"पहेली 16 जून 2016": अवतरणों में अंतर
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{ | {[[बांग्ला भाषा|बांग्ला]] के प्रसिद्ध उपन्यासकार [[शरत चंद्र चट्टोपाध्याय]] की जीवनी "आवारा मसीहा" किसके द्वारा लिखी गई है? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+[[विष्णु प्रभाकर]] | |||
-[[ | -[[वृंदावनलाल वर्मा]] | ||
-[[रामचन्द्र शुक्ल]] | |||
-[[ | -[[श्यामसुन्दर दास]] | ||
||[[चित्र: | ||[[चित्र:Vishnu-Prabhakar.jpg|border|right|100px|विष्णु प्रभाकर]]'विष्णु प्रभाकर' अपने [[साहित्य]] में भारतीय वाग्मिता और अस्मिता को व्यंजित करने के लिये प्रसिद्ध रहे हैं। उन्होंने [[कहानी]], [[उपन्यास]], [[नाटक]], जीवनी, [[निबंध]], [[एकांकी]], यात्रा-वृत्तांत और [[कविता]] आदि प्रमुख विधाओं में अपनी बहुमूल्य रचनाएँ की हैं। [[1931]] में 'हिन्दी मिलाप' में पहली कहानी [[दीवाली]] के दिन छपने के साथ ही उनके लेखन का जो सिलसिला शुरू हुआ, वह जीवनपर्यंत निरंतर चलता रहा। नाथूराम शर्मा प्रेम के कहने से [[विष्णु प्रभाकर]] [[शरतचन्द्र चट्टोपाध्याय|शरतचन्द्र]] की जीवनी '''आवारा मसीहा''' लिखने के लिए प्रेरित हुए, जिसके लिए वे शरतचन्द्र को जानने के लिये लगभग सभी स्रोतों और जगहों तक गए। उन्होंने [[बांग्ला भाषा]] भी सीखी और जब यह जीवनी छपी, तो [[साहित्य]] में विष्णु जी की धूम मच गयी। कहानी, उपन्यास, नाटक, एकांकी, [[संस्मरण]], बाल साहित्य सभी विधाओं में प्रचुर साहित्य लिखने के बावजूद 'आवारा मसीहा' उनकी पहचान का पर्याय बन गयी।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[विष्णु प्रभाकर]], [[आवारा मसीहा -विष्णु प्रभाकर]] | ||
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04:57, 21 जून 2016 के समय का अवतरण
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