"महाभारत सामान्य ज्ञान 5": अवतरणों में अंतर

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{[[सूर्य]] और [[कुंती]] का पुत्र कौन है?
|type="()"}
-[[युधिष्ठिर]]
-[[अर्जुन]]
+वसुषेण
-[[भीम]]
|| वसुषेण, कर्ण का वास्तविक नाम है, जो सूर्य और कुंती का पुत्र था। {{Point}} अधिक जानकारी के लिये देखें:- [[कर्ण]]
{[[भीष्म]] थे?
|type="()"}
-बारहवें आदित्य
+आठवें वसु
-[[अश्विनीकुमार|अश्विनी कुमार]]
-चौथे रुद्र
{[[युधिष्ठिर]] के [[अश्वमेध यज्ञ]] में निन्दा करने वाले नेवले का नाम एक [[पाण्डव]] का भी था?
|type="()"}
-[[अर्जुन]]
-[[सहदेव]]
+[[नकुल]]
-[[भीम]]
{[[कुबेर]] के पुत्र का नाम था?
|type="()"}
-[[नील]]
-युयुत्सु
+नलकूबर
-[[धृष्टद्युम्न]]
{[[उर्वशी]]-[[पुरुरवा]] के पुत्र का नाम था?
|type="()"}
+शतायु
-[[जटायु]]
-[[वातापि]]
-[[इल्वल]]
{[[द्रोणाचार्य]] का वध [[महाभारत]] में युद्ध के कौन से दिन हुआ था?
{[[द्रोणाचार्य]] का वध [[महाभारत]] में युद्ध के कौन से दिन हुआ था?
|type="()"}
|type="()"}
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||[[चित्र:Bhim-Dushasan.jpg|भीम द्वारा दुःशासन वध|100px|right]]भीम बलशाली होने के साथ-साथ बहुत अच्छा रसोइया भी था। [[विराट नगर]] में जब [[अज्ञातवास]] के समय जब [[द्रौपदी]] [[सैरंध्री]] बनकर रह रही थी, द्रौपदी के शील की रक्षा करते हुए उसने [[कीचक]] को भी मारा था।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[भीम]]  
||[[चित्र:Bhim-Dushasan.jpg|भीम द्वारा दुःशासन वध|100px|right]]भीम बलशाली होने के साथ-साथ बहुत अच्छा रसोइया भी था। [[विराट नगर]] में जब [[अज्ञातवास]] के समय जब [[द्रौपदी]] [[सैरंध्री]] बनकर रह रही थी, द्रौपदी के शील की रक्षा करते हुए उसने [[कीचक]] को भी मारा था।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[भीम]]  


{संकर्षण किसका नाम था?
{[[संकर्षण]] किसका नाम था?
|type="()"}
|type="()"}
-[[अर्जुन]]  
-[[अर्जुन]]  
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-[[यक्ष]]
-[[यक्ष]]
-[[शिव]]  
-[[शिव]]  
||[[चित्र:Surya.jpg|सूर्य|100px|right]][[कश्यप|महर्षि कश्यप]] लोक पिता हैं। उनकी पत्नी देवमाता [[अदिति]] के गर्भ से भगवान विराट के नेत्रों से व्यक्त सूर्यदेव जगत में प्रकट हुए। सूर्य मण्डल का दृश्य रूप भौतिक जगत में उनकी देह है। [[विश्वकर्मा]] की पुत्री [[संज्ञा]] से उनका परिणय हुआ। संज्ञा के दो पुत्र और एक कन्या हुई- श्राद्धदेव वैवस्वतमनु और [[यमराज]] तथा [[यमुना]] जी।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[सूर्य]]  
||[[चित्र:Surya.jpg|सूर्य|100px|right]][[कश्यप|महर्षि कश्यप]] लोक पिता हैं। उनकी पत्नी देवमाता [[अदिति]] के गर्भ से भगवान विराट के नेत्रों से व्यक्त सूर्यदेव जगत् में प्रकट हुए। सूर्य मण्डल का दृश्य रूप भौतिक जगत् में उनकी देह है। [[विश्वकर्मा]] की पुत्री [[संज्ञा]] से उनका परिणय हुआ। संज्ञा के दो पुत्र और एक कन्या हुई- श्राद्धदेव वैवस्वतमनु और [[यमराज]] तथा [[यमुना]] जी।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[सूर्य]]  


{[[अर्जुन]] ने अपने पिता [[इन्द्र]] से किस वन को जलाने के लिए युद्ध किया था?
{[[अर्जुन]] ने अपने पिता [[इन्द्र]] से किस वन को जलाने के लिए युद्ध किया था?
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-[[वृन्दावन]]  
-[[वृन्दावन]]  
||श्वैतकि के यज्ञ में निरंतर बारह वर्षों तक घृतपान करने के उप्ररांत [[अग्नि देवता]] को तृप्ति के साथ-साथ अपच हो गया। उन्हें किसी का हविष्य ग्रहण करने की इच्छा नहीं रही। स्वास्थ्य की कामना से [[अग्निदेव]] [[ब्रह्मा]] के पास गये। ब्रह्मा ने कहा की यदि वे खांडव वन को जला देंगे तो वहाँ रहने वाले विभिन्न जंतुओं से तृप्त होने पर उनकी अरुचि भी समाप्त हो जायेगी।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[खाण्डव वन]]  
||श्वैतकि के यज्ञ में निरंतर बारह वर्षों तक घृतपान करने के उप्ररांत [[अग्नि देवता]] को तृप्ति के साथ-साथ अपच हो गया। उन्हें किसी का हविष्य ग्रहण करने की इच्छा नहीं रही। स्वास्थ्य की कामना से [[अग्निदेव]] [[ब्रह्मा]] के पास गये। ब्रह्मा ने कहा की यदि वे खांडव वन को जला देंगे तो वहाँ रहने वाले विभिन्न जंतुओं से तृप्त होने पर उनकी अरुचि भी समाप्त हो जायेगी।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[खाण्डव वन]]  
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1 द्रोणाचार्य का वध महाभारत में युद्ध के कौन से दिन हुआ था?

11वें दिन
13वें दिन
10वें दिन
15वें दिन

2 भोजन बनाने में किस पाण्डव को महारथ हासिल थी?

अर्जुन
भीम
युधिष्ठिर
नकुल

4 संज्ञा और छाया किसकी पत्नियाँ थी?

इन्द्र
सूर्य
यक्ष
शिव

5 अर्जुन ने अपने पिता इन्द्र से किस वन को जलाने के लिए युद्ध किया था?

खाण्डव वन
उपवन
काम्यकवन
वृन्दावन

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