"हारमसजी पेरोशा मोदी": अवतरणों में अंतर
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'''हारमसजी पेरोशा मोदी''' संक्षिप्त नाम होमी मोदी ([[अंग्रेज़ी]] ''Hormasji Peroshaw Mody'', जन्म- [[23 सितम्बर]] [[1881]]; मृत्यु- [[9 मार्च]], [[1969]]) आम तौर पर टाटा समूह और [[भारत]] के एक प्रशासक के साथ जुड़े एक प्रख्यात पारसी व्यापारी | {{सूचना बक्सा राजनीतिज्ञ | ||
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'''हारमसजी पेरोशा मोदी''' संक्षिप्त नाम होमी मोदी ([[अंग्रेज़ी]] ''Hormasji Peroshaw Mody'', जन्म- [[23 सितम्बर]] [[1881]]; मृत्यु- [[9 मार्च]], [[1969]]) आम तौर पर टाटा समूह और [[भारत]] के एक प्रशासक के साथ जुड़े एक प्रख्यात पारसी व्यापारी थे, जो उत्तर प्रदेश के प्रथम राज्यपाल रहे। | |||
==परिचय एवं शिक्षा== | ==परिचय एवं शिक्षा== | ||
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12:51, 16 अक्टूबर 2016 के समय का अवतरण
हारमसजी पेरोशा मोदी
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पूरा नाम | हारमसजी पेरोशा मोदी |
अन्य नाम | एच. पी. मोदी |
जन्म | 23 सितम्बर 1881 |
मृत्यु | 9 मार्च, 1969 |
पति/पत्नी | पत्नी- लेडी जेराबाई |
संतान | इनके तीन पुत्र थे- रूसी मोदी, पीलू मोदी और काली मोदी। |
प्रसिद्धि | उत्तर प्रदेश के प्रथम राज्यपाल |
पद | राज्यपाल (उत्तर प्रदेश) |
कार्य काल | 1949 से 1952 तक |
शिक्षा | एम. ए., एल. एल. बी |
विद्यालय | सेन्ट जैविर्स कॉलेज, बम्बई |
अन्य जानकारी | हारमसजी पेरोशा मोदी को भारत की स्वतंत्रता के बाद वर्ष 1949-1952 के लिए संयुक्त प्रांत के गवर्नर और उत्तर प्रदेश के राज्यपाल के रूप में नियुक्त किया गया। |
अद्यतन | 18:21, 16 अक्टूबर 2016 (IST)
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हारमसजी पेरोशा मोदी संक्षिप्त नाम होमी मोदी (अंग्रेज़ी Hormasji Peroshaw Mody, जन्म- 23 सितम्बर 1881; मृत्यु- 9 मार्च, 1969) आम तौर पर टाटा समूह और भारत के एक प्रशासक के साथ जुड़े एक प्रख्यात पारसी व्यापारी थे, जो उत्तर प्रदेश के प्रथम राज्यपाल रहे।
परिचय एवं शिक्षा
हारमसजी पेरोशा मोदी का जन्म 23 सितम्बर 1881 में हुआ। इनकी शिक्षा बम्बई के सेन्ट जैविर्स कॉलेज में हुई। इनकी पत्नी का नाम 'लेडी जेराबाई' था। इनके तीन बच्चे थे, जिनके नाम रूसी मोदी, पीलू मोदी और काली मोदी थे।
कॅरियर
उन्होंने अपना कॅरियर मुंबई में एक वकील के रूप में शुरू किया और 1913 में बंबई नगर निगम के अध्यक्ष बन गए। 1920 में वह व्यापार में शामिल हो गए और कपड़ा मिल मालिकों के एसोसिएशन के सदस्य बने। यहाँ पर वह 1927 में अध्यक्ष बने। ये 1939 में निदेशक के रूप में टाटा समूह में शामिल होकर 1959 तक सेवारत रहे। उन्होंने विभिन्न कंपनियों में निदेशक के रूप में कार्य किया। जैसे- एसीसी, टाटा हाइड्रो, इंडियन होटल्स आदि। ये 1968 तक सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के निदेशक रहे।
1929 से 1943 तक वे भारतीय विधानसभा के सदस्य रहे। 1948-1949 में वे संविधान सभा के सदस्य बने। 1947 में उन्हें बम्बई का राज्यपाल नियुक्त किया गया। 1949 में उन्हें उत्तर प्रदेश का राज्यपाल नियुक्त किया गया और वे इस पद पर 1952 तक रहे।
भारत की स्वतंत्रता के बाद, उन्हें वर्ष 1949-1952 के लिए संयुक्त प्रांत के गवर्नर और उत्तर प्रदेश के राज्यपाल के रूप में नियुक्त किया गया।
लेखक
एक लेखक के रूप में उन्होंने पुस्तकें लिखी
- भारत के राजनीतिक भविष्य; कुछ विचार (1908)
- फिरोजशाह मेहता
- समझदार की जीवनी आदि।
निधन
इनका 9 मार्च 1969 को 87 वर्ष की आयु में निधन हो गया था।
उपाधि
हारमसजी पेरोशा मोदी को 1935 में ब्रिटिश साम्राज्य (KBE) के आदेश से एक नाइट कमांडर के रूप में नाइट की उपाधि दी गई, और द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान दी गयी सेवाओं के लिए ग्रीस के राजा जॉर्ज प्रथम के आदेश पर जॉर्ज द्वितीय के द्वारा 1946 में ग्रैंड कमांडर नियुक्त किया गया। मुंबई में एक सड़क 'सर होमी मोदी स्ट्रीट' इनके ही नाम पर है।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख