"चित्र:Chaitanya-Mahaprabhu-with-Roop-and-Sanatan-Goswami.jpg": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
गोविन्द राम (वार्ता | योगदान) No edit summary |
No edit summary |
||
(2 सदस्यों द्वारा किए गए बीच के 2 अवतरण नहीं दर्शाए गए) | |||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
{{चित्र सूचना | |||
|विवरण=[[चैतन्य महाप्रभु]] को दण्डवत प्रणाम करते हुए [[रूप गोस्वामी]] और [[सनातन गोस्वामी]] | |||
|चित्रांकन= | |||
|दिनांक= | |||
|स्रोत= | |||
|प्रयोग अनुमति= | |||
|चित्रकार= | |||
|उपलब्ध=[http://gaudiyahistory.com/caitanya-mahaprabhu/ GAUDIYA HISTORY] | |||
|प्राप्ति स्थान= | |||
|समय-काल= | |||
|संग्रहालय क्रम संख्या= | |||
|आभार= | |||
|आकार= | |||
|अन्य विवरण='चैतन्य महाप्रभु' [[भक्ति काल|भक्तिकाल]] के प्रमुख कवियों में से एक थे। इन्होंने [[वैष्णव|वैष्णवों]] के [[गौड़ीय संप्रदाय]] की आधारशिला रखी। भजन गायकी की एक नयी शैली को जन्म दिया तथा राजनीतिक अस्थिरता के दिनों में [[हिन्दू]]-[[मुस्लिम]] एकता की सद्भावना को बल दिया, जाति-पांत, ऊंच-नीच की भावना को दूर करने की शिक्षा दी तथा विलुप्त [[वृन्दावन]] को फिर से बसाया और अपने जीवन का अंतिम भाग वहीं व्यतीत किया। | |||
}} | |||
__INDEX__ |
12:10, 19 अगस्त 2015 के समय का अवतरण
विवरण (Description) | चैतन्य महाप्रभु को दण्डवत प्रणाम करते हुए रूप गोस्वामी और सनातन गोस्वामी |
उपलब्ध (Available) | GAUDIYA HISTORY |
अन्य विवरण | 'चैतन्य महाप्रभु' भक्तिकाल के प्रमुख कवियों में से एक थे। इन्होंने वैष्णवों के गौड़ीय संप्रदाय की आधारशिला रखी। भजन गायकी की एक नयी शैली को जन्म दिया तथा राजनीतिक अस्थिरता के दिनों में हिन्दू-मुस्लिम एकता की सद्भावना को बल दिया, जाति-पांत, ऊंच-नीच की भावना को दूर करने की शिक्षा दी तथा विलुप्त वृन्दावन को फिर से बसाया और अपने जीवन का अंतिम भाग वहीं व्यतीत किया। |
चित्र का इतिहास
फ़ाइल पुराने समय में कैसी दिखती थी यह जानने के लिए वांछित दिनांक/समय पर क्लिक करें।
दिनांक/समय | अंगुष्ठ नखाकार (थंबनेल) | आकार | सदस्य | टिप्पणी | |
---|---|---|---|---|---|
वर्तमान | 12:33, 16 मई 2015 | 300 × 206 (22 KB) | गोविन्द राम (वार्ता | योगदान) |
आप इस चित्र को ओवर्राइट नहीं कर सकते।
चित्र का उपयोग
यह पृष्ठ इस चित्र का इस्तेमाल करता है: