"पहेली 8 अक्टूबर 2016": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
('{| class="bharattable-green" width="100%" |- | चित्र:Paheli-logo.png|right|100px|link=पहेली {{LOCALDAY}} {{LOCAL...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
No edit summary
 
पंक्ति 9: पंक्ति 9:
-[[शरत चंद्र चट्टोपाध्याय]]
-[[शरत चंद्र चट्टोपाध्याय]]
+[[हंस कुमार तिवारी]]
+[[हंस कुमार तिवारी]]
||'हंस कुमार तिवारी' स्वतंत्र लेखक के साथ-साथ एक सफल पत्रकार तथा सम्पादक भी रहे। सन [[1951]] में वे बिहार सरकार के राजभाषा पदाधिकारी नियुक्त हुए थे। इसी पद पर कार्य करते हुए उन्होंने अवकाश ग्रहण किया। आलोचना के क्षेत्र में [[हंस कुमार तिवारी]] की प्रथम पुस्तक ‘कला’ सन [[1938]] में प्रकाशित हुई। इसके बाद तीन साहित्यिक निबंध संग्रह- ‘साहित्यिका’ ([[1946]] ई.), 'साहित्यायन' ([[1948]] ई.) तथा ‘संचयन’ ([[1950]] ई.) में प्रकाशित हुए। इन संग्रहों में विभिन्न साहित्यिक विषयों की सरल तथा सुबोध शैली में सुंदर विवेचना की गई है। उनके द्वारा लिखे  गये नाटकों में ‘आधीरात का सवेरा’ ([[1965]]), ‘पुनरावृत्ति’ ([[1966]]) तथा ‘आकाश पाताल’ ([[1967]]) मुख्य हैं।{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[हंस कुमार तिवारी]]
||'हंस कुमार तिवारी' स्वतंत्र लेखक के साथ-साथ एक सफल पत्रकार तथा सम्पादक भी रहे। सन [[1951]] में वे बिहार सरकार के राजभाषा पदाधिकारी नियुक्त हुए थे। इसी पद पर कार्य करते हुए उन्होंने अवकाश ग्रहण किया। आलोचना के क्षेत्र में [[हंस कुमार तिवारी]] की प्रथम पुस्तक ‘कला’ सन [[1938]] में प्रकाशित हुई। इसके बाद तीन साहित्यिक निबंध संग्रह- ‘साहित्यिका’ ([[1946]] ई.), 'साहित्यायन' ([[1948]] ई.) तथा ‘संचयन’ ([[1950]] ई.) में प्रकाशित हुए। इन संग्रहों में विभिन्न साहित्यिक विषयों की सरल तथा सुबोध शैली में सुंदर विवेचना की गई है। उनके द्वारा लिखे  गये नाटकों में ‘आधीरात का सवेरा’ ([[1965]]), ‘पुनरावृत्ति’ ([[1966]]) तथा ‘आकाश पाताल’ ([[1967]]) मुख्य हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[हंस कुमार तिवारी]]
</quiz>
</quiz>



12:11, 1 अक्टूबर 2016 के समय का अवतरण