"साँचा:एक तीर्थ स्थल": अवतरणों में अंतर

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        '''[[नासिक]]''' शहर दक्षिण-पश्चिमी [[भारत]] के पश्चिमोत्तर [[महाराष्ट्र]] राज्य में [[गोदावरी नदी]] के किनारे बसा हुआ है। ऐसी मान्यता है कि यहाँ [[श्राद्ध]], [[तर्पण (श्राद्ध)|तर्पण]], [[पिण्ड (श्राद्ध)|पिण्डदान]] एवं पितरों की संतुष्टि हेतु [[ब्राह्मण]] भोजन करवाने से पितर तृप्त होकर अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद प्रदान करते हैं। प्रतिवर्ष यहाँ हज़ारों तीर्थयात्री [[रामायण]] के नायक [[श्रीराम|भगवान श्रीराम]] द्वारा अपनी पत्नी [[सीता]] और भाई [[लक्ष्मण]] के साथ यहाँ कुछ समय तक निवास करने की [[किंवदंती]] के कारण आते हैं। नासिक को [[शिव]] पूजा का केंद्र होने के कारण 'दक्षिण काशी' भी कहा जाता है। [[नासिक|... और पढ़ें]]
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12:48, 27 सितम्बर 2015 के समय का अवतरण

एक तीर्थ स्थल
महाबोधि मंदिर, बोधगया
महाबोधि मंदिर, बोधगया

        गया फल्गु नदी के तट पर बसा बिहार का एक प्रमुख नगर है। वाराणसी की तरह गया की प्रसिद्धि मुख्य रूप से एक धार्मिक नगरी के रूप में है। पितृपक्ष के अवसर पर यहाँ हज़ारों श्रद्धालु पिंडदान के लिये जुटते हैं। कहा जाता है कि यहाँ फल्गु नदी के तट पर पिंडदान करने से मृत व्यक्ति को बैकुंठ की प्राप्ति होती है। गया सड़क, रेल और वायु मार्ग द्वारा पूरे भारत से अच्छी तरह जुड़ा है। गया से 17 किलोमीटर की दूरी पर बोधगया स्थित है जहाँ 'बोधिवृक्ष' के नीचे भगवान बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। ... और पढ़ें