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| {[[छत्तीसगढ़]] में [[आदिवासी]] समाज की 'ठुकू' प्रथा क्या है?
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| -एक पति को त्यागकर दूसरा पति रखना
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| -पुनर्विवाह करना
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| +[[बाल विवाह]] करना
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| -रखनी प्रथा
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| ||'बाल विवाह' का सम्बन्ध आमतौर पर [[भारत]] के कुछ समाजों में प्रचलित सामाजिक प्रक्रियाओं से जोड़ा जाता है, जिसमें एक युवा बच्चे, आमतौर पर 15 वर्ष से कम आयु की लडकी का [[विवाह]] एक वयस्क पुरुष से किया जाता है। [[बाल विवाह]] की दूसरे प्रकार की प्रथा में दो बच्चों, लड़का एवं लड़की के [[माता]]-[[पिता]] भविष्य में होने वाला विवाह तय करते हैं। इस प्रथा में दोनों व्यक्ति, लड़का एवं लड़की उनकी विवाह योग्य आयु होने तक नहीं मिलते।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[बाल विवाह]]
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| {[[छत्तीसगढ़]] में [[गोंड]] जनजाति का सर्वाधिक केंद्रण किस ज़िले में पाया जाता है?
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| -[[बिलासपुर ज़िला|बिलासपुर]]
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| +[[बस्तर ज़िला|बस्तर]]
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| -[[कवर्धा ज़िला|कवर्धा]]
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| -[[सरगुजा ज़िला|सरगुजा]]
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| ||[[चित्र:Bastar-District-Map.jpg|right|140px|बस्तर ज़िले का मानचित्र]][[छत्तीसगढ़]] राज्य के दक्षिणी दुर्गम क्षेत्र, जिसमें [[बस्तर ज़िला]] सम्मिलित है, आते हैं। यहाँ गोंडों की संख्या अधिक है। इसके अतिरिक्त इनकी बिखरी हुई बस्तियाँ [[गोदावरी नदी]] एवं बैनगंगा नदियों तथा पूर्वी घाट के बीच के पर्वतीय क्षेत्रों में पाई जाती हैं। [[बालाघाट ज़िला|बालाघाट]], [[बिलासपुर छत्तीसगढ़|बिलासपुर]], [[दुर्ग ज़िला|दुर्ग]], [[रायगढ़ ज़िला|रायगढ़]], [[रायसेन ज़िला|रायसेन]] और [[खरगोन]] ज़िलों में भी यह जाति उपस्थित हैं। [[उड़ीसा]] के दक्षिण-पश्चिमी भाग तथा [[आन्ध्र प्रदेश]] के पठारी भागों में भी यह जनजाति रहती है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[गोंड]]
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| {[[छत्तीसगढ़]] में सर्वप्रथम किसके नाम पर शासकीय पुरस्कार की घोषणा की गई थी?
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| -गुरु घासीदास पुरस्कार
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| +शहीद वीर नारायण सिंह
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| -पंडित सुंदरलाल शर्मा पुरस्कार
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| -पंडित रविशंकर पुरस्कार
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| {[[छत्तीसगढ़]] में 'खल्लारी का मेला' कहाँ लगता है?
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| +[[महासमुन्द ज़िला|महासमुन्द]]
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| -[[बिलासपुर छत्तीसगढ़|बिलासपुर]]
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| -[[कोरबा ज़िला|कोरबा]]
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| -[[दन्तेवाड़ा ज़िला|दन्तेवाड़ा]]
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| {[[छत्तीसगढ़]] की कौन-सी जनजाति 'मेघनाथ पर्व' मनाती है?
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| +[[गोंड]]
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| -[[बैगा जनजाति|बैगा]]
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| -[[रिजले]]
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| -कमार
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| ||गोंड जनजाति की लगभग 60 प्रतिशत आबादी [[मध्य प्रदेश]] में निवास करती है। शेष आबादी का अधिकांश भाग संकलन, [[आन्ध्र प्रदेश]] एवं [[उड़ीसा]] में बसा हुआ है। [[गोंड]] जनजाति के वर्तमान निवास स्थान मध्य प्रदेश एवं [[छत्तीसगढ़]] राज्यों के पठारी भाग, जिसमें [[छिंदवाड़ा ज़िला|छिंदवाड़ा]], बेतूल, सिवानी और माडंला के ज़िले सम्मिलित हैं। छत्तीसगढ़ राज्य के दक्षिणी दुर्गम क्षेत्र, जिसमें [[बस्तर ज़िला]] सम्मिलित है, आते हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[गोंड]]
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| {विश्व का सबसे विशाल [[शिवलिंग]] [[छत्तीसगढ़]] की किस तहसील में है? | | {विश्व का सबसे विशाल [[शिवलिंग]] [[छत्तीसगढ़]] की किस तहसील में है? |
| |type="()"} | | |type="()"} |
| -अभनपुर | | -अभनपुर |
| +गरियाबंद | | +[[गरियाबंद]] |
| -[[कवर्धा ज़िला|कवर्धा]] | | -[[कवर्धा ज़िला|कवर्धा]] |
| -[[कोरिया ज़िला|कोरिया]] | | -[[कोरिया ज़िला|कोरिया]] |