरमर का बना यह मक़बरा मुग़ल बादशाह शाहजहाँ ने अपनी प्रिय मृत पत्नी मुमताज महल की याद में बनवाया था। यह 1632 में बना और 15 साल में पूरा हुआ। वह अपने जीवन के अंतिम दिन कैद में से ताजमहल को देखते हुए बिताए थे। यह खूबसूरत गुंबदों वाला महल चारों तरफ बग़ीचों से घिरा है। क्षितिज पर इसके ताज के आकार के अलावा कुछ नजर नहीं आता और मुग़ल शिल्पकला का यह सबसे बढ़िया उदाहरण माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि शाहजहाँ को उसके पुत्र ने बुढ़ापे में बंदी बना लिया था और उसने अपने अंतिम दिन कैद में से ताजमहल को देखते हुए बिताए।
==क्राइस्ट द रिडीमर==
{{main|क्राइस्ट द रिडीमर}}
*ब्राजील के रियो डि जनेरियो में पहाड़ी के ऊपर स्थित 130 फुट ऊँची 'क्राइस्ट द रिडीमर' अर्थात 'उद्धार करने वाले ईसा मसीह' की मूर्ति।               
*यह क्रॉस या सलीब के आकार की है,<ref>जो ईसा मसीह का प्रतीक है</ref> कंक्रीट और पत्थर की बनी है और 1931 में बनकर तैयार हुई थी जब लोगों से मिले दान से इसे बनाया गया।
==चीन की दीवार==
{{main|चीन की दीवार}}
*चीन की यह दीवार 5वीं सदी ईसा पूर्व में बननी चालू हुई थी और 16 वीं सदी तक बनती रही।
*यह दीवार [[चीन]] की उत्तरी सीमा पर बनाई गयी थी ताकि [[मंगोल]] आक्रमणकारियों को रोका जा सके।
*चीन की यह दीवार संसार की सबसे लम्बी मानव निर्मित रचना है। जो लगभग 4000 मील (6,400 किलोमीटर) तक फैली है।
==रोम का कोलोसियम==
{{main|रोम का कोलोसियम}}
*रोम का कोलोसियम का असली लेटिन नाम 'एम्फीथिएटरम्‌ फ्लावियम' है, जिसे [[अंग्रेजी भाषा|अंग्रेजी]] में 'फ्लावियन एम्फीथिएटर' कहा जाता है, लेकिन यह कोलोजियम के नाम से ही ज्यादा प्रसिद्घ है।
*रोम का कोलोसियम एक विशाल [[खेल]] स्टेडियम है।       
==जोर्डन का 'पेत्रा'==
{{main|जोर्डन का 'पोत्र'}}
*अरब के रेगिस्तान के कोने में बसापेत्रा 2000 साल पुराना शहर है जो राजा अरेतास चतुर्थ<ref>9 ईसा पूर्व से 40 सदी तक</ref> की राजधानी था। 
*यह अपने तरह-तरह की पत्थ की ईमारतों के लिये प्रसिद्ध है जो लाल चट्‌टानों से बनी हैं।
*इनमें 138 फुट ऊँचा नक़्क़ाशी किया मंदिर प्रसिद्ध है। इसके अलावा नहरें, पानी के तालाब, तथा खुला स्टेडियम जिसमें 4000 लोग बैठते थे, जैसी कई चीजें हैं।
*जार्डन जैसा देश अपनी धरोहर के विश्व आश्चर्य चुने जाने से प्रसन्न है क्योंकि पड़ोस के ईराक तथा अन्य देशों में अशांति से जॉर्डन में सैलानियों का आना कम हो गया है।
*पेत्रा एक "होर" नामक पहाड़ की ढलान पर बना हुई है और पहाड़ों से घिरी हुई एक द्रोणी में स्थित है।
*यह पहाड़ मृत सागर से अक़ाबा की खाड़ी तक चलने वाली 'वादी अरबा'  नामक घाटी की पूर्वी सीमा हैं।
*बीबीसी ने अपनी 'मरने से पहले ४० देखने योग्य स्थान' में पेत्रा को भी शामिल किया हुआ है।
==माचू पिच्चू==
{{main|माचू पिच्चू}}
*दक्षिण अमरीका में एंडीज पर्वतों के बीच बसा माचू पिच्चू शहर पुरानी इंका सभ्यता का सबसे बढ़िया उदाहरण है।
*यह 15वीं शताब्दी तक बसा हुआ था।
*उसके बाद माना जाता है कि स्पेन के आक्रमणकारी यहां पर छोटी चेचक जैसी भयानक महामारी ले आए जिसके कारण यह शहर पूरी तरह उजड़ गया।
*जब इसे सात आश्चर्यों में गिना गया तो इस 5000 फुट ऊंचे सुदूर स्थान पर सैकड़ों लोग खुशियां मनाने एकत्र हुए।
*1430 ई. के आसपास इंकाओं ने इसका निर्माण अपने शासकों के आधिकारिक स्थल के रूप में शुरू किया था, लेकिन इसके लगभग सौ साल बाद, जब इंकाओं पर स्पेनियों ने विजय प्राप्त कर ली तो इसे यूँ ही छोड़ दिया गया।
*माचू पिच्चू को 1981 में पेरू का एक ऐतिहासिक देवालय घोषित किया गया, और 1983 में इसे यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल की दर्जा दिया गया।
==चिचेन इत्जा==
{{main|चिचेन इत्जा}}
*आज के मध्य अमेरिका में स्थित यह मंदिर-नगरी पुरानी माया सभ्यता का अवशेष है।
*यह सभ्यता यहाँ पर 750 से 1200 सदी के बीच फली-फूली और यह शहर इनकी राजधनी और धर्मिक नगरी थी।
*शहर के बीचोंबीच कुकुलकन का मंदिर है जो 79 फीट की ऊँचाई तक बना है।
*इसको चार दिशाओं में 91 सीढ़ियां हैं, प्रत्येक सीढ़ी साल के एक दिन का प्रतीक है और 365 वां दिन ऊपर बना चबूतरा है।


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{{संदर्भ ग्रंथ}}
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
<references/>
==बाहरी कड़ियाँ==
==संबंधित लेख==
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