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07:46, 23 जून 2017 के समय का अवतरण
अंबर नदी मेरु पर्वत से निकली एक नदी है, जो देवभ्राज, महाभ्राज तथा वैभ्राज, महावन को सींचती हुई सितोदक झील में गिरती है। इसके पश्चात् यह नदी सुपक्ष पहाड़ी, शिखि पर्वत, कंक, वैदूर्य पर्वत, कपिल, गंधमादन, पिंजर, सरस, कुमुदाचल, मधुमन्त, मुकुट, कृष्ण, श्रेत, सहस्त्रशिखर और पारिजात पर्वतों से होती केतुमाल महाद्वीप को प्लावित करती हुई पश्चिम सागर में गिरती है।[1]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ पौराणिक कोश |लेखक: राणाप्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, आज भवन, संत कबीर मार्ग, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 5 |